अध्यक्ष से वार्ता के बाद आयोग पर अभ्यर्थियों का धरना खत्म, प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर 14 दिनों तक चला धरना-प्रदर्शन
संगठन में भी दो फाड़, उपाध्यक्ष ने आंदोलन से खुद को कर लिया अलग
11 जून 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर बेमियादी धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय से वार्ता के बाद 14वें दिन मंगलवार को अपना आंदोलन समाप्त कर दिया। इस बीच अभ्यर्थियों के संगठन में भी दो फाड़ हो गए। दो दिन पहले डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के उपाध्यक्ष ने आंदोलन से अपने हाथ खींच लिए। अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर 28 मई को आयोग पर धरना-प्रदर्शन शुरू किया था। इस बीच तीन बार महाधरना आयोजित किया।
अभ्यर्थियों ने 13 जून को भी चौथा महाधरना घोषित किया था, लेकिन मंगलवार को प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अभ्यर्थियों की आयोग अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने वार्ता कराई गई। अध्यक्ष ने अभ्यर्थियों से कहा कि लिखित रूप से अपनी मांगों से अवगत करा दें, जो उचित होगा, वह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग की अगली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा। इसके बाद अभ्यर्थी धरनास्थल पर लौट आए और शाम को एडीएम, एसीपी एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने आंदोनल समाप्त करने की घोषणा कर दी।
वहीं, मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशु यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि बीते छह जून को आयोग पर हुए महाधरने से उनका कोई संबंध नहीं। क्योंकि, धरने की आड़ में राजनीति और छात्रों से धन उगाही की जा रही है। विशु ने अपनी पोस्ट में लिखा भोल-भाले छात्रों को धरने पर बैठाकर एक तथाकथिक छात्र नेता कोचिंग वालों और छात्रों से पैसे लेकर अपनी जेब गर्म कर रहा है। इसलिए वह इस आंदोलन से खुद को अलग कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने कान पकड़ आयोग से मांगी प्राथमिक शिक्षक भर्ती, आयोग का दावा – तैयारी पूरी, अधियाचन मिलते ही जारी होगा विज्ञापन
10 जून 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर 13 दिनों से प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने सोमवार को कान पकड़कर प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग की। वहीं, आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि शासन में बात हो रही है। अधियाचन मिलते ही विज्ञापन जारी करेंगे।
अभ्यर्थी 28 मई से धरने पर बैठे हैं और अब तक तीन बार महाधरने का आयोजन कर चुके हैं, जिसमें प्रदेश भर से हजारों अभ्यर्थी जुटे। अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं कि जब काफी संख्या में प्राथमिक शिक्षक के पद खाली हैं तो भर्ती क्यों नहीं शुरू की जा रही। अभ्यर्थियों ने 13 जून को चौथे महाधरने की घोषणा की है।
वहीं, आयोग के परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, भर्ती के लिए आयोग अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रहा है। अधियाचन के लिए शासन में भी बात हो रही है। आयोग की तैयारी पूरी है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती का अधियाचन मिलते ही आयोग विज्ञापन जारी करेगा।
दूसरी ओर अभ्यर्थी अड़े हैं कि जब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक धरने पर डटे रहेंगे। अभ्यर्थियों का कहना है कि धरने के पहले दिन आयोग के उपसचिव ने 10 दिन का समय मांगा था। यह मियाद पूरी हो चुकी है और भर्ती को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया।
आयोग का कोई भी प्रतिनिधि सीधे बात करने को भी तैयार नहीं है। धरने में रजत सिंह, रिंकू सिंह, सोनू कुमार, विनय सिंह, राहुल पांडेय, राहुल पाल, रोहित तिवारी, अनुराग मौर्या और अंकित पटेल आदि मौजूद रहे।
भर्ती के लिए करना होगा इंतजार
अब तक यह भी तय नहीं हो सका है कि आयोग को नई भर्ती के लिए किस प्रारूप में अधियाचन भेजा जाना है। आयोग के सूत्रों का कहना है कि इसके लिए कार्मिक विभाग से बातचीत चल रही है। प्रारूप तय होने के बाद ही आयोग को ई-अधियाचन के माध्यम से रिक्त पदों का विवरण भेजेगा। ऐसे में अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन के लिए अभी इंतजार करना होगा।
