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Sunday, June 28, 2020

सेना भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाला दबोचा गया गैंग

सेना भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाला दबोचा गया गैंग।


आगरा : सेना में भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। रविवार को गांव बुढ़ाना में फर्जी दस्तावेज तैयार कराने आए पिता-पुत्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिता-पुत्र बुलंदशहर से आए थे। साढ़े पांचलाख रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस जांच में सामने आया है कि सरगना राकेश चौधरी गांव बुढ़ेरा की प्रधान का बेटा है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि थाना ताजगंज प्रभारी नरेंद्र कुमार ने फोर्स के साथ गांव बुढ़ाना में छापा मारा। उदय सिंह यादव निवासी गांव बुढ़ाना, जितेंद्र सिंह राठौर निवासी थाना कोतवाली देहात बुलंदशहर, अजय सोलंकी और आकाश सोलंकी (अभ्यर्थी) निवासी कोतवाली देहात बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि अजय अपने बेटे आकाश को सेना में भर्ती कराना चाहता था। कई भर्ती देखने के बाद भी सफल नहीं हुआ। तभी उसकी मुलाकात बुलंदशहर निवासी जितेंद्र सिंह राठौर से हुई। जितेंद्र ने बताया कि वह आकाश के फर्जी दस्तावेज तैयार कर देगा। इससे वह बरेली में होने वाली सेना की भर्ती देख सकेगा। अजय से साढ़े पांच लाख रुपये में सौदा हुआ। अजय और आकाश पैसे लेकर जितेंद्र के साथ आगरा पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात उदय से हुई। उदय ने आकाश के बरेली निवास के फर्जी दस्तावेज तैयार कराए।





तलाश

सरगना समेत पांच फरार एक शामली में गिरफ्तार : एसपी सिटी ने बताया कि राकेश चौधरी निवासी ग्राम बुढ़ाना (ताजगंज), सुरेंद्र निवासी राजाखेड़ा (धौलपुर), रविंद्र निवासी कासिमपुर थाना बावरी (शामली), साधु यादव निवासी बाह (आगरा) और सचिन निवासी मेरठ फरार है। सतीश निवासी सादाबाद (हाथरस) को शामली में गिरफ्तार किया गया है। सतीश पर थाना नाई की मंडी में मुकदमा दर्ज है। वह धोखाधड़ी के मामले में जेल भी जा चुका है। राकेश चौधरी आगरा में गैंग का सरगना है। राकेश की मां सावित्री देवी ग्राम बुढ़ेरा की प्रधान हैं। पुलिस की टीमें तलाश में जुटी हैं।

तफ्तीश

मेडिकल में रुपया खर्च के पास कराते थे : एसपी सिटी ने बताया कि कई बार अभ्यर्थी एक सेंटर ( जिले) की भर्ती में चयनित नहीं हो पाते हैं। ऐसे में गैंग युवक के दूसरे जिले के भी दस्तावेज तैयार रखता था ताकि वह अगले दिन दूसरे जिले की भर्ती देख सके। उनकी क्लर्क और मेडिकल होने वाले जैसे स्थानों पर सेटिंग थी। वहां पैसा खर्च करके अभ्यर्थियों को पास कराते थे। गैंग बरेली, सीतापुर, मेरठ, फर्रुखाबाद और शाहजहांपुर समेत अन्य जिलों में फैला है। जहां सेना की भर्ती होती हैं, वहां आसपास के बेरोजगार युवकों की तलाश करते थे।

तरीका

सेना में क्लर्क की नौकरी छोड़ ठगी करने लगा उदय : पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार उदय सिंह यादव वर्ष 2017 में सेना में क्लर्क के पद पर भर्ती हुआ था। कुछ माह बाद उसने नौकरी छोड़ दी। फिर फतेहाबाद रोड पर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान खोली। साथ ही फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर ठगी करने लगा। इंटरनेट पर सर्च करके फर्जी तरीके से पार्षद और सांसद के नाम से लेटर तैयार कराकर निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र तैयार कराता था। शातिरों के पास से कई जिलों की प्रशासनिक मोहरें, पैन कार्ड, फर्जी जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंकों के चेक बुक, मोबाइल फोन मिले हैं।


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