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Monday, September 14, 2020

पांच साल संविदा पर नौकरी की योजना का बेरोजगार युवकों ने किया विरोध

पांच साल संविदा पर नौकरी की योजना का बेरोजगार युवकों ने किया विरोध

प्रदेश सरकार पांच साल की नौकरी संविदा में और उसके बाद स्थाई नियुक्ति जैसी योजना पर विचार कर रही है। इसका बेरोजगार युवकों ने विरोध किया है। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को देकर युवकों ने सरकार से इस प्रस्ताव पर विचार न करने की मांग की है।



प्रदेश सरकार पांच साल की नौकरी संविदा में और उसके बाद स्थाई नियुक्ति जैसी योजना पर विचार कर रही है। इसका बेरोजगार युवकों ने विरोध किया है। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को देकर युवकों ने सरकार से इस प्रस्ताव पर विचार न करने की मांग की है।

बीटीसी डीएलएड संयुक्त मोर्चा संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनंत प्रताप सिंह ने कहा कि चार साल से अधिक का समय गुजर गया है। इसके बाद भी तमाम ऐसी नौकरियां हैं जिनके परिणाम अब तक घोषित नहीं हुए। अब सरकार पांच साल की संविदा में भर्ती ओर उसके बाद नियमित करने की योजना बना रही है। यह बेरोजगारों के अधिकारों का हनन है। पांच साल के बीच कर्मचारी को बार-बार अपनी योग्यता को सिद्ध करना होगा जबकि भर्ती योग्य कर्मचारी की होती है। कहा कि यदि यह नियम लागू हुआ तो बेरोजगारों का मानसिक, आर्थिक व शारीरिक शोषण होगा। इस दौरान गौरव सिंह, प्रभाष सिंह, पवन वर्मा, सुधाकर सिंह, शैलेश सिंह, विकास सिंह, लालमन भारतीय, रंजीत सिंह आदि लोगों ने सरकार की इस नीति का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा है।


नौकरी से पहले संविदा का छात्रों ने किया विरोध।

35 में नौकरी, पांच साल की संविदा और 50 में जबरन रिटायरमेंट। प्रदेश सरकार की नई नीति युवाओं में उबाल का कारण बन रही है। नाराज छात्रों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान जब छात्र उग्र हुए तो पुलिस ने बल प्रयोग कर पांच छात्रों को मौके से गिरफ्तार किया। बाद में सभी को रिहा किया गया। छात्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी प्रयागराज के जरिए भेजा है।

प्रदेश सरकार की तैयारी है कि नौकरी फाइनल करने से पहले अभ्यर्थियों को पहले पांच साल संविदा पर रखा जाए। समूह ख, ग और घ में नौकरी पाने वालों के लिए इसकी तैयारी की जा रही है। इसकी सूचना आते ही प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों में उबाल आ गया। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में छात्र जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों ने चेतावनी दी कि प्रदेश सरकार की ऐसी मंशा को पूरा नहीं होने दिया जाएगा। छात्र शक्ति एकजुट होकर इसके लिए आंदोलन करेगी। छात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसी बीच छात्रों का प्रदर्शन उग्र होने लगा तो डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह, अश्वनी सिंह, सुनील यादव सहित पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया।


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