दो साल से एक भर्ती नहीं, अभ्यर्थियों ने उतारी शिक्षा सेवा चयन आयोग की नजर, धरना लगातार 12वें दिन भी जारी रहा
9 जून 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को दो साल हो चुके हैं और आयोग अब तक एक भी नई भर्ती का विज्ञापन तक जारी नहीं कर सका है। अभ्यर्थियों का कहना है कि बिना कुछ किए ही आयोग को नजर लग गई है। इसी वजह से उन्होंने नजर उतारने के लिए रविवार को आयोग के गेट पर काले कपड़े में लिपटा मटका टांग दिया, जिससे धुआं भी निकल रहा था।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने अभ्यर्थियों का धरना लगातार 12वें दिन भी जारी रहा। धरना का नेतृत्व कर रहे डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि आयोग केवल आश्वासन देकर किनारा काट लेता है। 28 मई को आयोग के उपसचिव ने छात्रों के बीच आकर 10 दिन का समय मांगा गया था, लेकिन मियाद पूरी होने के बाद भी कुछ नहीं हुआ और अब आयोग के प्रतिनिधि छात्रों से बात करने से कतरा रहे हैं।
13 जून को घोषित किया चौथा महाधरना, 11 दिनों से बेमियादी धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से आयोग तक निकाला मार्च
08 जून 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग 11 दिनों से बेमियादी धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने 13 जून को चौथे महाधरने की घोषणा की है। शनिवार को डीएलएड छात्रों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से आयोग तक मार्च भी निकाला।
छात्रों ने कहा कि पहले प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के पास थी और इसके बाद इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को सौंप दी गई, लेकिन अपने गठन के दो साल बाद भी आयोग नई भर्ती शुरू नहीं कर सका।
28 मई को महाधरने के साथ आंदोलन की शुरुआत करने के बाद अभ्यर्थियों ने 13 जून को चौथा महाधरना देने का निर्णय लिया है। धरने का नेतृत्व कर रहे डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा, जब तक प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता है, तब तक छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा। पहले भी कई बार धरना-प्रदर्शन किया गया और छात्रों को आश्वासन देकर लौटा दिया गया लेकिन इस बार छात्र पीछे हटने वाले नहीं हैं।
चयन आयोग के बाहर डटे अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक भर्ती पर अड़े, आयोग की ओर से वार्ता का बुलावा ठुकराया, दोनों द्वारों को घेरा
07 जून 2025
प्रयागराज : शिक्षा सेवा चयन आयोग एलनगंज के बाहर नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड प्रशिक्षुओं का धरना शुक्रवार को लगातार दसवें दिन भी जारी रहा।
शुक्रवार को हुए महाधरने में प्रदेश के कोने-कोने से आए हजारों अभ्यर्थियों ने आयोग के मुख्य गेट पर एकत्र होकर सरकार से लिखित आश्वासन की मांग की। नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के बीच आयोग से वार्ता के लिए बुलावा आया पर अभ्यर्थियों ने इसे ठुकरा दिया। साथ ही आयोग के दोनों द्वारों को घेर लिया।
अभ्यर्थियों ने कहा कि सात साल से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं और इसकी घोषणा करने के बाद सरकार पोस्ट डिलीट कर बैकफुट पर चली गई। अब नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन शीघ्र जारी किया जाए और तभी वह धरना खत्म करेंगे।
अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले सात वर्षों से बेसिक शिक्षा विभाग में कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं आई है, जिससे लाखों प्रशिक्षु बेरोजगारी की स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने इंटरनेट मीडिया पर भर्ती की बात कही थी, लेकिन कुछ ही समय बाद वह पोस्ट हटा ली गई, जिससे अभ्यर्थियों के बीच भ्रम और असंतोष की स्थिति बन गई है।
