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Sunday, January 3, 2021

आरक्षी भर्ती में चयनित 35000 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग फंसी, पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण के लिए भेजने में लगेगा समय

आरक्षी भर्ती में चयनित 35000 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग फंसी, पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण के लिए भेजने में लगेगा समय 

लखनऊ : यूपी पुलिस में आरक्षी भर्ती परीक्षा में लॉकडाउन से पहले चयनित हजारों अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए लंबे समय तक इंतजार करना होगा। इसकी वजह प्रशिक्षण केंद्रों पर जगह न होना है।


पुलिस के मौजूदा प्रशिक्षण केंद्र पर 14 हजार अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण चल रहा है। लॉकडाउन के चलते प्रशिक्षण प्रक्रिया बाधित हुई। नतीजतन इन्हें अक्तूबर 2020 में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा सका। ऐसे में इन अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ही अन्य अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजा जा सकेगा। इसलिए चयनित कुल 49,568 अभ्यर्थियों में से 35,568 अभी भी प्रशिक्षण पाने का इंतजार कर रहे हैं। इस पर पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष आरके विश्वकर्मा के मुताबिक पहले चार माह की ट्रेनिंग होती है। फिर दो माह और लगते हैं। ऐसे में बाकी के अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग में अभी समय लगेगा। बोर्ड ने प्रशिक्षण की प्रतीक्षा कर रहे अभ्यर्थियों को भी इसकी जानकारी दे रखी है।

सूत्रों का कहना है कि 14 हजार अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग का क्रम मार्च से पहले पूरा नहीं होगा। इसके बाद भी ट्रेनिंग सेंटरों की क्षमता के लिहाज से ही अभ्यर्थियों को भेजा जाएगा। लिहाजा 35,568 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग पूरा होते होते वर्ष 2022 आ जाएगा।


चयनित अभ्यर्थियों ने लगाई नियुक्ति देने की गुहार

उधर, चयनित अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड व पुलिस मुख्यालय से शेष 35,568 अभ्यर्थियों का मेडिकल परीक्षण कराकर उन्हें नियुक्ति पत्र दिए जाने की गुहार की है। अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस आश्वासन का हवाला दिया है, जिसमें उन्होंने छह माह के अंदर भर्तियों को पूरा कराकर नियुक्ति पत्र वितरित किए जाने को कहा था। मगर, अफसर अभ्यर्थियों की इस मांग पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। क्योंकि अगर मेडिकल परीक्षण कराकर नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे तो विभाग को इन अभ्यर्थियों को पगार भी देनी पड़ेगी, चाहे उनका प्रशिक्षण हुआ हो या न हुआ हो।

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