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Thursday, February 18, 2021

पैटर्न बदला तो पीसीएस परीक्षा का भी बदल गया परिणाम

पैटर्न बदला तो पीसीएस परीक्षा का भी बदल गया परिणाम

प्रयागराज : लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम में बदलाव का असर इसके परिणाम पर भी दिखने लगा है । पिछले वर्ष घोषित पीसीएस 2018 के परिणाम से इसके संकेत तो मिले ही थे, 2019 के परिणाम ने इसकी पुष्टि कर दी । अब पीसीएस का परिणाम भी आईएएस परीक्षा जैसा हो गया है।


मेरिट में वैकल्पिक विषय को आधार बनाकर परंपरागत तैयारी करने वालों का प्रतिनिधित्व कम हो रहा है । नई उम्र के उन लोगों को स्थान मिल रहा है, जिन्होंने परंपरागत तरीका छोड़ पैटर्न और पाठ्यक्रम में हुए बदलाव के मुताबिक खुद को बदल लिया है । 2018 व 2019 की मेरिट सूची में परंपरागत तैयारी करने वाले पूर्वांचल के प्रतियोगियों के साथ ही पश्चिमी यूपी और दूसरे राज्यों के मेधावी भी स्थान बना रहे हैं।

 पीसीएस के पिछले 13 परिणामों में 2014 को छोड़ बाकी 12 परिणामों में आयोग ने मेरिट सूची घोषित की थी। आठ परिणामों में टॉपर पूर्वांचल के रहे । इनमें भी उन मेधावियों की अधिकता रही, जिन्होंने वैकल्पिक विषय के सहारा लिया। सिविल सेवा कोच नवीन पंकज कहते हैं कि पैटर्न औरपाठ्यक्रम में बदलाव के बाद अब वैकल्पिक विषय का महत्व कम हो गया है। पीसीएस परीक्षा भी आईएएस की तरह ज्यादा व्यावहारिक हो गई है, इसलिए अब मेरिट में मथुरा , कांशीराम नगर जैसे पश्चिम के जिलों के मेधावियों के साथ ही हरियाणा, बिहार और दिल्ली के वेप्रतियोगी स्थान पारहे हैं, जो प्रांतीय प्रशासनिक सेवा के साथही सिविल सेवा परीक्षा यानी आईएएस की भी तैयारी कर रहे हैं। पैटर्न में बदलाव के पीछे सोच भी यही थी कि प्रतियोगियों को दो तरीके से तैयारी न करनी पड़े।

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