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Thursday, October 1, 2020

69000 शिक्षक भर्ती धांधली में सरगना के दो मददगार प्रयागराज में गिरफ्तार

69000 शिक्षक भर्ती धांधली में सरगना के दो मददगार प्रयागराज में गिरफ्तार।

69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा धांधली मामले की विवेचना में जुटी एसटीएफ ने गिरोह के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए संदीप पटेल व दुर्गेश सिंह सरगना केएल पटेल के बेहद करीबी हैं और वह उसे कमीशन लेकर अभ्यर्थी  उपलब्ध कराते थे। दोनों के कब्जे से चार मोबाइल के अलावा एक चारपहिया वाहन भी बरामद किया गया है। 


एएसपी नीरज पांडेय के नेतृत्व में विवेचना में जुटी एसटीएफ स्थानीय इकाई के केसी राय व उनकी टीम ने मलाक हरहर तिराहा, फाफामऊ से दोनों को गिरफ्तार किया। एसटीएफ अफसरों के मुताबिक, पूछताछ में दोनों ने बताया कि संदीप पुत्र ओंकारनाथ पटेल निवासी बहरिया अतनपुर  और दुर्गेश पुत्र तेजबहादुर सिंह बछान, अंतू प्रतापगढ़ का रहने वाला है। दोनों गिरेाह के सक्रिय सदस्य और सरगना केएल पटेल के लिए काम करते थे।

वह पिछले दो-तीन सालों से उससे जुड़े थे और सात लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की बात कहकर अभ्यर्थियों को सरगना से मिलवाते थे। इसके एवज में उन्हें कमीशन मिलता था। गिरेाह के अन्य सदस्यों के पकड़े जाने के बाद से ही वह इधर-उधर छिपते फिर रहे थे। एसटीएफ अफसरों ने बताया कि उनके कब्जे से केस डायरी की एक प्रति भी प्राप्त हुई है जो संभवत: उन्हें वकील के माध्यम से मिली होगी। 


एमबीए कर चुका है संदीप
अफसरों के मुताबिक, पकड़ा गया संदीप यूपीटीयू से एमबीए कर चुका है जबकि दुर्गेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों की तैयारी करता है। दोनों ने यह भी बताया कि खुद के चयन के लिए ही वह केएल पटेल के संपर्क में आए थे और उसे इसके लिए रुपये भी दिए। बाद में वह धीरे-धीरे उसके लिए काम करने लगे और उसे अभ्यर्थी उपलब्ध कराने लगे। 


दो अग्रिम जमानत पर, चार की तलाश जारी
दो अन्य की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ अब इस मामले में वांछित चार आरोपियों की तलाश में जुटी है। इनमें नकल माफिया चंद्रमा यादव के अलावा शिवदीप, सत्यम व शैलेष शामिल हैं। बता दें कि दो आरोपियों मायापति दुबे व अरविंद पटेल को अग्रिम जमानत मिल चुकी है। मामले में अब तक कुल 14 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं जिनमें से तीन खुद शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी थे। 

सोरांव पुलिस ने 11, एसटीएफ ने तीन को भेजा जेल
शिक्षक भर्ती धांधली मामले में आठ लोगों पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई। बाद में तीन अन्य के नाम विवेचना में सामने आए। जिसमें से सरगना समेत कुल 11 आरेापियों को सोरांव पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसके बाद विवेचना स्थानांतरित होने के बाद से अब तक एसटीएफ तीन आरोपियों को जेल भेज चुकी है।

शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े में दो गिरफ्तार।

शिक्षक भर्ती में मामले में एसटीएफ ने गुरुवार को दो आरोपियों को फाफामऊ से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चार मोबाइल, एक सीडी की छायाप्रति एवं एक अदद कार बरामद की गई है। इस मामले में स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव समेत चार लोग अब भी फरार बताए गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में इसी साल पांच जून को एक अभ्यर्थी ने सोरांव थाने में डॉ. केएल पटेल, चंद्रमा यादव समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। पैसे लेकर भर्ती कराने का आरोप लगाया गया था। केएल पटेल को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। बाकी छह फरार थे। एसटीएफ ने गुरुवार को इन्हीं आरोपियों में से दुर्गेश सिंह पुत्र तेज बहादुर सिंह, निवासी बझान, थाना अन्तू, जनपद प्रतापगढ़, संदीप पटेल पुत्र ओमकार नाथ पटेल, निवासी ग्राम अतनपुर, थाना बहरिया, जनपद प्रयागराज को गिरफ्तार किया। एएसपी नीरज कुमार पांडेय के निर्देशन में उप निरीक्षक रणेन्द्र कुमार सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, संजय कुमार सिंह, अश्वनी कुमार सिंह और अजय यादव की एक टीम ने गिरफ्तारी की।

एक अभ्यर्थी से लेते थे सात लाख रुपये
पुलिस की पूछताछ के दौरान संदीप पटेल तथा दुर्गेश सिंह ने बताया कि विभिन्न भर्ती प्रतियोगी परीक्षाओं में अवैध रूप से भर्ती कराने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल व मायापति दूबे के लिए हम लोगों ने सुपरटेट-2019 में पैसे लेकर कैंडिडेट उपलब्ध कराने का काम किया था। सरगना केएल पटेल व मायापति दूबे से बात करके भर्ती परीक्षा पास कराने के एवज में प्रति अभ्यर्थी 7 लाख रूपये में तय करके कमीशन का हिस्सा अपने पास रखकर पूरा पैसा उन्हें दे देते थे। ऐसे अभ्यर्थी जिनसे पैसा ले लिया जाता था, उन्हें इलेक्ट्रानिक ब्लूटूथ डिवाइस के जरिये नकल कराकर परीक्षा पास करा दिया जाता था। प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसा लेकर अवैध रूप से भर्ती कराने का काम पिछले 2-3 वर्षों से हम लोगों द्वारा किया जा रहा था।

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