धरने का नेतृत्व कर रहे डीएलएड अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि सात साल का इंतजार हो गया, अब केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा। सरकार को लिखित घोषणा करनी होगी। आंदोलनकारियों ने कहा कि अब आयोग के बाहर से तभी हटेंगे जब लिखित आश्वासन मिलेगा। वहीं, आंदोलन में शामिल अंजनी शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को आयोजित महाधरना में प्रदेश भर से 16 हजार से अधिक डीएलएड प्रशिक्षु शामिल हुए।
अभ्यर्थियों ने कहा कि छह जून तक दिया गया दस दिन का समय पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक न तो आयोग और न ही सरकार की ओर से कोई स्पष्ट घोषणा की गई है। धरने के दौरान आयोग परिसर के बाहर दिनभर भारी पुलिस बल की तैनाती रही। धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित किया गया, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की अपील मुख्यमंत्री से की गई है। युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने एक्स पर पोस्ट के माध्यम से भर्ती की स्थिति स्पष्ट करने व शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की अपील की है।
शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर आयोग पर महाधरना आज
06 जून 2025
प्रयागराज। प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर महाधरना देंगे। आयोग पर अभ्यर्थियों का धरना लगातार 10वें दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। अभ्यर्थियों ने हनुमान चालीस का पाठ और भजन-कीर्तन कर प्राथमिक शिक्षक भर्ती शीघ्र शुरू होने की कामना की और इस मसले पर शिक्षा विभाग एवं आयोग की लेटलतीफी को लेकर उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए।
बृहस्पतिवार को महाधरने में प्रदेश के अन्य जिलों से भी अभ्यर्थी शामिल होंगे। महाधरना को सफल बनाने के लिए छात्र नेताओं ने दिनभर कोचिंग संस्थानों में छात्रों से संपर्क किया। उधर, आयोग पर छात्रों की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ गई है।
कान पकड़ कर मुर्गा बने छात्र बोले गलती हुई जो कर लिया डीएलएड, प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर आठवें दिन जारी रहा अभ्यर्थियों का धरना
छात्रों के समर्थन में आए दो सांसद, सदन में मुद्दा उठाने का दिया आश्वासन
05 जून 2025
प्रयागराज। प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर आठ दिनों से धरने पर बैठे अभ्यर्थी सांकेतिक रूप से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कान पकड़कर मुर्गा बने। वहीं, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व युवा सांसद पुष्पेंद्र सरोज बुधवार को छात्रों के समर्थन में उतर आए।
छात्रों ने मुर्गा बनकर सरकार से गुहार लगाई कि हमसे गलती हो गई, जो हमने मास्टर बनने के लिए डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) का कोर्स कर लिया। अगर हमने डीएलएड न किया होता तो आज नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें न खानी पड़तीं। अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए छह जून को आयोग पर महाआंदोलन की घोषणा की है, जिसमें प्रदेश भर से छात्र शामिल होंगे।
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और देश के सबसे युवा सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने भी शिक्षक भर्ती को लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने एक रिपोर्ट के आधार पर दावा किया कि प्राथमिक शिक्षकों के 181276 पद खाली हैं। अभ्यर्थी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। कहा कि सदन में इस मुद्दे को रखेंगे। धरने का नेतृत्व डीएलएड प्रशिक्षित मोर्च के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि आयोग की ओर से दिए गए आश्वासन की मियाद छह जून को पूरी हो रही है।
अगर आश्वासन के आधार पर कुछ नहीं होता है तो छात्र छह को फिर से महाधरने का आयोजन करेंगे। इस मौके पर छात्र विनय सिंह, रोहित तिवारी, विपुल यादव, मुकेश कुमार आदि रहे।
सात साल से लाखों अभ्यर्थियों को नौकरी का इंतजार
प्राथमिक शिक्षक भर्ती का पिछला विज्ञापन वर्ष 2018 में जारी किया गया था। इसके बाद कोई भर्ती नहीं हुई और इन सात वर्षों में तकरीबन 16 लाख छात्रों ने डीएलएड का कोर्स पूरा कर लिया, जिन्हें अब नौकरी के लिए नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का इंतजार है।
