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Saturday, June 6, 2020

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली का मामला, गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ जारी

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली का मामला, गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ जारी।

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली का मामला, गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ जारी।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा धांधली में दो वांछितों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ के डिप्टी एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अजीत और अजय के आयर बाजार में मौजूद एलटी ग्रेड होने की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर अनिल सिंह के नेतृत्व में एसआई शमशेर बहादुर और बैजनाथ राम आदि की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को चोलापुर थाने की पुलिस को सौंप दिया गया है इनसे पूछताछ हो रही है। इस मामले में कोलकाता निवासी प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार कर, लोकसेवा आयोग की तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार, अशोक देव चौधरी और शैलेंद्र पटेल को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। अलीनगर निवासी संजय है :गिरोह का सरगना अजय और अजीत ने बताया कि उनके गिरोह क सरगना चंदौली जिले के अलीनगर का संजय वर्मा उर्फ रिंकू है। अजीत ने बताया कि चंदौली के मुगलसराय थाना के घर (घरना) निवास विनोद शर्मा से उसकी जान-पहचान थी। विनोद ने उसने कहा था कि यदि एलटी ग्रेड परीक्षा में किसी को पैसे के बदले एक दिन पहले पेपर चाहिए तो वह इंतजाम करा सकता है इस पर दोनों ने अभ्यर्थी खोजे, उनसे एक लाख एडवांस और 11 लाख रुपये परीक्षा के बाद देने की बात तय हुई साथ ही अभ्यर्थियों से उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा कराए गए। इसके बाद विनोद ने उन दोनों को संजय वर्मा से मिलवाया। संजय और कोलकाता निवासी प्रिटिंग प्रेस मालिक कौशिक पहले से एक-दूसरे के संपर्क में थे। परीक्षा के एक दिन पहले अभ्यर्थियों को यूपी कॉलेज गेट के समीप बुलाया गया। इसके बाद सभी को शैलेंद्र पटेल के दसनी गांव स्थित कौशल विकास केंद्र ले जाया गया। केंद्र में अभ्यर्थियों को 150 प्रश्न पत्रों में से 120 प्रश्न बताए गए। इसके बाद प्रश्न पत्रों को जला दिया गया, लेकिन अशोक चौधरी ने उसका वीडियो बना लिया था। अशोक के वीडियो बनाने की वजह से ही मामले का भंडाफोड़ हुआ।






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एलटी ग्रेड : दो आरोपितों की गिरफ्तारी से प्रतियोगी खुश।


प्रयागराज। लोक सेवा आयोग की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 के पेपर लीक प्रकरण में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी से प्रतियोगी खुश हैं। इनका कहना है कि इस गिरफ्तारी के बाद इस भर्ती में शामिल हिन्दी और सामाजिक विज्ञान के लंबित रिजल्ट के जल्द घोषित किए जाने को लेकर एक और अड़चन दूर हो गई है। गिरफ्तारी न होने से एसटीएफ पेपर लीक मामले में फाइनल रिपोर्ट नहीं दाखिल कर पा रही थी। बकौल प्रतियोगी इस गिरफ्तारी के बाद मामले में फाइनल रिपोर्ट लग जाएगी, जिसके साथ ही दोनों विषयों का परिणाम घोषित किए जाने का रास्ता साफ हो जाएगा। एलटी समर्थक मोर्चा के प्रतिनिधि अनिल उपाध्याय का कहना है कि एसटीएफ की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि पेपर लीक नहीं हुआ था बल्कि उसके प्रश्न रटवाए गए थे। बता दें कि वाराणसी एसटीएफ ने शनिवार को पेपर लीक मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।






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