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Wednesday, May 28, 2025

शिक्षक भर्ती के लिए आयोग पर बेमियादी धरना शुरू, प्राथमिक शिक्षक के 1.26 लाख पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग

शिक्षक भर्ती के लिए आयोग पर बेमियादी धरना शुरू, प्राथमिक शिक्षक के 1.26 लाख पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग

शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अभ्यर्थियों से मांगा 15 दिन का समय, पर नहीं बनी बात


प्रयागराज। प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने अब आर-पार की लड़ाई की ठान ली है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने बुधवार से बेमियादी धरना शुरू हो गया है। अभ्यर्थियों और आयोग के प्रतिनिधि के बीच हुई वार्ता भी बेनतीजा रही। अभ्यर्थियों ने साफ कहा कि भर्ती पर कोई निर्णय होने के बाद ही धरने से उठेंगे।


परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर सात साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। पिछली बार वर्ष 2018 में 69 हजार शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को दो साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन आयोग को भर्ती के लिए अब्ब तक रिक्त पदों का अधियाचन नहीं मिला है।



अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ दिनों पहले सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 1.26 लाख रिक्त पदों पर भर्ती होगी लेकिन दो घंटे बाद ही पोस्ट डिलीट कर दिया गया। अभ्यर्थियों ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सात साल बाद भी तय नहीं हो पा रहा कि नई भर्ती कब शुरू होगी। हर साल 2.35 लाख छात्र डीएलएड प्रशिक्षण लेते हैं लेकिन पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद भी नौकरी को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। सात साल में तकरीबन 16 लाख छात्र डीएलएड प्रशिक्षण ले चुके हैं और नौकरी के लिए भटक रहे हैं।


धरनास्थल पर सुबह 10 बजे से ही प्रदेश के कई जिलों से बड़ी संख्या में जुटे छात्रों ने कहा कि भर्ती पर कोई निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा। शाम को आयोग के उपसचिव शिवजी मालवीय को अभ्यर्थियों से वार्ता के लिए भेजा गया।


उन्होंने छात्रों को बताया कि नई भर्ती का विज्ञापन तभी जारी होगा, जब बेसिक शिक्षा विभाग से रिक्त पदों का अधियाचन मिलेगा। विभाग से अभी तक कोई अधियाचन प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन आयोग इसके लिए प्रयासरत है। उन्होंने छात्रों से 15 दिनों का वक्त मांगा, कहा कि जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर फिर से अधियाचन मांगा जाएगा।


उन्होंने कहा कि विभाग के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं और जल्द ही कोई सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। वार्ता में शामिल डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह व महामंत्री सनीश तोमर ने कहा कि छात्रों को लिखित रूप से आश्वासन दिया जाए। हालांकि, आयोग लिखित आश्वासन देने के लिए सहमत नहीं हुआ। इस पर छात्रों ने धरना जारी रखने का निर्णय लिया। 


आयोग अध्यक्ष ने की बैठक

प्रतियोगी छात्रों के धरने के बीच उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। अध्यक्ष ने कहा कि रिक्त पदों का अधियाचन मंगाने के लिए संबंधित विभाग को फिर से पत्र लिखा जाए। उन्होंने आयोग के अफसरों से कहा कि भर्ती जल्द शुरू कराने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करें।


आयोग के गठन के बाद एक भी नई भर्ती नहीं

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को दो साल से अधिक समय बीत चुका है और आयोग कोई नई भर्ती शुरू नहीं कर सका है। दरअसल, नई भर्ती के लिए संबंधित विभागों ने आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन ही नहीं भेजा है। आयोग के पास टीजीटी पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों की पुरानी भर्तियां ही हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा आयोजित की जा चुकी है लेकिन टीजीटी पीजीटी भर्ती परीक्षा की तारीखें प्रस्तावित हैं।

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