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Sunday, July 25, 2021

UP : 58 हजार से ज्यादा पंचायत सहायक भर्ती का कार्यक्रम जारी, 10 सितंबर तक पूरी होगी नियुक्ति प्रक्रिया, देखें पूरी डिटेल

UP : 58 हजार से ज्यादा पंचायत सहायक भर्ती का कार्यक्रम जारी, 10 सितंबर तक पूरी होगी नियुक्ति प्रक्रिया, देखें पूरी डिटेल।


यूपी ग्राम सहायक भर्ती : बीटेक-एमटेक वाले भी रेस में, 12वीं पास रखी गई थी योग्यता। देखें खबर सबसे नीचे

58189 पंचायत सहायक/एकाउंटेंट कम डाटा एंट्री ऑपरेटर भर्ती के सम्बन्ध में जारी सरकारी विज्ञापन, देखें समय सारिणी

ग्राम सचिवालयों में पंचायत सहायक भर्ती के लिए आवेदन शुरू

पंचायत सहायकों की भर्ती की समय-सारणी देखें

● पंचायत सहायक के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करने की सूचना जारी करना : 30 जुलाई से एक अगस्त तक
● आवेदन पत्र जमा करने की अवधि : दो अगस्त से 17 अगस्त तक
● जमा आवेदन पत्रों को ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराना : 18 अगस्त से 23 अगस्त तक
● मेरिट लिस्ट तैयार करना : 24 अगस्त से 31 अगस्त तक
● डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा परीक्षण : एक सितंबर से सात सितंबर तक
● ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करना : आठ सितंबर से 10 सितंबर तक


लखनऊ : प्रदेश के सभी ग्राम सचिवालयों में पंचायत सहायकों की भर्ती के लिए आवेदन सोमवार से शुरू हो गए हैं। अभ्यर्थी आवेदन 17 अगस्त तक कर सकते हैं। 18 से 23 अगस्त तक डीपीआरओ व ब्लाक कार्यालय में मिले आवेदन संबंधित ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराए जाएंगे। ग्राम पंचायत में मिले आवेदनपत्रों की मेरिट लिस्ट बनेगी, प्रशासनिक समिति के अनुमोदन के बाद जिला स्तरीय समिति को भेजी जाएगी।





ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय की स्थापना विषयक पत्र जारी, संशोधित आवेदन पत्र का प्रारूप देखें। 






58,189 पंचायत सहायकों की नियुक्ति: 10 दिसंबर तक दे दिए जाएंगे नियुक्ति पत्र, जानिए कितना मिलेगा मानदेय


ग्राम पंचायतों में 58,189 पंचायत सहायकों (पंचायत सहायक/ एकाउंटेंट-कम-डाटा इंट्री ऑपरेटर) की नियुक्ति संबंधी विस्तृत दिशानिर्देश जारी कर दिया गया है। चयन की कार्रवाई 30 जुलाई से शुरू होगी और 10 सितंबर तक पूरी कर नियुक्ति पत्र दे दिए जाएंगे।

पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारी अपने परिजनों व रिश्तेदारों को पंचायत सहायक नहीं बना पाएंगे। चौधरी ने प्रेस वार्ता में बताया कि पंचायत सहायक के पद पर ग्राम प्रधान, उप प्रधान, सदस्य अथवा सचिव का संबंधी नहीं नियुक्त किया जा सकेगा।

संबंधियों में पिता, दादा, श्वसुर (पितृ अथवा मातृ संबंधी) पुत्र, पौत्र, दामाद, पुत्रवधू, बहन, पति, पत्नी, पुत्री, मां आएंगे। उन्होंने कहा कि योगी सरकार पंचायतों को ग्राम सचिवालय के रूप में विकसित कर ग्राम पंचायतों के सशक्तीकरण का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि पंचायत सहायकों की नियुक्ति से प्रत्येक ग्राम पंचायत का नियमित व सुचारु संचालन संभव होगा। पंचायत सहायकों को छह हजार रुपये मानदेय मिलेगा और उनका चयन एक साल के लिए होगा।


