Searching...
Monday, October 5, 2020

69000 शिक्षक भर्ती : शिक्षक भर्ती धांधली का आरोपी नकल माफिया चंद्रमा यादव गिरफ्तार 

UP Sikshak Bharti : शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड चंद्रमा भी गिरफ्तार।

प्रयागराज :  प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का फरार मास्टर माइंड चंद्रमा यादव भी गिरफ्तार हो गया है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोमवार दोपहर अभियुक्त को कंपनी बाग के पास से गिरफ्तार किया।



उसके कब्जे से मोबाइल, पैसा और आधार कार्ड बरामद हुए हैँ। चंद्रमा यादव पुत्र बर्फी लाल धूमनगंज थाना क्षेत्र के टीपी नगर गंगा बिहार कॉलोनी का रहने वाला है। वह स्कूल प्रबंधक भी है।


कॉलेज का प्रबंधक है पकड़ा गया मास्‍टरमाइंड

एडिशनल एसपी एसटीएफ नीरज पांडेय ने बताया कि टीपी नगर में पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज है, जिसका संचालन चंद्रमा यादव करता है। लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर उसके स्कूल में होता है। ज्यादा पैसा कमाने के लालच में वह कुछ साल पहले वह ललित त्रिपाठी के जरिए डॉ. केएल पटेल और मायापति से मिला। फिर उसके गिरोह के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा करने लगा। चंद्रमा अपने ही स्कूल से प्रतियोगी परीक्षा का पर्चा बाहर निकालकर और फिर फोटो खींचकर उसे वाट्सएप के जरिए केएल पटेल के गिरोह तक पहुंचा देता था। गैंग से जुड़े दूसरे सदस्य सॉल्वरों की मदद से पर्चा हल करते थे और फिर अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस व मोबाइल से बोलकर नकल करवाते थे। पेपर आउट करवाने में ललित त्रिपाठी की भी अहम भूमिका रहती थी। सोरांव में जब उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया तो वह फरार हो गया और लखनऊ, इटावा समेत दूसरे शहरों में छिपता रहा। कुछ दिन पहले जब एसटीएफ ने उसके घर पर मुनादी करवाते हुए कुर्की की नोटिस चस्पा की तो परेशान हो गया। मदद की आस में शहर आया तो इंस्पेक्टर केसी राय, अतुल सिंह , एसआइ अनिल कुमार, सिपाही अजय यादव की टीम ने उसे दबोच लिया।


एक पेपर का मिलता था छह लाख

पूछताछ में चंद्रमा ने बताया कि एक पर्चा आउट करने पर उसे करीब छह लाख रुपये मिलते थे। पिछले कुछ सालों में शिक्षक भर्ती समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे आउट किए थे। हालांकि जनवरी 2020 में ही एसटीएफ ने चंद्रमा और उसके कई साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब भी उस पर पेपर आउट कराने का आरोप था।

सरगना का साला समेत तीन अभी फरार

फर्जीवाड़े में शामिल सरगना डॉ. केएल पटेल का साला फूलपुर निवासी सत्यम पटेल, नवाबगंज का शिवदीप और बहरिया का शैलेष अभी फरार हैं। एसटीएफ का दावा है कि जल्द ही उन्हें भी दबोच लिया जाएगा। इससे पहले सरगना समेत 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।


69000 शिक्षक भर्ती : शिक्षक भर्ती धांधली का आरोपी नकल माफिया चंद्रमा यादव गिरफ्तार।

69 हजार शिक्षक भर्ती धांधली मामले में वांछित नकल माफिया चंद्रमा यादव आखिरकार पकड़ा गया। एसटीएफ ने सोमवार को उसे हिंदू हॉस्टल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। एसटीएफ अफसरों का दावा है कि पूछताछ में उसने परीक्षा से पहले अपने कॉलेज से प्रश्नपत्र सरगना केएल पटेल तक पहुंचाने की बात कबूल की है।  

शिक्षक भर्ती धांधली मामले की जांच में जुटी एसटीएफ लंबे समय से नकल माफिया चंदमा की तलाश में जुटी थी। एसटीएफ अफसरों के मुताबिक, पूछताछ में उसने बताया कि सोरांव में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद वह फरारी के दौरान लखनऊ  व इटावा में रहा। वह धूमनगंज में पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज का संचालन करता है। जिसमें वह अपनी उऊंची पकड़ के चलते लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का केंद्र बनवाता था। ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में ही वह केएल पटेल से जुड़ गया।

उसके स्कूल मेें केंद्र होने के कारण प्रश्रपत्र एक दिन पहले ही आ जाता था। बंद लिफाफों की सील तोडक़र प्रश्रपत्रों की फोटो खींचकर वह व्हाट्सएप से सहयोगी ललित त्रिपाठी के माध्यम से पटेल तक पहुंचाता था जिसके एवज में उसे 5-6 लाख रुपये मिलते थे। बता दें कि इसी साल जनवरी में उसे टीईटी का पेपर आउट कराने के मामले में सैकड़ों मोबाइल संग गिरफ्तार किया गया था। एएसपी नीरज पांडेय ने बताया कि आरेापी को जेल भेज दिया गया है। मामले में तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी शेष है जिनकी तलाश की जा रही है। 


चार महीने तक छकाने के बाद आया हाथ

चंद्रमा चार महीने तक छकाने के बाद एसटीएफ के हाथ आया। चार जून को मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार हो गया था। जिसके बाद उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट के साथ ही कुर्की की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई थी। वैसे एसटीएफ अफसरों का दावा है कि कुर्की की कार्रवाई शुरू होने के बाद ही वह दबाव में आया। केस के सिलसिले में वह शहर आया और इसी दौरान सटीक सूचना पर उसे गिरफ्तार किया गया। 

0 comments:

Post a Comment