Searching...
Sunday, August 2, 2020

खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) परीक्षा टालने को मुहिम जारी, 16 अगस्त को 309 पदों के लिए है परीक्षा


खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) परीक्षा टालने को मुहिम जारी, 16 अगस्त को 309 पदों के लिए है परीक्षा

अभ्यर्थियों ने बीईओ, बीएड परीक्षा स्थगित कराने को लगाई राज्यपाल से गुहार

BEO - 2019 परीक्षा स्थगित कराने को मुहिम जारी, आयोग के अध्यक्ष के बाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिखा पत्र। 

 
प्रयागराज : कोरोना के मद्देनजर कुछ प्रतियोगी छात्र खंड शिक्षा अधिकारी-2019 की प्रारंभिक परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। प्रतियोगियों ने पहले यूपीपीएससी के अध्यक्ष को पत्र भेजा। अब भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा की ओर से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है।


पत्र लिखने वाले मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह का कहना है कि बीईओ प्री परीक्षा 16 अगस्त को है। इसमें पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों को शामिल होना है। होटल व धर्मशाला बंद हैं। हर केंद्र में सैकड़ों अभ्यर्थियों का जमघट होगा। ऐसे में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शारीरिक दूरी मानक का पालन करना संभव नहीं होगा। साथ ही यात्र के दौरान भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा।


प्रयागराज। बीएड प्रवेश परीक्षा और बीईओ प्रारंभिक परीक्षा स्थगित किए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया है। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान के नेतृत्व में छात्रों ने राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में मांग की है कि तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए परीक्षाओं को स्थगित किए जाने का तत्काल निर्णय लिया जाए।


छात्रों का कहना है कि हालात इतने खराब है कि केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टरों के संक्रमित होने के बाद उन्हें अपने ही संस्थान में 20 घंटे बाद काफी जद्दोजहद करने पर बेड मिला। ऐसे में जब लाखों छात्र परीक्षा देने के लिए घर से बाहर निकलेंगे और उनके अभिभावक भी साथ होंगे, तो क्या होगा। छत्र और अभिभावक संक्रमण की आशंका से सहमे हुए हैं। उधर, इंकबाली नौजवान सभा (इनौस) ने भी नौ अगस्त को बीएड प्रवेश परीक्षा और 16 अगस्त को प्रस्तावित बीईओ प्रारंभिक परीक्षा टालने की मांग की है। इनौस के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि कोरोना महामारी का संकट पूरे प्रदेश पर है। ऐसे में छात्रों की जान को खतरे में नहीं डाला जा सकता। छात्रों के परीक्षा केंद्र सौ-दो सै किमी दूर बनाए गए हैं। ऐसे में सबसे अधिक दिक्कत छात्राओं की होगी।

 
प्रयागराज : कोरोना संक्रमण को देखते प्रतियोगी छात्र खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) की प्रारंभिक परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अध्यक्ष को ई-मेल के जरिए पत्र भेजकर पीसीएस-2019 की मुख्य परीक्षा की तरह खंड शिक्षा अधिकारी-2019 की प्रारंभिक परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग ही है। लेकिन, आयोग ने अभी परीक्षा टालने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। संयोग है कि लॉकडाउन में शनिवार व रविवार की तीन परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं, लेकिन इस परीक्षा को लेकर अब तक असमंजस बना है। अभ्यर्थी कह रहे कि यह परीक्षा लॉकडाउन में क्यों नहीं आ रही?


उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी 2019 के तहत 309 पदों की भर्ती निकाली है। इसमें पांच लाख 28 हजार से अधिक आवेदन आए हैं। भर्ती का विज्ञापन 12 दिसंबर 2019 को जारी किया गया। ऑनलाइन आवेदन के तहत फार्म 13 जनवरी तक सबमिट कराए गए। इसकी परीक्षा 16 अगस्त को प्रस्तावित है। खंड शिक्षा अधिकारी की यह भर्ती तकरीबन 12 साल बाद निकली है। इसके पहले 2007 में इस पद की भर्ती निकली थी।



बीईओ, बीएड परीक्षा पर घमासान, अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र, सैकड़ो की संख्या में किए गए ट्वीट, री-ट्वीट


प्रयागराज : : देश के गृहमंत्री कोरोना से संक्रमित हो गए हैं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है और रविवार को कोरोना संक्रमण के कारण तकनीकी शिक्षा मंत्री का निधन हो गया। यह सभी लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। ऐसे में जब प्रदेश की सड़कों पर लाखों की संख्या में आम अभ्यर्थी परीक्षा देने निकलेंगे तो उन्हें कोरोना से कौन बचाएगा?




प्रतियोगी छात्रों ने यह सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री को सैकड़ों की संख्या में ट्वीट और री-ट्वीट किए हैं। साथ ही पत्र लिखे हैं और मांग की है कि बीएड प्रवेश परीक्षा, खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रारंभिक परीक्षा में अगस्त में प्रस्तावित सभी परीक्षाएं कोरोना के बढ़ते संक्रमण तक स्थगित की जानी चाहिए।


बीएड की प्रवेश परीक्षा नौ अगस्त को प्रस्तावित है। वहीं, बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा 16 अगस्त को होनी है। बीएड की प्रवेश परीक्षा में तकरीबन पांच लाख और बीईओ की प्रारंभिक परीक्षा में साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों को शामिल होना है। प्रांतीय सिविल सेवा मार्गदर्शक दुर्गेश शांडिल्य केनेतृत्व में प्रतियोगी छात्रों ने रविवार शाम चार से सात बजे तक 'उत्तर प्रदेश का प्रतियोगी मांगे प्राण की भीख' अभियान चलाकर मुख्यमंत्री को सैकड़ों की संख्या में ट्वीट, री ट्वीट किए। वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर और सीएमपी डिग्री कॉलेज छात्र परिषद के पूर्व अध्यक्ष करन सिंह परिहार ने राज्यपाल को ट्वीट कर बीएड प्रवेश परीक्षा स्थगित किए जाने की मांग की।




प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि जरा सी गलती पर लोग कोरोना संक्रमित हो जा रहे हैं। ऐसे में जब लाखों छात्र परीक्षा देने निकलेंगे और परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों की भीड़ जुटेगी, तो कोरोना संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ेगा। बेरोजगार युवा भी चाहते हैं कि परीक्षाएं समय से हों और नौकरी जल्दी मिले, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि छात्रों की जान को खतरे में डाल दिया जाए। तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच छात्र मानसिक रूप से भी परीक्षाएं देने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं स्थगित करना ही उचित है।


 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।

0 comments:

Post a Comment