UPSESSB : यूपी में एक दशक में भी पूरी नहीं हुई प्रधानाचार्य भर्ती
उत्तर प्रदेश के एडेड माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाचार्य बनने की आस एक दशक में भी पूरी नहीं हो सकी है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रधानाध्यापकों एवं प्रधानाचार्यों के 942 पदों पर 2011 में चयन प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन अब तक 444 पदों पर ही चयन पूरा हो सका है। सात मंडलों का साक्षात्कार अभी होना बाकी है।
2011 की भर्ती में मेरठ, मुरादाबाद, चत्रिकूट, बस्ती, गोरखपुर, फैजाबाद मंडलों में साक्षात्कार के पूर्व 21 दिन की नोटिस पूरी नहीं होने के कारण परिणाम तैयार नहीं हो सका। चयन बोर्ड ने 6 मार्च 2020 को इन मंडलों का दोबारा इंटरव्यू कराने का निर्णय लिया था लेकिन अब तक तारीख तय नहीं हो सकी है। कानपुर मंडल के साक्षात्कार की अनुमति भी हाईकोर्ट ने दे दी है लेकिन वह भी नहीं हो पा रहा। प्रधानाचार्य भर्ती 2013 के 599 पदों का वज्ञिापन चयन बोर्ड ने 31 दिसंबर 2013 को जारी किया था और 25031 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसका भी साक्षात्कार शुरू नहीं हुआ है।
बिना साक्षात्कार दिए सेवानिवृत्त हो गए कई अभ्यर्थी
चयन बोर्ड की लेटलतीफी और कानूनी अड़चनों के कारण प्रधानाचार्य भर्ती के लिए कई अभ्यर्थी साक्षात्कार दिए बगैर रिटायर हो गए। यूपी में प्रधानाचार्य पद पर भर्ती के लिए सरकारी शक्षिक आवेदन कर सकते हैं। प्रधानाचार्य भर्ती 2011 के सात मंडलों के साक्षात्कार एक दशक में भी न हो पाने के कारण कई आवेदक सेवानिवृत्त हो गए। रिटायर होने वालों में प्रवक्ता किसान इंटर कॉलेज बस्ती के राम शेष मश्रिा, एएस इंटर कॉलेज मवाना की डॉ. विभा आदि शामिल हैं। यही नहीं 7 अगस्त 2019 और उसके बाद जारी प्रधानाचार्य भर्ती के परिणामों में कई सेवानिवृत्त अभ्यर्थी चयनित हुए थे।
मार्च अंत या अप्रैल प्रथम सप्ताह में इंटरव्यू संभावित
प्रधानाचार्य भर्ती 2011 के सात मंडलों एवं 2013 के साक्षात्कार मार्च अंत या अप्रैल के प्रथम सप्ताह में शुरू करने की तैयारी है। चयन बोर्ड में साक्षात्कार शुरू करने का काम तेजी से चल रहा है।
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