■  हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मेरिट से चयन

मंत्री ने बताया कि ग्राम प्रधान की अध्यक्षता वाली प्रशासनिक समिति हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मेरिट पर चयन करेगी। यदि ग्राम पंचायत में कोविड-19 से मृतक व्यक्ति है तथा उसका वारिस इंटरमीडिएट पास है व आरक्षण श्रेणी को पूरा करता है तो उसे वरीयता दी जाएगी।

इसमें मृत व्यक्ति की पत्नी या पति, पुत्र, अविवाहित पुत्री व विधवा पुत्री, विधवा माता, अविवाहित भाई व अविवाहित बहन आएंगे। यदि एक ग्राम पंचायत में एक से अधिक कोविड से मृतक के वारिसों के आवेदन आते हैं तो जिसकी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के प्राप्ताकों के प्रतिशत का औसत अधिक होगा, उन्हें चयनित किया जाएगा।

■ एक वर्ष बाद नए पंचायत सहायक की नियुक्ति हो सकेगी

◆ - 6000 रुपये प्रतिमाह मानदेय।

◆ - चयन एक वर्ष के लिए। ग्राम सभा एक वर्ष बाद नए पंचायत सहायक की नियुक्ति कर सकेगी।

◆ - कार्यरत पंचायत सहायक के कार्य से संतुष्ट होने पर ग्राम सभा की खुली बैठक में प्रस्ताव पास कर एक-एक वर्ष कर दो वर्ष तक  बढ़ाया जा सकेगा।

◆ - ग्राम पंचायत तय प्रक्रिया से सहायक का चयन कर सूची जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति को भेजेगी।

◆ - यह समिति चयनित अभ्यर्थी की अर्हता व पात्रता का परीक्षण कर संस्तुति देगी। वह उस सूची में कोई बदलाव नहीं कर सकती है।

◆ - यदि पंचायत द्वारा चयनित अभ्यर्थी तय योग्यता पूरा नहीं करता है तो समिति पंचायत को फिर से चयन के लिए कहेगी।

◆ - अर्हता व योग्यता पूरी करने वाले 18 से 40 वर्ष के ग्राम पंचायत के निवासी आवेदन कर सकेंगे। एससी-एसटी व ओबसी को 5 वर्ष की छूट।


■ पंचायत सहायक चयन का कैलेंडर

● 30 जुलाई से एक अगस्त : ग्राम पंचायत सूचना पट व मुनादी के जरिये आवेदन आमंत्रित करेगी।
● 2 अगस्त से 17 अगस्त : डीपीआरओ कार्यालय, ब्लॉक कार्यालय व ग्राम पंचायत में आवेदन लिया जाएगा। वहां उसकी पावती दी जाएगी।
● 24 अगस्त से 31 अगस्त : ग्राम पंचायत आवेदन पत्रों की श्रेष्ठता सूची तैयार कर प्रशासनिक समिति से अनुमोदित कराएगी और जिला स्तरीय समिति को अनुमोदन के लिए भेजेगी।
● 1 सितंबर से 7 सितंबर : जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति चयन सूची का परीक्षण कर संस्तुति देगी।
● 8 सितंबर से 10 सितंबर : ग्राम पंचायत द्वारा पंचायत सहायक को नियुक्ति पत्र वितरित किया जाएगा।


Panchayat Assistants Recruitment : उत्तर प्रदेश सरकार सभी 58189 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक कम डाटा इंट्री ऑपरेटर की भर्ती करेगी। ग्राम प्रधान अपने परिवार और रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। जिस जाति की आरक्षित ग्राम पंचायत होगी उसी जाति का पंचायत सहायक होगा।



उत्तर प्रदेश सरकार सभी 58189 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक कम डाटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती करेगी।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में नौकरी तलाश कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है। योगी सरकार रोजगार को लेकर गतिशील हो गई है। उत्तर प्रदेश सरकार 58189 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक, एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री आपरेटर की नियुक्ति करने जा रही है। प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक पंचायत सहायक तैनात होंगे। 10वीं और 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट के जरिए यह भर्ती होगी। अभ्यर्थी उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए। 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग इसमें आवेदन कर सकते हैं। पंचायत सहायक एक साल की संविदा पर रखे जाएंगे। उन्हें छह हजार रुपये महीना मानदेय मिलेगा।

उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र चौधरी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को इसमें नहीं रख पाएंगे। साथ ही पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत जिस श्रेणी में आरक्षित होंगी उसी श्रेणी के सहायक का चयन किया जाएगा। यानी जिन पंचायतों के प्रधान पद अनुसूचित जाति के हैं, वहां अनुसूचित जाति का ही सहायक नियुक्त होगा। आवेदन पत्र सादे कागज पर ग्राम पंचायत या संबंधित विकास खंड या जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में जमा होंगे। इसमें शैक्षिक अर्हता, आयु एवं जाति संबंधी प्रमाण पत्र लगाना होगा।


ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकों के प्रतिशत के आधार पर पंचायत सहायक के चयन के लिए पात्रता सूची तैयार करेगी। सबसे अधिक अंक वाले अभ्यर्थी का चयन किया जाएगा। चयनित अभ्यर्थी का पूर्ण विवरण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के पास भेजा जाएगा। अभ्यर्थी की पात्रता का परीक्षण कर समिति नियुक्ति के लिए संस्तुति कर देगी। यदि ग्राम पंचायत द्वारा चयनित अभ्यर्थी निर्धारित योग्यता नहीं रखता है तो डीएम की समिति ग्राम पंचायत से दूसरे अभ्यर्थी के चयन के लिए कहेगी।

एक साल होगी संविदा अवधि : पंचायत सहायक की संविदा एक वर्ष के लिए होगी, यदि सेवाएं संतोषजनक पाई जाती हैं तो ग्राम सभा की खुली बैठक में विचार कर उसकी संविदा एक-एक वर्ष करके दो वर्ष बढ़ाई जा सकती है। वहीं, पंचायत सहायक का कार्य व आचरण संतोषजनक न होने की दशा में उनके विरुद्ध कार्रवाई ग्राम पंचायत कर सकती है। एक माह की नोटिस पर इन्हें हटाया भी जा सकता है। इसमें आवेदन के लिए न्यूनतम आयु एक जुलाई को 18 वर्ष व अधिकतम 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। एससी, एसटी व ओबीसी के अभ्यर्थियों को पांच वर्ष की छूट दी जाएगी। चयनित पंचायत सहायकों को सरकार दो माह का प्रशिक्षण प्रदान करेगी।


कोरोना से मृत्यु होने पर परिवारीजन को मिलेगा लाभ : ग्राम पंचायत में यदि किसी की कोरोना से मृत्यु हो गई है तो उनके परिवार से जैसे पत्नी या पति, पुत्र, अविवाहित पुत्री, विधवा पुत्री, विधवा माता, अविवाहित भाई, अविवाहित बहन को सबसे पहले चयनित किया जाएगा। यदि आरक्षण श्रेणी की ग्राम पंचायत है और मृतकों के परिजन उस आरक्षण श्रेणी को पूरा करते हैं साथ ही वे इंटरमीडिएट पास हैं तो उनका चयन कर लिया जाएगा। सामान्य श्रेणी की ग्राम पंचायतों में कोरोना से मृत्यु का लाभ सामान्य श्रेणी के परिवारों को ही दिया जाएगा। यदि एक से अधिक आवेदन इस श्रेणी में आते हैं तो मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा।


पंचायत सहायकों की समय-सारणी

◆ पंचायत सहायक के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करने की सूचना जारी करना-30 जुलाई से एक अगस्त तक।

◆ आवेदन पत्र जमा करने की अवधि-दो अगस्त से 17 अगस्त तक।

◆ जमा आवेदन पत्रों को ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराना-18 अगस्त से 23 अगस्त तक।

◆ मेरिट लिस्ट तैयार करना-24 अगस्त से 31 अगस्त तक।

◆ डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा परीक्षण-एक सितंबर से सात सितंबर तक।

