इंजीनियरिंग छात्रों को राहत : 4500 निकायों में मिलेगा इंटर्नशिप का मौका, तीन साल में एक करोड़ छात्रों को मिल सकेगा प्रशिक्षण।
इंजीनियरिंग छात्रों को राहत : 4500 निकायों में मिलेगा इंटर्नशिप का मौका, तीन साल में एक करोड़ छात्रों को मिल सकेगा प्रशिक्षण।
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने देश के पहले 'अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम' और उसका पोर्टल लॉन्च किया। इसमें इंजीनियरिंग छात्रों को देश के 4500 निकायों और स्मार्ट सिटी में इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। इस योजना को एआईसीटीई चलाएगी। निशंक ने कहा कि इंजीनियरिंग स्नातकों को 45 सौ निकायों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस साल करीब 25,000 छात्र इंटर्नशिप कर लेंगे। जबकि दो से तीन साल में एक करोड़ छात्र प्रशिक्षण लेंगे। उन्होंने कहा कि इस समय देश में इंजीनियरिंग के 80 लाख छात्र हैं। प्रशिक्षण पाने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र भी मिलेगा। छात्रों को इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसमें उसे बताना होगा कि वह किस निकाय में इंटर्नशिप करना चाहता है। मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में आईआईटी. आईआईएम और आईआईटी आदि में छात्रों ने प्रयोगशालाओं में जमकर कार्य किया और पीपीई किट, वेंटिलेटर, सैनिटाइजर मशीन और मास्क आदि बनाने का काम किया। देश में इतनी सुविधाएं हैं कि अब छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं है। छात्रों की क्षमता स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे कार्यक्रमों में भी दिखाई देती है।
इस साल 25,000 छात्रों के अवसर इस साल 25,000 छात्रों के अवसर वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी कहा कि पहले साल 25,000 मात्र इंटर्नशिप कर पाएंगे। इससे युवाओं को शहरी स्थानीय निकायों में कामकाज की जानकारी मिलेगी। उद्योग भी जरूरत के मुताबिक उन्हें रोजगार का मौका दे सकेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 के बजट में इस योजना को शुरू करने की घोषणा की थी।
इंजीनियरिंग छात्रों को राहत : 4500 निकायों में मिलेगा इंटर्नशिप का मौका, तीन साल में एक करोड़ छात्रों को मिल सकेगा प्रशिक्षण।
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने देश के पहले 'अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम' और उसका पोर्टल लॉन्च किया। इसमें इंजीनियरिंग छात्रों को देश के 4500 निकायों और स्मार्ट सिटी में इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। इस योजना को एआईसीटीई चलाएगी। निशंक ने कहा कि इंजीनियरिंग स्नातकों को 45 सौ निकायों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस साल करीब 25,000 छात्र इंटर्नशिप कर लेंगे। जबकि दो से तीन साल में एक करोड़ छात्र प्रशिक्षण लेंगे। उन्होंने कहा कि इस समय देश में इंजीनियरिंग के 80 लाख छात्र हैं। प्रशिक्षण पाने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र भी मिलेगा। छात्रों को इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसमें उसे बताना होगा कि वह किस निकाय में इंटर्नशिप करना चाहता है। मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में आईआईटी. आईआईएम और आईआईटी आदि में छात्रों ने प्रयोगशालाओं में जमकर कार्य किया और पीपीई किट, वेंटिलेटर, सैनिटाइजर मशीन और मास्क आदि बनाने का काम किया। देश में इतनी सुविधाएं हैं कि अब छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की जरूरत नहीं है। छात्रों की क्षमता स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन जैसे कार्यक्रमों में भी दिखाई देती है।
इस साल 25,000 छात्रों के अवसर इस साल 25,000 छात्रों के अवसर वहीं, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी कहा कि पहले साल 25,000 मात्र इंटर्नशिप कर पाएंगे। इससे युवाओं को शहरी स्थानीय निकायों में कामकाज की जानकारी मिलेगी। उद्योग भी जरूरत के मुताबिक उन्हें रोजगार का मौका दे सकेंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 के बजट में इस योजना को शुरू करने की घोषणा की थी।

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