TGT-PGT 2020 भर्ती : आवेदन में संशोधन का मौका नहीं, शिक्षक भर्ती में बदलेगी रिक्त पदों की संख्या
प्रयागराज : एडेड माध्यमिक कालेजों की सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती में प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों के पद बहुतायत में हैं। लेकिन, आनलाइन आवेदन सभी को सावधानी से करना होगा, क्योंकि यदि कोई कमी रही तो संशोधन का अवसर नहीं मिलेगा। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती में हाईकोर्ट ने आवेदन में संशोधन का अवसर देने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में गलत आवेदन होने से अभ्यर्थी मुकाबले से बाहर हो जाएंगे।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने टीजीटी और पीजीटी पद की परीक्षाओं की तारीखें अभी घोषित नहीं किया है। हालांकि अलग-अलग तारीखों में सभी मंडल मुख्यालयों पर इम्तिहान होगा। इसलिए योग्य अभ्यर्थी दोनों पदों के लिए अलग-अलग भी आवेदन कर सकते हैं। भर्ती में दोनों संवर्ग के प्रत्येक विषय के सापेक्ष एक ही आवेदन स्वीकार होगा, एक से अधिक विषय में अलग-अलग आवेदन कर सकते हैं। भाषा संबंधी प्रश्नपत्र उसी भाषा में होंगे जैसे हिंदी का प्रश्नपत्र हिंदी में, संस्कृत का संस्कृत में, अंग्रेजी का पेपर अंग्रेजी में और उर्दू का प्रश्नपत्र उर्दू में होगा। भर्ती में टीजीटी पद पर चयन मात्र लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। वहीं, पीजीटी पद पर चयन लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर होगा। लिखित परीक्षा के आधार पर 85 प्रतिशत अंक होंगे, जबकि 10 फीसद इंटरव्यू में मिले अंक जोड़े जाएंगे।
अर्हता वेबसाइट पर
चयन बोर्ड प्रवक्ता के 23 व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के 15 विषयों में बालक व बालिकाओं का चयन कर रहा है। सभी का पाठ्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड है।
चयन बोर्ड का हेल्पलाइन नंबर
चयन बोर्ड ने प्रतियोगियों को आवेदन करने में सहूलियत देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। किसी तरह की कठिनाई होने पर सुबह दस से शाम पांच बजे तक 0532-2466851 व 8299325775 पर संपर्क कर सकते हैं।
आवेदन शुल्क (टीजीटी-पीजीटी)
सामान्य वर्ग 750
ईडब्ल्यूएस 450
पिछड़ा वर्ग 750
अनुसूचित जाति 450
अनुसूचित जनजाति250
नोट : दिव्यांग अभ्यर्थी को उस वर्ग का आधा शुल्क देना होगा।
आयु (टीजीटी-पीजीटी) : एक जुलाई 2020 को 21 वर्ष से कम न हो।
टीजीटी-पीजीटी 2020:- शिक्षक भर्ती में बदलेगी रिक्त पदों की संख्या
प्रयागराज : प्रदेश के एडेड माध्यमिक कालेजों की प्रवक्ता (पीजीटी) व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) भर्ती 2020 में रिक्त पदों की संख्या और बढ़ सकती है। 15508 पदों के विज्ञापन में अधिकांश तदर्थ शिक्षकों के पदों को खाली मानते हुए जिला विद्यालय निरीक्षकों ने अधियाचन भेजा है फिर भी बड़ी संख्या में तदर्थ शिक्षक ऐसे भी हैं जिनका विज्ञापन में जिक्र नहीं है। उनकी ओर से आनलाइन आवेदन और उसका डीआइओएस से सत्यापन होने पर वह अधियाचन हो जाएगा। यही नहीं, आवेदन न करने वाले तदर्थ शिक्षकों को बिना मुकाबले के ही बाहर होना पड़ सकता है और इस बार उन्हें कोर्ट से भी राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने अशासकीय सहायताप्राप्त माध्यमिक कालेजों की बड़ी भर्ती का ऐलान किया है। इसमें कालेजों में रिक्त अधिकांश पद शामिल हैं। तदर्थ शिक्षक नहीं जानते कि उनका पद खाली मानकर अधियाचित है या नहीं। ऐसे में यदि चयन बोर्ड उनके पद के सापेक्ष प्रतियोगी का चयन करके संबंधित कालेजों में भेजेगा तो उसे कार्यभार ग्रहण कराना पड़ेगा। हाईकोर्ट ने अब तक तदर्थ शिक्षकों को इसलिए राहत दी थी कि चयन बोर्ड से चयनित कालेज नहीं पहुंचा था। शासन भी लगातार इसकी मानीटरिंग कर रहा है कि जिन अभ्यर्थियों का चयन हो उन्हें नियुक्ति हर हाल में दी जाए। चयन बोर्ड की ओर से जारी विज्ञापन में कहा गया है कि शीर्ष कोर्ट के संजय सिंह केस में तदर्थ शिक्षक के रूप में कार्यरत अभ्यर्थियों के प्राप्त होने वाले अधियाचन से पदों की संख्या बदल सकती है।
वेतन भुगतान से सेवाकाल का आकलन : तदर्थ शिक्षक के रूप में की गई सेवा अवधि की गणना राजकीय कोषागार की ओर से वेतन भुगतान की तारीख से एक जुलाई 2020 के मध्य की जाएगी। भर्ती में प्रतियोगियों की अर्हता आवेदन की अंतिम तारीख तक पूरी होनी चाहिए। यानी सभी अभ्यर्थियों का 30 नवंबर तक संबंधित विषय व पद के योग्य होना जरूरी है।
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