◆ ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करना-आठ सितंबर से 10 सितंबर तक।


देखें विज्ञप्ति



58 हजार पंचायत सहायकों की भर्ती : अपने रिश्तेदारों को नहीं नियुक्त कर पाएंगे प्रधान, 10वीं व 12वीं के अंक बनेंगे मेरिट का आधार



पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को नहीं रख पाएंगे जिस जाति की आरक्षित ग्राम पंचायत होगी, उसी जाति का पंचायत सहायक होगा।

पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने कहां है कि उत्तर प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों में 58 हजार से अधिक पंचायत सहायकों की भर्ती करेगी। वह लोक भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि प्रधान अपने परिवार व रिश्तेदारों को नहीं रख पाएंगे जिस जाति की आरक्षित ग्राम पंचायत होगी, उसी जाति का पंचायत सहायक होगा। उन्होंने कहा कि चयन के लिए हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंकों के आधार पर मेरिट बनेगी। सर्वश्रेष्ठ मेरिट वाले का चयन किया जाएगा।

इन पदों पर ग्राम पंचायत के लोग ही चयनित हो सकेंगे। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और निदेशक पंचायतीराज किंजल सिंह उपस्थित थे।

दरअसल, प्रदेश सरकार यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एक लाख से अधिक पदों पर लोगों को रोजगार देने के लिए काम कर रही है। प्रदेश में बड़ी संख्या में शिक्षित युवा बेरोजगार है। कोरोना काल में रोजगार छीनने से भी बेरोजगारी बढ़ी है।

वहीं संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अन्य प्रदेशों से भी अपने गांव लौटकर आए प्रवासी श्रमिकों में से हजारों श्रमिक भी तीसरी लहर के भय से अभी वापस नहीं लौटे है। सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों, महिलाओं और अर्द्धकुशल श्रमिक स्तर के लोगों को गांवों में ही रोजगार मुहैया कराने के लिए कुछ विभागों में मानदेय पर भर्तियां शुरू की है।

ते दिनों कैबिनेट ने 58 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में हर ग्राम पंचायत में एक पंचायत सचिव कम अकाउंटेंट नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक पंचायत सचिव को छह हजार रुपये महीने मानदेय दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसकी प्रक्रिया छह महीने में पूरी करने के निर्देश दिए हैं, लिहाजा चुनाव से पहले गांवों में 58 हजार से अधिक युवाओं को मानदेय पर रोजगार मिल जाएगा।


इसी तरह, प्रदेश में मनरेगा में कामकाज के पर्यवेक्षण के लिए 22 हजार से अधिक महिला मेट की नियुक्ति की जाएगी।


यूपी कैबिनेट : हर ग्राम पंचायत में बनेगा ग्राम सचिवालय, 20 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार


कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि अब हर ग्राम पंचायत का अपना भवन होगा और इसमें ग्राम प्रधान का कार्यालय होगा जिसमें इण्टरनेट सुविधा युक्त कम्प्यूटर, स्कैनर आदि की भी व्यवस्था की जाएगी। भवन निर्माण के बाद एक पंचायत सहायक और कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की जाएगी, इससे करीब एक लाख 20 हजार  युवाओं को रोजगार मिलेगा। यूपी में 58189 ग्राम पंचायतें हैं और इसमें 33500 ग्राम पंचायतों में भवन बने हैं लेकिन अव्यवस्थित हैं। अब उनकी मरम्मत और विस्तार के लिए हर ग्राम पंचायत को पौने दो लाख रूपये दिये जाएंगे और जहां भवन नहीं हैं वहां पंचायत भवन का निर्माण भी किया जाएगा।



