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Wednesday, September 2, 2020

बैकिंग सखी के 58 हजार पदों के लिए आए 2.5 लाख आवेदन

बैकिंग सखी के 58 हजार पदों के लिए 2.5 लाख आवेदन।

प्रमुख संवाददाता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 58 हजार बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनके सापेक्ष 2.5 लाख आवेदन आए हैं यानी एक पद के लिए चार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किए हैं। वहीं 37 से अधिक बैंकिंग व वित्तीय एजेंसियां बैंकिंग सखियों की सेवाएं लेने के लिए आगे आए हैं। यदि किसी ग्राम पंचायत के लिए आए आवेदन पत्रों में योग्य महिलाएं अधिक दिखेंगी तो वहां चयन में साक्षात्कार का सहारा लिया जा सकता है। 15 सितंबर तक चयन की प्रक्रिया पूरी कर लेने की तैयारी है।




गांवों में बैकिंग सखी के चयन का काम उ.प्र. राज्य ग्राम्य विकास अभिकरण के माध्यम से ग्राम्य विकास विभाग कर रहा है। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग मनोज कुमार सिंह ने बताया है कि बैकिंग सखी के लिए आए आवेदनों में से तय वरीयता के मुताबिक पात्र महिलाओं का चयन किया जा रहा है। पहली प्राथमिकता स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को दी जा रही है। एनजीओ और कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिल्टी (सीएसआर) के तहत गठित समूहों की महिलाओं को भी वरीयता का लाभ मिलेगा। निष्क्रिय स्वयं सहायता समूहों की गतिशील सदस्य के साथ ही गांवों में कमजोर व गरीबों की हिमायत करने वाली वह महिला जो उद्यमशील होगी उसे भी बैकिंग सखी बनाया जाएगा।


37 बैकिंग व वित्तीय संस्थाएं सेवाएं लेने की इच्छुकचयनित होने वाली बैकिंग सखियों की सेवाएं लेने के लिए 37 बैकिंग व वित्तीय संस्थाओं ने आवेदन किया है। आवेदन करने वाली संस्थाओं में बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी बैंक, एयरटेल पेमेंट बैंक, आक्सीजन, पैक्स नीयर बाय आदि शामिल हैं। बैंकिंग व वित्तीय संस्थाओं के लिहाज से राज्य को चार-पांच हिस्सों में बांटकर काम देने की योजना बनाई जा रही है। एक बैकिंग सखी पर सरकार खर्च करेगी 74 हजार रुपयेबैकिंग सखी के रूप में चयनित होने वाली महिला को छह महीने तक चार हजार रुपये महीने प्रोत्साहन राशि सरकार देगी।


इसके साथ ही आजीविका मिशन के माध्यम से इन सखियों को बैंकिंग का कामकाज करने के लिए डिवाइस दी जाएगी, जिसकी कीमत करीब 50 हजार रुपये आंकी गई है। एक बैकिंग सखी को पूरी स्वरोजगार से जोड़ने में सरकार के स्तर से 74 हजार रुपये खर्च होंगे। महिलाएं जैसे-जैसे अपना काम करती जाएंगी बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं से उन्हें अच्छा खासा कमीशन मिलने लगेगा। यह कमीशन इतना हो जाएगा जिससे वह आराम से अपने परिवार का गुजारा कर सकें।

- 15 सितंबर तक चयन प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी

- 37 बैकिंग और वित्तीय संस्थाएं चाहती हैं इनकी सेवाएं

- पहली प्राथमिकता एसएचजी की दीदियों को


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