बदली व्यवस्था : आइटीआइ में खत्म हुआ सेमेस्टर सिस्टम, अब दो वर्ष के कोर्स में दो बार ही ली जाएगी परीक्षा।
राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में अब सेमेस्टर सिस्टम से नहीं, वार्षिक परीक्षा के आधार पर मूल्यांकन होगा। पहले छह महीने में परीक्षा होती थी। सत्र पूरा करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसे लेकर निजी संस्थानों ने विरोध दर्ज कराया था।
पिछले वर्ष परीक्षाएं सेमेस्टर सिस्टम से न कराए जाने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर सहमति होने के बाद सिस्टम बदल दिया गया। अब सालाना परीक्षा के लिहाज से दो साल के कोर्स में कुल दो बार परीक्षा होगी। राज्य व्यावसायिक परीक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक एससी तिवारी ने बताया कि इस वर्ष 31 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। प्रवेश के बाद सरकार की जो भी गाइडलाइन आएगी, उसी के अनुरूप पढ़ाई शुरू होगी। ब्लॉक और तहसील स्तर पर मेरिट सूची बनेगी तो ग्रामीण युवाओं को अधिक अवसर मिलेंगे। मेरिट सूची इस महीने के अंतिम सप्ताह में जारी होने की संभावना है।
ऑनलाइन पढ़ाई की तैयारी : लॉक डाउन की वजह से बाधित चल रहे तकनीकी प्रशिक्षण को ऑनलाइन करने की भी तैयारी पूरी हो गई है। राजधानी समेत प्रदेश के सभी राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) की ओर से तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया है। स्मार्ट फोन और लैपटॉप के माध्यम से युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। यूट्यूब पर शेड्यूल के अनुरूप वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इसका लिंक भी सभी अभ्यर्थियों को भेजा जाएगा।
प्रदेश में आईटीआई पर एक नजर
सरकारी आईटीआई- 305
निजी आईटीआई- 2939
सरकारी में प्रवेश क्षमता- 1,20,575
निजी में प्रवेश क्षमता- 3,71,732
प्रशिक्षण की ट्रेड- 67
प्रवेश के लिए आवेदन - 4,83,143
केवल सरकारी के लिए- 2,78,266
केवल निजी के लिए -1,34,080
सरकारी व निजी दोनों के लिए -1,01,447
अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट (Scvtup.in) देख सकते हैं।
राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में अब सेमेस्टर सिस्टम से नहीं, वार्षिक परीक्षा के आधार पर मूल्यांकन होगा। पहले छह महीने में परीक्षा होती थी। सत्र पूरा करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसे लेकर निजी संस्थानों ने विरोध दर्ज कराया था।
पिछले वर्ष परीक्षाएं सेमेस्टर सिस्टम से न कराए जाने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर सहमति होने के बाद सिस्टम बदल दिया गया। अब सालाना परीक्षा के लिहाज से दो साल के कोर्स में कुल दो बार परीक्षा होगी। राज्य व्यावसायिक परीक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक एससी तिवारी ने बताया कि इस वर्ष 31 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। प्रवेश के बाद सरकार की जो भी गाइडलाइन आएगी, उसी के अनुरूप पढ़ाई शुरू होगी। ब्लॉक और तहसील स्तर पर मेरिट सूची बनेगी तो ग्रामीण युवाओं को अधिक अवसर मिलेंगे। मेरिट सूची इस महीने के अंतिम सप्ताह में जारी होने की संभावना है।
ऑनलाइन पढ़ाई की तैयारी : लॉक डाउन की वजह से बाधित चल रहे तकनीकी प्रशिक्षण को ऑनलाइन करने की भी तैयारी पूरी हो गई है। राजधानी समेत प्रदेश के सभी राजकीय और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) की ओर से तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया है। स्मार्ट फोन और लैपटॉप के माध्यम से युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। यूट्यूब पर शेड्यूल के अनुरूप वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इसका लिंक भी सभी अभ्यर्थियों को भेजा जाएगा।
प्रदेश में आईटीआई पर एक नजर
सरकारी आईटीआई- 305
निजी आईटीआई- 2939
सरकारी में प्रवेश क्षमता- 1,20,575
निजी में प्रवेश क्षमता- 3,71,732
प्रशिक्षण की ट्रेड- 67
प्रवेश के लिए आवेदन - 4,83,143
केवल सरकारी के लिए- 2,78,266
केवल निजी के लिए -1,34,080
सरकारी व निजी दोनों के लिए -1,01,447
अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट (Scvtup.in) देख सकते हैं।

0 comments:
Post a Comment