आयोग और शिक्षा विभाग की खींचतान में पिस रहे अभ्यर्थी
शिक्षक भर्ती के मामले में रिक्त पदों के अधियाचन के प्रारूप को लेकर शिक्षा सेवा चयन आयोग और शिक्षा विभाग के बीच खींचतान में अभ्यर्थी पिस रहे हैं। बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के अफसरों की आयोग के प्रतिनिधियों के साथ 10 बार बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन, अब तक अधियाचन के प्रारूप को लेकर आपसी सहमति नहीं बन सकी है। यही वजह है कि विभाग आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन नहीं भेज रहे हैं। अधियाचन न मिलने के कारण आयोग बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं कर रहा है।
धरने पर बैठे प्रशिक्षु अभ्यर्थी अड़े, अध्यक्ष ने शिक्षक भर्ती के लिए मांगा वक्त: शिक्षा सेवा चयन आयोग परिसर में अभ्यर्थियों का धरना जारी
04 जून 2025
प्रयागराज । शिक्षक भर्ती निकालने की मांग को लेकर युवाओं का धरना उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग परिसर में सातवें दिन मंगलवार को भी जारी रहा। उधर, अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों की मांगों से अवगत कराया। उन्होंने कहा है कि अभ्यर्थियों की वर्तमान मांग आयोग से संबंधित नहीं है। उनकी मांगों के संदर्भ में कार्यवाही किया जाना बेसिक शिक्षा विभाग के स्तर से ही संभव है। इस पत्र की प्रतिलिपि उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस उपायुक्त व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज को भी भेजी गई है।
धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने बताया कि आयोग की अध्यक्ष डॉ. प्रीति पांडेय और सचिव मनोज कुमार की ओर से यह आश्वासन दिया गया कि अभी थोड़ा समय दीजिए, क्योंकि सरकार से अधियाचन नहीं मिल रहा है।
बीटीसी-डीएलएड अध्यक्ष विनोद पटेल ने कहा कि जब तक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं हो जाता तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। पिछले कई वर्षों से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। सात वर्षों से बेसिक स्कूलों में कोई शिक्षक भर्ती नहीं आई है और हर वर्ष लाखों युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पर प्रदर्शनकारियों ने छह जून को महाआंदोलन का ऐलान किया। इस अवसर पर राहुल यादव, रजत सिंह, सुनील, ज्ञानेंद्र, अभिषेक, लकी, लवकुश पवन, नीरज, रोहित, अवनीश शमशेर, जितेन्द्र आदि मौजूद रहे।
100 अधिक प्रदर्शन, हर बार निराशा
धरने का प्रतिनिधित्व कर रहे डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह का कहना है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए सात वर्षों में प्रयागराज, लखनऊ व अन्य जिलों में 100 से अधिक बार धरना-प्रदर्शन किए गए। पोस्टर अभियान चलाया गया, सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया गया। छात्रों ने मुंडन करवाया, कान पकड़कर मुर्गा बने, लेकिन नई भर्ती नहीं आई।
'दो जून की रोटी' लिख शिक्षक प्रशिक्षुओं ने मांगी नौकरी, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर बेमियादी धरना जारी, शिक्षक भर्ती जल्द निकालने के लिए की नारेबाजी
3 जून 2025
प्रयागराज । परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर डीएलएड प्रशिक्षुओं का बेमियादी धरना छठवें दिन जारी रहा। सोमवार को अभ्यर्थियों ने कोचिंग और डिजिटल लाइब्रेरी से बंदी का आह्वान करते हुए महाधरने का ऐलान किया था। दो जून की रोटी अभियान के तहत प्रदर्शन को जुटे अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की।
कुछ अभ्यर्थियों ने रोटी पर 'दो जून की रोटी' लिखकर अपना विरोध जताया और नौकरी देने की मांग की। इस दौरान आयोग से बाहर निकल रहीं अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय की गाड़ी जाम में फंसने पर कुछ अभ्यर्थियों ने उनसे वार्ता की कोशिश की। अध्यक्ष ने कार के अंदर से ही अभ्यर्थियों को सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार अपना काम कर रही है।
