Searching...
Monday, September 7, 2020

16000 शिक्षकों की भर्ती जल्द, शिक्षामित्रों की तर्ज पर तय होंगे तदर्थ शिक्षकों के लिए भारांक


16000 शिक्षकों की भर्ती जल्द, शिक्षामित्रों की तर्ज पर तय होंगे तदर्थ शिक्षकों के लिए भारांक


लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक भर्ती में तदर्थ शिक्षकों को शिक्षामित्रों की तर्ज पर भारांक दिया जाएगा। प्रवक्ता को साक्षात्कार और एलटी ग्रेड को लिखित परीक्षा में भारांक दिया जाएगा। यदि तदर्थ शिक्षक सामान्य भर्ती में चयनित होकर शिक्षक बनते हैं तो उनकी तदर्थ के रूप में दी गई सेवाओं को रिटायर होने के बाद मिलने वाले लाभ में जोड़ा जाएगा। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। जुलाई 2021 तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करनी है।



सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद तदर्थ शिक्षकों को शिक्षामित्रों की तर्ज पर ही सामान्य भर्ती परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा और बनने वाली मेरिट में उनका भारांक जोड़ा जाएगा। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने नियमित भर्ती कराने के आदेश भी दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के केस से लगभग दो हजार याचिकाकर्ता जुड़े थे। हालांकि तदर्थ शिक्षक एसोसिएशन का दावा है कि प्रदेश में 17 हजार तदर्थ शिक्षक हैं।

16000 शिक्षकों के पदों पर होगी भर्ती: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड 16,000 पदों को चिह्नित कर भर्ती कराने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में 4500 से अधिक सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज हैं लेकिन अव्वल तो इनमें नियमित भर्ती होती नहीं और जो भी भर्ती होती है, वह विवादों में फंस जाती है। बीते 10 सालों में 2011, 2013 व 2016 में चयन बोर्ड ने भर्तियां की लेकिन अब भी 2011 तक की भर्ती प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी है। नियमित शिक्षकों के अभाव में रिक्त पद पर प्रबंधन तदर्थ शिक्षकों को नियुक्त कर देता है।

..............


सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल : नई शिक्षक भर्ती में 12 लाख से अधिक आवेदन आने का अनुमान।

प्रयागराज : प्रदेशभर के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के रिक्त 16 हजार से अधिक पदों पर शुरू होने जा रही भर्ती में 12 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन का अनुमान है।

इससे पहले 2016 में टीजीटी के 7950 और पीजीटी के 1344 पदों पर भर्ती के लिए 10.71 लाख अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरे थे और फिलहाल यह भर्ती पूरी नहीं हो सकी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जवाब के अनुसार टीजीटी के 13237 और पीजीटी के 2896 रिक्त पदों की सूचना मिल चुकी है। हालांकि यह संख्या घट-बढ़ सकती है।




चयन बोर्ड ने इन पदों पर भर्ती की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। ऑनलाइन आवेदन के लिए सॉफ्टवेयर बनवाने के साथ ही उसकी सिक्योरिटी ऑडिट भी कराई जा चुकी है। वैसे तो चयन बोर्ड ने इसी महीने विज्ञापन निकालने की तैयारी कर ली थी लेकिन तदर्थ शिक्षकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अक्टूबर अंत तक भर्ती शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। क्योंकि तदर्थ शिक्षकों को भी नई भर्ती में सम्मिलित करना होगा। लिखित परीक्षा मई 2021 में कराई जा सकेगी।

इस लिहाज से सर्वोच्च न्यायालय के जुलाई 2021 से पहले चयन एवं पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी करने के आदेश का अनुपालन थोड़ा मुश्किल दिख रहा है।

यूपी में 15 लाख से अधिक बीएड बेरोजगार : एक अनुमान के मुताबिक वर्तमान में उत्तर प्रदेश में सिर्फ बीएड पास बेरोजगारों की संख्या 15 लाख से अधिक है। प्रशिक्षित स्नातक के लिए बीएड अभ्यर्थी आवेदन के योग्य हैं जबकि प्रवक्ता पद के लिए परास्नातक करने वाले फॉर्म भर सकते हैं। बेरोजगारों की बड़ी संख्या के मद्देनजर चयन बोर्ड ने भी अपनी तैयारी की है।

.........



सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में होगी 16 हजार शिक्षकों की भर्ती, अक्टूबर में मांगे जाएंगे आवेदन।

लखनऊ : प्रदेश के 4,502 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 16 हजार अध्यापकों की भर्ती के लिए अक्टूबर में आवेदन मांगे जाएंगे। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने कवायद शुरू कर दी है। उधर, संस्कृत शिक्षा परिषद ने भी सहायता प्राप्त 973 संस्कृत विद्यालयों में 12 सौ से अधिक सहायक अध्यापकों के पदों पर भर्ती के लिए बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है।




 गौरतलब है कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए वर्ष 2019 में प्रस्ताव मांगे गए थे। प्रदेश भर में इन विद्यालयों के प्रबंधकों ने उनके यहां स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्त पदों पर भर्ती का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा। इसमें कुल 32,891 रिक्त पद बताए गए थे। जबकि प्रदेश भर में सहायता प्राप्त विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 68,436 पद सृजित हैं।





इन विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों की इतनी बढ़ी संख्या होने पर बोर्ड ने शासन से इस संबंध में दिशा निर्देश देने का कहा था। इस पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने इन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या के सापेक्ष शिक्षकों के रिक्त पदों का सत्यापन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि सत्यापन के बाद रिक्त पदों की संख्या घटकर महज 16 हजार रह गई है। बोर्ड ने अब इन पदों पर भर्ती की कवायद शुरू कर दी है। भर्ती के लिए अक्तूबर में आवेदन मांगे जाएंगे।

सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 16 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए मंजूरी दी गई है। जल्द ही आवेदन मांगे जाएंगे -डॉ. दिनेश शर्मा, उप मुख्यमंत्री



 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।

0 comments:

Post a Comment