निदेशालय पहुंची चयनितों की फाइलें, समाजशास्त्र विषय के 273 पदों पर जल्द पूरी होगी असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया।
प्रयागराज :: प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र विषय के 273 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को जल्द ही नियुक्ति मिल जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों की फाइलें उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) ने उच्च शिक्षा निदेशालय को भेज दी है। निदेशालय में डाटा अपलोड करने का काम शुरू कर दिय गया है और अगले हफ्ते निदेशालय ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर सकता है। यूपीएचईएससी ने विज्ञापन संख्या-47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के 273 पदों का अंतिम चयन परिणाम 25 जून को जारी किया था अंतिम चयन परिणाम घोषित किए जाने के बाद यूपीएचईएसी ने फाइलें निदेशालय को भेजने से पहले सभी की जांच की और इस दौरान एक बड़ा मामला पकड़ा गया।
जांच में सामने आया कि बिहार की एक ओबीसी महिला अभ्यर्थी खुद को यूपी का बताकर ओबीसी आरक्षण का गलत तरीके से लाभ लेते हुए चयनित हो गई। हालांकि, इस गड़बड़ी के सामने आने केबाद संबंधित महिला अभ्यर्थी चयनितों की सूची से बाहर कर दी गई और उसकी जगह दूसरी महिला अभ्यर्थी का चयन किया गया। सभी फाइलों की जांच के बाद अब उन्हें उच्च शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया है और निदेशालय में प्रत्येक अभ्यर्थी से संबंधित डाटा वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. वंदना शर्मा का कहना है कि असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों की फाइलें निदेशालय को मिल गई हैं। डाटा अपलोड करने का काम चल रहा है। अगले सप्ताह तक ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा।
अगले हफ्ते ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी करने की तैयारी
प्रयागराज :: प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र विषय के 273 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को जल्द ही नियुक्ति मिल जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों की फाइलें उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) ने उच्च शिक्षा निदेशालय को भेज दी है। निदेशालय में डाटा अपलोड करने का काम शुरू कर दिय गया है और अगले हफ्ते निदेशालय ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर सकता है। यूपीएचईएससी ने विज्ञापन संख्या-47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के 273 पदों का अंतिम चयन परिणाम 25 जून को जारी किया था अंतिम चयन परिणाम घोषित किए जाने के बाद यूपीएचईएसी ने फाइलें निदेशालय को भेजने से पहले सभी की जांच की और इस दौरान एक बड़ा मामला पकड़ा गया।
जांच में सामने आया कि बिहार की एक ओबीसी महिला अभ्यर्थी खुद को यूपी का बताकर ओबीसी आरक्षण का गलत तरीके से लाभ लेते हुए चयनित हो गई। हालांकि, इस गड़बड़ी के सामने आने केबाद संबंधित महिला अभ्यर्थी चयनितों की सूची से बाहर कर दी गई और उसकी जगह दूसरी महिला अभ्यर्थी का चयन किया गया। सभी फाइलों की जांच के बाद अब उन्हें उच्च शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया है और निदेशालय में प्रत्येक अभ्यर्थी से संबंधित डाटा वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. वंदना शर्मा का कहना है कि असिस्टेंट प्रोफेसर समाजशास्त्र के चयनित अभ्यर्थियों की फाइलें निदेशालय को मिल गई हैं। डाटा अपलोड करने का काम चल रहा है। अगले सप्ताह तक ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा।
अगले हफ्ते ऑनलाइन काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी करने की तैयारी

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