भर्ती की कोई ठोस पहल न होते देख अभ्यर्थियों ने छह जून को महाआंदोलन का ऐलान किया है। प्रदर्शन करने वालों में रजत सिंह, विनोद पटेल, राहुल यादव, अभिषेक तिवारी, राम यागिक, नीरज सिंह, रोहित तिवारी, अवनीश, शमशेर, जय सिंह, अर्चना पटेल, गुड़िया, निधि, वंदना, ज्योति, राधा, मोनिका, पवन पांडेय, विशु यादव, प्रशांत तिवारी, लवकुश मौर्य, मनोज यादव, शुभम, आदर्श और बृजेश यादव आदि शामिल रहे।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग पर अड़े अभ्यर्थी, 6 जून को करेंगे महाआंदोलन, प्रयागराज में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर महाधरने में जुटे हजारों छात्र
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर सोमवार को महाधरने में दो हजार से अधिक छात्र जुटे। भीषण गर्मी और उमस के बावजूद भर्ती के लिए छात्र पूरे जोश से नारेबाजी करते रहे। छात्रों ने छह जून को महाआंदोलन की घोषणा की है। आयोग के सामने सुबह 10 बजे से ही हजारों छात्र इकट्ठा हो गए। धरने के छठवें दिन भी प्राथमिक शिक्षक के 1.26 लाख पदों पर भर्ती के लिए छात्र अड़े रहे, हालांकि छात्रों और आयोग के बीच कोई वार्ता नहीं हुई।
शाम को जब आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय बाहर निकलीं तो उनका वाहन छात्रों की भीड़ में फंस गया। उन्होंने छात्रों से कहा, भर्ती के लिए प्रयास चल रहे हैं और शासन इस दिशा में काम कर रहा है। उधर, डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा, धरने के पहले दिन हुई वार्ता में आयोग के प्रतिनिधि ने 10 दिन का समय मांगा था और कहा था कि सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
शिक्षक भर्ती के लिए महाधरना आज, प्रदेश भर से जुटेंगे अभ्यर्थी और प्रशिक्षु
02 जून 2025
प्रयागराज। प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर लगातार पांचवें दिन रविवार को भी अभ्यर्थियों का धरना जारी रहा। साप्ताहिक अवकाश पर आयोग कार्यालय पर तो ताला लगा था, लेकिन बाहर बैठे अभ्यर्थी दिनभर नारेबाजी करते रहे।
अभ्यर्थी सोमवार को महाधरने का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश भर से प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए प्रयागराज के सभी पुस्तकालयों में जाकर छात्रों को आमंत्रित किया गया है।
हालांकि, आयोग की ओर से शनिवार को ही पुलिस आयुक्त व जिलाधिकारी को पत्र लिखकर धरने पर बैठे अभ्यर्थियों को किसी दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने का आग्रह किया जा चुका है।
डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह का कहना है कि आयोग ने पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के बजाय प्रदेश सरकार से गुहार लगाई होती तो अब तक आंदोलन समाप्त हो चुका होता। सात साल से प्राथमिक शिक्षक भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में अभ्यर्थियों के पास आंदोलन के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं था। सात साल में 16 लाख नए डीएलएड प्रशिक्षुओं ने कोर्स पूरा किया है, जो नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
अभ्यर्थी विशु यादव ने कहा कि हम सब पूरे प्रदेश के कोचिंग संस्थानों और प्रशिक्षण संस्थानों में छात्रों से संपर्क अभियान चला रहे हैं और दो जून को प्रदेश भर के कोचिंग संस्थानों को बंद कर का आह्वान किया गया है। इस मौके पर रोहित तिवारी, नीरज सिंह, राहुल वर्मा, मुकेश यादव, यश चौधरी, लवकुश मौर्या, नीतीश कुमार रहे।
बेमियादी धरने पर बैठे बेरोजगार प्रशिक्षु हटने को तैयार नहीं, आयोग ने पुलिस और प्रशासन से मांगी मदद, दो जून को दो जून की रोटी के लिए महाधरना की तैयारी
पुलिस आयुक्त व डीएम को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों को हटाने का अनुरोध
01 जून 2025
प्रयागराज। बेमियादी धरने पर बैठे अभ्यर्थियों को मनाने की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बाद उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग की ओर से पुलिस आयुक्त व डीएम को पत्र भेजकर अभ्यर्थियों को वहां से किसी दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की गई है। आयोग ने अभ्यर्थियों के आंदोलन के कारण गोपनीय कार्य में बाधा पहुंचने की आशंका व्यक्त की है।
