Searching...
Sunday, August 23, 2020

सिपाही भर्ती : पांच महीने से मेडिकल का इंतजार कर रहे 49568 अभ्यर्थी

सिपाही भर्ती के अभ्यर्थियों ने लगाया बेरुखी का आरोप

प्रयागराज : सिपाही भर्ती 2018 के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि कोर्ट के आदेश के बावजूद भर्ती बोर्ड उनकी नियुक्ति और मेडिकल बोर्ड गठन करने के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा है। अब कोरोना कॉल भी बहाना नहीं है। बीईओ और बीएड जैसी परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। अभ्यर्थियों ने 30 अगस्त को प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम में अपनी बात रखने के लिए टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल करने का अभियान चलाया है।




अभ्यर्थियों ने बताया कि सिपाही भर्ती 2018 में 41,520 पदों के लिए नियुक्ति होनी थी। लिखित परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन, शारीरिक मानक परीक्षण और दक्षता परीक्षा के बाद चार चरणों में कुल 55,444 अभ्यर्थी सफल हुए थे लेकिन 36,288 पदों पर ही भर्ती की गई। शेष 5,292 पद रिक्त हो गए। मेडिकल में अभ्यर्थी छांट दिए गए थे। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 13,924 ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने चारों चरण में सफलता हासिल की लेकिन इसके बाद भी नियुक्ति नहीं की गई। अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड और सरकार को कई बार लिखित में अवगत कराया। इसे लेकर धरना दिया और उनके खिलाफ लाठीचार्ज भी हुआ। इसके बावजूद अभी तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका। लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 संक्रमण फैलने का खतरा था लेकिन अब इस बात का भी डर खत्म हो गया है। सभी परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ने हिन्दुस्तान को दिए गए इंटरव्यू में इस परीक्षा के बारे में भी चर्चा की थी लेकिन इसके बाद भी उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है।

 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।

0 comments:

Post a Comment