कैबिनेट ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय की स्थापना, प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक/एकाउंटेंट-कम डाटा इण्ट्री आपरेटर के चयन और इनकी तैनाती तथा इन पर होने वाले व्यय को वित्त आयोग, मनरेगा, ग्राम निधि, और अन्य योजनाओं के प्रशासनिक मद में अनुमन्य धनराशि से खर्च किये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। प्रदेश में पहली बार ग्रामीण सचिवालय की स्थापना की जा रही है। प्रदेश में 58, 189 ग्राम पंचायतें हैं मगर इन सभी में अपने कार्यालय भवन नहीं हैं। 33, 577 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन से पहले से बने हुए हैं और 24, 617 पंचायत घर निर्माणाधीन हैं। इन पंचायत भवनों में जरूरत के अनुसार मरम्मत और विस्तार भी किया जा रहा है


प्रदेश के ऐसे लोकतंत्र सेनानी जिन्हें सम्मान राशि व अन्य सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, की यथास्थिति उत्तराधिकारी पत्नी या पति को लोकतंत्र सेनानी की मृत्यु के 3 माह के अंदर आवेदन करने की अपेक्षा के साथ अगले दिन से सम्मान राशि व अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। यह फैसला बुधवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। प्रदेश सरकार के राजनैतिक पेंशन, नागरिक उड्डयन और अल्पसंखयक कल्याण मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि उन्होंने कहा, सरकार ने एक बार में ही सहायता राशि में 5000 रुपए की बढ़ोतरी की है। वर्तमान में इन्हे 20000 रुपये  प्रति माह सम्मान राशि दी जा रही है। पिछली कई विभागीय बैठकों में यह बात उठी थी कि लोकतंत्र सेनानी के देहान्त के उपरान्त उनके आश्रित को सम्मान राशि, सेनानी के देहान्त के अगले दिन से दिये जाने सम्बंधी प्रस्ताव को मंत्रिमंडल के समक्ष रखे जाने के लिए शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही की जाय जिसके फलस्वरूप बुधवार की कैबिनेट बैठक में यी प्रस्ताव रखा गया। नन्दी ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल मंत्र पर काम कर रही।


यूपी ग्राम सहायक भर्ती : बीटेक-एमटेक वाले भी रेस में, 12वीं पास रखी गई थी योग्यता

उत्तर प्रदेश : बीटेक-एमटेक करने वाले बनेंगे ग्राम सहायक

बेरोजगारी का बढ़ता आलम यह है कि अच्छी सैलरी पैकेज का सपना लेकर जिन लोगों ने बीटेक-एमटेक किया था वो अब ग्राम सहायक के लिए कतार में लगे हैं। पिछले दिनों आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद यही सच सामने आया है। फिलहाल आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग की जा रही है। बाद में मेरिट तैयार होगी।

शासन ने मिनी सचिवालय का काम देखने के लिए प्रत्येक ग्राम सभा में एक ग्राम सहायक तैनात करने का निर्णय लिया है। जिले की 1540 ग्राम सभाओं के लिए कुल 20 हजार से अधिक आवेदन आए हैं। यह आवेदन स्क्रीनिंग समिति को दिया गया है। शुरुआती दौर में ही तमाम ऐसे लोगों के आवेदन दिख रहे हैं जिन्होंने एमबीए, बीटेक, एमटेक, पीएचडी आदि किया है। इस पद के लिए शासन ने इंटर पास ही योग्यता रखी है और ग्राम सहायक को मानदेय के रूप में छह हजार रुपये प्रति माह की दर से भुगतान किया जाएगा। 

हाईस्कूल और इंटर की ही बनेगी मेरिट
शासन की ओर से जारी विज्ञप्ति में मेरिट की बात कही गई थी, लिहाजा लोगों ने पूरी शैक्षणिक योग्यता को आधार मान लिया। लेकिन सच्चाई ये है कि यहां पर मेरिट केवल हाईस्कूल और इंटर में मिले प्राप्तांकों के आधार पर तैयार होगी। यानी स्नातक, परास्नतक या उससे ऊंची शिक्षा के अंक नहीं जोड़े जाएंगे। डीपीआरओ आलोक कुमार सिन्हा का कहना है कि किस डिग्री धारक ने आवेदन किया है, यह तो रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम चलेगा। लेकिन मेरिट का आधार हाईस्कूल और इंटर ही है। अब 20 हजार आवेदन पत्रों की स्क्रूटनी के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

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