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Monday, February 12, 2024

आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त करने को आयोग पर प्रदर्शन, प्रतियोगी छात्रों ने उत्तरकुंजी वायरल होने का किया दावा, परीक्षा पुनः कराने की मांग

आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त करने को आयोग पर प्रदर्शन, प्रतियोगी छात्रों ने उत्तरकुंजी वायरल होने का किया दावा, परीक्षा पुनः कराने की मांग

प्रयागराज : आरओ/एआरओ पेपर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया। ‘पेपर लीक है, सरकार बिल्कुल वीक है’ नारे लगाते हुए आक्रोशित छात्रों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। मांग किया कि आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त करते हुए दोबारा से कराई जाए।


इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता हरेन्द्र कुमार ने दावा किया कि परीक्षा शुरू होने से पहले व्हाट्सएप पर पेपर वायरल हो रहा था। आयोग को चेतावनी दी कि अगर परीक्षा निरस्त नहीं की जाती तो प्रदेश सरकार छात्रों का विरोध झेलने को तैयार रहे। पुतला फूंकने वालों में शिवा केसरवानी, आनंद, आदर्श भदौरिया, सद्दाम अंसारी आदि शामिल रहे।

नकलची को भेजा जेल प्रतापगढ़ में आरओ, एआरओ की परीक्षा के दौरान रविवार को अभ्यर्थी प्रवीण कुमार पटेल को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ लिया गया था। सोमवार को पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।

2016 में भी लीक हुआ था प्रश्न पत्र

प्रयागराज : आरओ/एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों के बीच 2016 की घटना ताजा हो गई है। आरओ/एआरओ 2016 में पेपरलीक होने के कारण वह भर्तीपूरी होने में पांच साल का समय लग गया था।

आरओ/एआरओ-2016 की प्रारंभिक परीक्षा पहली बार 27 नवंबर 2016 को 21 जिलों के 827 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। दो पालियों में आयोजित परीक्षा के लिए 3,85,191 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा के दौरान लखनऊ के एक केंद्र से व्हाट्सएप पर पेपर वायरल हो गया था और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी गई थी। एजेंसी ने जांच पूरी होने के बाद 21 सितंबर 2018 को न्यायालय में अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें परीक्षा में पेपर आउट होने के कोई ठोस साक्ष्य नहीं होने की बात कही गई थी।

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