पूर्व में अभ्यर्थियों से हुई वार्ता में आयोग की ओर से यह स्पष्ट किया जा चुका है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए बेसिक शिक्षा विभाग से रिक्त पदों का अधियाचन मिलने के बाद ही आयोग विज्ञापन जारी करेगा और विभाग ने अब तक कोई अधियाचन नहीं भेजा है।
आयुक्त व डीएम को भेजे गए पत्र में भी यह बताया गया है कि अभ्यर्थियों की वर्तमान मांग आयोग से संबंधित नहीं है। आयोग ने कहा है कि हाल ही में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती कराई गई है और जून व जुलाई में टीजीटी एवं पीजीटी की भर्ती परीक्षा प्रस्तावित है। इसके मद्देनजर आयोग में गोपनीय कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
गोपनीय कार्य के लिए आयोग में अलग-अलग विश्वविद्यालयों एवं प्रांतों से विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जा रहा है। अभ्यर्थियों द्वारा आयोग के सामने अनवरत धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। जिस वजह से गोपनीय कार्य में बाधा उत्पन्न होने की आशंका है। ऐसे में अभ्यर्थियों को कहीं और स्थानांतरित किया जाए।
अभ्यर्थियों ने हाथ जोड़कर सीएम से मांगी भर्ती
शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने अभ्यर्थियों का धरना लगातार चौथे दिन शनिवार को भी जारी रहा। सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को शहर में थे। ऐसे में धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने हाथ जोड़कर सीएम से भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की। धरने में रजत सिंह, रोहित तिवारी, नीरज सिंह, राहुल वर्मा, मुकेश यादव, यश चौधरी, प्रमोद मौर्या, नीतीश कुमार, दीपक आदि शामिल रहे।
दो जून को दो जून की रोटी के लिए महाधरना
धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया है कि दो जून को दो जून की रोटी के लिए महाधरना आयोजित किया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह ने बताया कि दो जून को पूरे प्रदेश के कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का आह्वान किया गया है, ताकि प्रदेश भर के अभ्यर्थी महाधरना में शामिल हो सकें। महाधरना को सफल बनाने के लिए कोचिंग व प्रशिक्षण संस्थानों में छात्रों से संपर्क किया जा रहा है।
तीसरे दिन अभ्यर्थियों का धरना जारी, शिक्षा सेवा चयन आयोग घेरा, नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती समेत तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं डीएलएड प्रशिक्षु
31 मई 2025
प्रयागराज। प्रदेश में सात वर्षों से नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती न आने से आक्रोशित डीएलएड प्रशिक्षुओं व प्रशिक्षित अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती समेत तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशिक्षुओं ने शुक्रवार को शिक्षा सेवा चयन आयोग का घेराव किया।
डीएलएड मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशु यादव ने कहा, अगर सरकार शीघ्र नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं करती है तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग के गठन के बाद भी भर्तियों को लेकर कोई सार्थक कदम नहीं उठाए गए।
अभ्यर्थियों की मांग की है कि आयोग को पूर्ण रूप से क्रियाशील और उत्तरदायी बनाया जाए। ताकि डीएलएड प्रशिक्षुओं को रोजगार देने की प्रक्रिया तत्काल शुरू हो सके। भीषण गर्मी को देखते हुए आंदोलनकारियों के लिए आयोग ने दो डिब्बे पानी की व्यवस्था भी की।
रिक्त पदों की सूची मिलने पर भर्ती का विज्ञापन करेंगे जारी
उपसचिव शिव जी मालवीय ने फोन पर छात्रों को बताया कि जब तक बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अधियाचन नहीं मिल जाता है, हम भर्ती का विज्ञापन नहीं जारी कर सकते हैं। क्योंकि अभी तक आयोग को यह नहीं पता है कि विभाग में कितने पद रिक्त हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के सूचना देने के बाद विज्ञापन जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग की अध्यक्ष लखनऊ गई हैं, जल्द ही कुछ सकारात्मक परिणाम आने की संभावना है। आप लोग दस दिन इंतजार कर लीजिए। वहीं, अभ्यर्थियों ने कहा कि हम 10 दिन तक आयोग के सामने ही बैठे रहेंगे और यहां से नहीं हटेंगे।
