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Sunday, January 31, 2021

5 माह में टीजीटी-पीजीटी 2020 पूरी कराना चुनौती

5 माह में टीजीटी-पीजीटी 2020 पूरी कराना चुनौती


चयन बोर्ड

▪️15508 पदों का विज्ञापन 18 नवंबर को निरस्त हुआ था

▪️चयन बोर्ड जारी नहीं कर सका संशोधित विज्ञापन

▪️सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2021 तक भर्ती के दिए थे आदेश


प्रयागराज : प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक ( टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती 2020 महज पांच महीने में पूरी करना चयन बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती होगा। सुप्रीम कोर्ट नेसंजय सिंह के मामले में 26 अगस्त 2020 को जुलाई 2021 से पहले रिक्त पद भरने के आदेश दिए थे।


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने 29 अक्तूबर 2020 को शिक्षकों के 15508 पदों का विज्ञापन भी जारी कर दिया। लेकिन तदर्थ शिक्षकों के भारांक और जीव विज्ञान विषय शामिल न करने से पैदा हुई विधिक अड़चन को देखते हुए 18 नवंबर को विज्ञापन निरस्त कर दिया। विज्ञापन निरस्त हुए ढाई महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन संशोधित विज्ञापन जारी नहीं हो सका है । नये सिरे से प्रक्रिया शुरू करने पर चयन बोर्ड को अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन के लिए कम से कम एक महीने का समय देना होगा।

केंद्र निर्धारण और परीक्षा कराने में कम से कम दो महीने का समय लगेगा। परीक्षा के बाद उत्तरकुंजी जारी करना और उस पर आपत्तियां लेकर निस्तारण करवाते हुए संशोधित उत्तीरकुंजी और फिर परिणाम जारी करने में भी एक महीने से कम का समयनहीं लगेगा। टीजीटी का चयन तो सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर होना है लेकिन प्रवक्ता के लिए तो इंटरव्यू भी कराना होगा। यह तब है जबकि कोई कानूनी अड़चन पैदान हो । तदर्थ शिक्षकों के भारांक, कला और जीव विज्ञान के मसले ऐसे हैं जिसमें विवाद तय माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों में पांच महीने में भर्ती पूरी कराना नामुमकिन दिख रहा है।

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