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Wednesday, October 14, 2020

वित्तविहीन पर मेहरबान, राजकीय, सहायता प्राप्त स्कूलों को नहीं बनाया प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र

वित्तविहीन पर मेहरबान, राजकीय, सहायता प्राप्त स्कूलों को नहीं बनाया प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र।

प्रयागराज : प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बनाए जाने वाले परीक्षा केंद्रों को लेकर शहर के बड़े स्कूलों की अनदेखी की जा रही है। परीक्षा केंद्रों के चयन में वित्त विहीन एवं नए-नए खुले डिग्री कॉलेजों को प्राथमिकता दी जा रही है। हालत यह है कि शहर के बीचोबीच स्थित राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कटरा, केपी इंटर कॉलेज, सीएवी इंटर कॉलेज, सेंट एंथोनी गर्ल्स इंटर कॉलेज, कर्नलगंज इंटर कॉलेज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, जगत तारन गर्ल्स इंटर कॉलेज, केएन काटजू इंटर कॉलेज जैसे बड़े स्कूलों को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 11 अक्तूबर को हुई पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में केंद्र नहीं बनाया गया।





शहर के पांच राजकीय इंटर कॉलेजों को नहीं बनाया केंद्र
यूपीपीएससी की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए बनाए गए 147 परीक्षा केंद्रों में शहर एवं फाफामऊ के पांच राजकीय इंटर कॉलेजों में किसी को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया जबकि इन विद्यालयों में एक साथ 1500 से 2000 तक परीक्षार्थी बैठ सकते हैं। यही नहीं शहर में बड़ी क्षमता वाले कई अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के होते हुए गिनती के छह विद्यालयों को केंद्र बनाया गया। शहर के बीचोबीच परीक्षा केंद्र न बनाकर दूर दराज के इलाके में बनाए जाने से परीक्षार्थियों को परेशानी हुई।

टीईटी, शिक्षक भर्ती में इन विद्यालयों को बनाया गया परीक्षा केंद्र
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में ही नहीं, बल्कि सचिव परीक्षा नियामक की ओर से पूर्व में हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा, शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी यही देखा गया। इन परीक्षाओं के केंद्र शहर के बाहरी इलाके में थरवई, फाफामऊ, बहरिया, नैनी के दूर-दराज के इलाके और झूंसी के सुदूर क्षेत्रों में बना दिए गए।

एसटीएफ ने जिस विद्यालय में गड़बड़ी पकड़ी उसे बनाया परीक्षा केंद्र।

पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सहित दूसरी परीक्षाओं के लिए अधिकारियों ने ऐसे विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बना दिया, जिन पर यूपी बोर्ड परीक्षा सहित दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी पर एसटीएफ ने छापा मारा था। यह विद्यालय नैनी एवं धूमनगंज क्षेत्र के असरावलकला इलाके के हैं। आलम यह है कि इन विद्यालयों पर मेहरबानी दिखाते हुए दो-दो परीक्षा केंद्र बना दिए गए।

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