शिक्षक भर्ती के लिए आयोग पर बेमियादी धरना शुरू, प्राथमिक शिक्षक के 1.26 लाख पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की मांग
शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अभ्यर्थियों से मांगा 15 दिन का समय, पर नहीं बनी बात
29 मई 2025
प्रयागराज। प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने अब आर-पार की लड़ाई की ठान ली है। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने बुधवार से बेमियादी धरना शुरू हो गया है। अभ्यर्थियों और आयोग के प्रतिनिधि के बीच हुई वार्ता भी बेनतीजा रही। अभ्यर्थियों ने साफ कहा कि भर्ती पर कोई निर्णय होने के बाद ही धरने से उठेंगे।
परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर सात साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। पिछली बार वर्ष 2018 में 69 हजार शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को दो साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन आयोग को भर्ती के लिए अब्ब तक रिक्त पदों का अधियाचन नहीं मिला है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ दिनों पहले सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 1.26 लाख रिक्त पदों पर भर्ती होगी लेकिन दो घंटे बाद ही पोस्ट डिलीट कर दिया गया। अभ्यर्थियों ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सात साल बाद भी तय नहीं हो पा रहा कि नई भर्ती कब शुरू होगी। हर साल 2.35 लाख छात्र डीएलएड प्रशिक्षण लेते हैं लेकिन पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद भी नौकरी को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। सात साल में तकरीबन 16 लाख छात्र डीएलएड प्रशिक्षण ले चुके हैं और नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
धरनास्थल पर सुबह 10 बजे से ही प्रदेश के कई जिलों से बड़ी संख्या में जुटे छात्रों ने कहा कि भर्ती पर कोई निर्णय होने तक आंदोलन जारी रहेगा। शाम को आयोग के उपसचिव शिवजी मालवीय को अभ्यर्थियों से वार्ता के लिए भेजा गया।
उन्होंने छात्रों को बताया कि नई भर्ती का विज्ञापन तभी जारी होगा, जब बेसिक शिक्षा विभाग से रिक्त पदों का अधियाचन मिलेगा। विभाग से अभी तक कोई अधियाचन प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन आयोग इसके लिए प्रयासरत है। उन्होंने छात्रों से 15 दिनों का वक्त मांगा, कहा कि जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर फिर से अधियाचन मांगा जाएगा।
उन्होंने कहा कि विभाग के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं और जल्द ही कोई सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। वार्ता में शामिल डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह व महामंत्री सनीश तोमर ने कहा कि छात्रों को लिखित रूप से आश्वासन दिया जाए। हालांकि, आयोग लिखित आश्वासन देने के लिए सहमत नहीं हुआ। इस पर छात्रों ने धरना जारी रखने का निर्णय लिया।
आयोग अध्यक्ष ने की बैठक
प्रतियोगी छात्रों के धरने के बीच उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। अध्यक्ष ने कहा कि रिक्त पदों का अधियाचन मंगाने के लिए संबंधित विभाग को फिर से पत्र लिखा जाए। उन्होंने आयोग के अफसरों से कहा कि भर्ती जल्द शुरू कराने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करें।
आयोग के गठन के बाद एक भी नई भर्ती नहीं
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को दो साल से अधिक समय बीत चुका है और आयोग कोई नई भर्ती शुरू नहीं कर सका है। दरअसल, नई भर्ती के लिए संबंधित विभागों ने आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन ही नहीं भेजा है। आयोग के पास टीजीटी पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों की पुरानी भर्तियां ही हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा आयोजित की जा चुकी है लेकिन टीजीटी पीजीटी भर्ती परीक्षा की तारीखें प्रस्तावित हैं।
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