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Friday, July 3, 2020

लोक सेवा आयोग को मिले तीन नए सदस्य, नए सदस्यों के आने से पीसीएस साक्षात्कार का रास्ता साफ, आयोग जल्द जारी कर सकता है पीसीएस का साक्षात्कार कार्यक्रम

लोक सेवा आयोग को मिले तीन नए सदस्य, नए सदस्यों के आने से पीसीएस साक्षात्कार का रास्ता साफ।


प्रयागराज :  शासन ने किशनवीर सिंह शाक्य, कल्पराज सिंह और प्रो. आरएन त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) का सदस्य नियुक्त कर दिया है। शुक्रवार को तीनों सदस्यों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया। इसके साथ ही आयोग में सदस्यों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, लेकिन तीन पद अब भी खाली हैं। आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने तीनों को कार्यभार ग्रहण कराया। नए सदस्यों के आने आयोग में प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित गतिविधियां अब और तेज होंगी। आयोग के नए सदस्य किशनवीर सिंह शाक्य मूलतः गाजियाबाद के रहने वाले हैं और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। ऐसे में उनके अनुभव का लाभ आयोग को मिलेगा। वहीं, कल्पराज सिंह हाईकोर्ट में राज्य विधि अधिकारी रह चुके हैं और वह मूलतः प्रयागराज के रहने वाले हैं, जबकि बीएचयू में समाजशास्त्र के प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी अब तक उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य थे। उन्होंने पिछले साल ही उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में बतौर सदस्य ज्वाइन किया था। शुक्रवार को उन्हें रिलीव कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में सदस्य के पद पर ज्वाइन कर लिया। इन तीनों सदस्यों ने नियुक्ति होते ही सदस्य पद की जिम्मेदारी संभाल ली है और ऐसे में आयोग में परीक्षाओं से संबंधित गतिविधियां और तेज होने के आसार हैं। यूपीपीएससी में सदस्यों के कुल आठ पद हैं। इनमें से चार पद कुछ महीनों से खाली रिक्त पड़े थे। पिछले माह 17 जून को डॉ. जयराम प्रसाद वैद्य और 20 जून को सुशील सिंह सदस्य के पद से रिटायर हो गई. जिसके बाद आयोग में केवल दो सदस्य डॉ. रामजी मौर्य एवं प्रेम कुमार सिंह रह गए और छह पद खाली हो गए। नए सदस्यों के आने के बाद अब तीन पद रिक्त रह गए हैं। इन रिक्त पदों पर भी जल्द ही नए सदस्यों की नियुक्ति हो सकती है।




प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में तीन नए सदस्यों के ज्वाइन करने से पीसीएस-2018 के इंटरव्यू का रास्ता साफ हो गया है। यूपीपीएससी जल्द ही इंटरव्यू का कार्यक्रम घोषित कर सकता है। ऐसे में पीसीएस-2018 का अंतिम चयन परिणाम पीसीएस-2019 की मुख्य परीक्षा के आयोजन से पहले जारी होने की उम्मीद है और इससे पीसीएस-2019 के अभ्यर्थियों के लिए चयन के अवसर बढ़ेंगे। तीन नए सदस्यों की नियुक्ति से पहले आयोग में केवल दो सदस्य रह गए थे। पीसीएस के इंटरव्यू में सदस्यों की अध्यक्षता में अलग-अलग बोर्ड गठित किए जाते हैं। साथ ही एक बोर्ड की अध्यक्षता आयोग के अध्यक्ष करते हैं। आयोग में अब तक केवल दो सदस्य थे। ऐसे में अधिकतम तीन बोर्ड गठित किए जा सकते थे और इस हिसाब से इंटरव्यू पूरा कराने में कम से कम तीन माह का समय लगता लेकिन तीन नए सदस्यों के आ जाने से आयोग में अब सदस्यों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। ऐसे में इंटरव्यू एक माह में पूरा कराया जा सकता है।


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