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Tuesday, August 25, 2020

UPPSC RO/ARO Exam 2016 : जिलों के विकल्प चुनने के लिए अभ्यर्थियों को दो दिन और अवसर

UPPSC RO/ARO Exam 2016 : जिलों के विकल्प चुनने के लिए अभ्यर्थियों को दो दिन और अवसर।

UPPSC RO/ARO Exam 2016 यूपीपीएससी ने अभ्यर्थियों की प्राथमिकता वाले तीन जिलों के नाम पूछे हैं। ऑनलाइन विकल्प भरने का मौका 25 से बढ़ाकर 27 अगस्त तक कर दिया गया है।


UPPSC RO/ARO Exam 2016 यूपीपीएससी ने अभ्यर्थियों की प्राथमिकता वाले तीन जिलों के नाम पूछे हैं। ऑनलाइन विकल्प भरने का मौका 25 से बढ़ाकर 27 अगस्त तक कर दिया गया है।

प्रयागराज :  UPPSC RO/ARO Exam 2016 : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आरओ/एआरओ यानी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2016 के लिए अभ्यर्थियों को दो दिन और अवसर दिया है। यूपीपीएससी ने अभ्यर्थियों की प्राथमिकता वाले तीन जिलों के नाम पूछे हैं। ऑनलाइन विकल्प भरने का मौका 25 से बढ़ाकर 27 अगस्त तक कर दिया गया है।



समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2016 अब 20 सितंबर को उत्तर प्रदेश के 17 जिलों आगरा, अयोध्या, आजमगढ़, बाराबंकी, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, प्रयागराज, रायबरेली व वाराणसी में होनी है। यूपीपीएससी ने आरओ/एआरओ-2016 के तहत 361 पदों की भर्ती निकाली थी। इसकी प्रारंभिक 27 नवंबर 2016 को दो पाली में प्रदेश के 31 जिलों के 827 केंद्रों पर कराई गई थी।


आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए 385191 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया। इसमें प्रथम पाली में 204907 व द्वितीय पाली में 203261 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा के दौरान लखनऊ के एक केंद्र से पेपर वाट्सएप पर वायरल हो गया। परीक्षा के बाद आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने लखनऊ के हजरतगंज थाना में दोनों प्रश्नपत्रों के आउट होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच सीबीसीआइडी लखनऊ ने की। सीबीसीआइडी ने 29 सितंबर 2018 को विशेष न्यायाधीश सीबीसीआइडी के यहां अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत किया।

सीबीसीआइडी अंतिम रिपोर्ट पर वादी अमिताभ ठाकुर संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने अंतिम रिपोर्ट के विरुद्ध कोर्ट में आपत्ति दाखिल कर दी। विशेष न्यायाधीश सीबीसीआइडी ने एक जनवरी 2020 को सीबीसीआइडी की अंतिम रिपोर्ट को निरस्त कर दिया। साथ ही प्रकरण की जांच दोबारा कराने का आदेश दिया। इस पर प्रकरण की जांच के लिए उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने दो सदस्यीय जांच समिति की संस्तुति कर दिया। इसके साथ ही आयोग ने विचार किया कि पुन: जांच से प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम अधर में लटक गया है। तब, प्रारंभिक परीक्षा निरस्त कर पुनर्परीक्षा का निर्णय लिया गया था।

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