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Thursday, February 18, 2021

UPSSSC परीक्षा के पाठ्यक्रम व योजना में बदलाव को योगी सरकार की मंजूरी, अब अंग्रेजी होगी जरूरी, अधिसूचना जारी

UPSSSC परीक्षा के पाठ्यक्रम व योजना में बदलाव को योगी सरकार की मंजूरी, अब अंग्रेजी होगी जरूरी, अधिसूचना जारी

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शनिवार को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के अंतर्गत प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पेट) के पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना में बदलाव को मंजूरी दे दी है। जिसकी अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी गई है।



इस परीक्षा प्रणाली के अंतर्गत आयोग की परिधि में आने वाले समस्त पदों पर चयन के लिए अभ्यर्थियों को प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पेट) में भाग लेना अनिवार्य होगा। इस परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही अभ्यर्थियों को विभिन्न पदों के लिए आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षाओं के लिए शार्टलिस्ट किया जाएगा।

बता दें कि परीक्षा में पांच अंक सामान्य अंग्रेजी के लिए रखे गए हैं जिससे कि चयनित कर्मचारी द्वारा अंग्रेजी में प्राप्त पत्रों व कोर्ट के आदेशों को पढ़ा और समझा जा सके। जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि परीक्षा का उद्देश्य केवल अभ्यर्थियों की स्मरण शक्ति का परीक्षण ही न हो बल्कि तर्कशक्ति, समझ और विश्लेषण क्षमता का आकलन किया जाए। बता दें कि यह पहली बार होगा जब लिखित परीक्षा में अंग्रेजी से जुड़े प्रश्न भी शामिल किए जाएंगे। गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किंग होगी।


प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा का पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम इस प्रकार है
- प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (PET) का आयोजन वार्षिक आधार पर किया जाएगा।
- परीक्षा की अवधि दो घंटे (120) मिनट होगी।
- यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकृति की बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होगी।
- परीक्षा में कुल 100 प्रश्न (प्रत्येक प्रश्न का एक अंक) व कुल अधिकतम प्राप्तांक 100 होंगे।

- प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/4 अंक की कटौती की जाएगी।
- परीक्षा में भारतीय इतिहास, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय संविधान एवं लोक प्रशासन, सामान्य विज्ञान, प्रारम्भिक अंकगणित, सामान्य हिंदी व सामान्य अंग्रेजी पर आधारित 45 प्रश्न होंगे। इन शैक्षणिक विषयों से संबंधित प्रश्नों की कठिनाई का स्तर राष्ट्रीय शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद (NCERT) द्वारा निर्धारित सेकेंड्री/ सीनियर सेकेंड्री स्तर का होगा।
- परीक्षा में पांच प्रश्न तर्क एवं तर्कशक्ति पर आधारित होंगे।

- परीक्षा में सामयिकी (Current Affairs) व सामान्य जागरुकता पर आधारित 10-10 प्रश्न होंगे।
- परीक्षा में 2 अपठित हिंदी गद्यांशों के विवेचन एवं विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे।
- परीक्षा में 2 ग्राफ की व्याख्या एवं विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे।
- परीक्षा में 2 तालिकाओं की व्याख्या एवं विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे।


UPSSSC भर्ती 2021 : देखें क्लर्क, लेखपाल समेत ग्रुप सी पदों की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा पाठ्यक्रम, जानिए किस विषय से क्या पूछा जाएगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पेट) के पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसमें समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए अंग्रेजी का ज्ञान होना जरूरी होगा। पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना को आयोग की वेबसाट http://upsssc.gov.in पर देखा जा सकता है।

आप यहां भी UPSSSC ग्रुप सी पीईटी का पाठ्यक्रम देख सकते हैं-

भारतीय इतिहास अंक - पांच
सिंधु घाटी की सभ्यता, वैदिक संस्कृति, बौद्ध धर्म गौतम बुद्ध की जीवनी व शिक्षाएं, जैन धर्म- महावीर की जीवनी व शिक्षाएं, मौर्य वंश सम्राट अशोक, गुप्त वंश समुद्र गुप्त व चंद्र गुप्त द्वितीय, हर्षवर्द्धन, राजपूत काल, सल्तनत काल, मुगल साम्राज्य, मरठा, ब्रिटिश राज का अभ्युदय एवं प्रथम स्वतंत्रता संग्राम, ब्रिटिश राज का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव


भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन अंक- पांच
स्वाधीनता आंदोलन के प्रारंभिक वर्ष, स्वदेशी तथा सविनय अवज्ञा आंदोलन: महात्मा गांधी तथा अन्य नेताओं की भूमिका, क्रांतिकारी आंदोनल और उग्र राष्ट्रवाद का उदय, विधायी संशोधन और ब्रिटिश इंडिया एक्ट 1935, भारत छोड़ो आंदोलन, आजाद हिंद फौज व नेता जी सुभाष चंद्र बोस


UPSSSC : योगी सरकार से समूह ग के 50000 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ, अभ्यर्थियों को अंग्रेजी का ज्ञान जरूरी

भूगोल अंक - पांच
भारत एवं विश्व का भौतिक भूगोल, नदियां तथा नदियों की घाटी, भूजल संसाधन, पर्वत, पहाड़ियां तथा हिमनद, मरूस्थल और शुष्ट क्षेत्र, वन, खनिज संसाधन, भारत एवं विश्व राजनैतिक भूगोल, जलवायु और मौसम, टाइम जोन, जनसंख्याकीय परिवर्तन तथा प्रवास

भारतीय अर्थव्यवस्था अंक- पांच
भारतीय अर्थव्यवस्था (1947 से 1991 तक), योजना आयोग तथा पंचवर्षीय योजनाएं, मिश्रित अर्थव्यवस्था का विकास: निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र, हरित क्रांति, दुग्ध विकास एवं ऑपरेशन फ्लड, बैंकों का राष्ट्रीयकरण तथा सुधार, वर्ष 1991 में आर्थिक सुधार तथा उसके बाद की अर्थव्यवस्था, वर्ष 2014 के बाद आर्थिक सुधार, कृषि सुधार, ढांचागत सुधार, श्रम सुधार, आर्थिक सुधार व जीएसटी

भारतीय संविधान एवं लोक प्रशासन अंक-पांच
भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य, संसदीय प्रणाली, संघीय प्रणाली, संघ एवं केंद्रशासित प्रदेश, केंद्र-राज्य संबंध, न्यायिक ढांचा सर्वोच्च न्यायलय, उच्च न्यायालय, जिला प्रशासन, स्थानीय निकाय तथा पंचायती राज संस्थाएं

सामान्य विज्ञान अंक- पांच
प्रारंभिक भौतिक विज्ञान, प्रारंभिक रसायन विज्ञान व प्रारंभिक जीव विज्ञान

प्रारंभिक अंकगणित अंक- पांच
पूर्ण संख्या, भिन्न तथा दशमलव, प्रतिशतता, साधारण अंकगणितीय समीकरण, वर्ग एवं वर्गमूल, घातांक एवं घात औसत

सामान्य हिंदी अंक-पांच
संधि, विलोम शब्द, पर्यावाची शब्द, वाक्यांशो के लिए एक शब्द, लिंग, समश्रुत भिन्नार्थक शब्द, मुहावरे-लोकोक्तियां, सामान्य अशुद्धियां, लेखक और रचनाएं (गद्य एवं पद्य)

सामान्य अंग्रेजी अंक-पांच
अंग्रेजी व्याकरण व अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न

तर्क एवं तर्कशक्ति अंक-पांच
वृहत एवं लघु, क्रम एवं रैंकिंग, संबंध, समूह से भिन्न को अलग करना, कैलेंडर एवं घड़ी, कारण और प्रभाव, कोडिंग-डिकोडिंग (संख्या तथा अक्षर), निगमनात्मक तर्क, कथन विश्लेषण एवं निर्णय

सामयिकी अंक-10
भारतीय एवं वैश्विक

सामान्य जागरूकता अंक-10
भारत के पड़ोसी देश, देश, राजधानी एवं मुद्रा, भारत के राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश, भारतीय संसद, राज्यसभा, लोकसभा और विधानसभा, विधान परिषद, राष्ट्रीय एवं अंर्राष्ट्रीय दिवस, विश्व संगठन एवं उनके मुख्यालय, भारर्तीय पर्यटन स्थल, भारत की कला एवं संस्कृति, भारत एवं विश्व के खेल, भारतीय अनुसंधान संगठन, प्रसिद्ध पुस्तकें और लेखक, पुरस्कार एवं विजेता, जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण

अपठित हिंदी गद्यांश का विवेचना एवं विश्लेषण-दो गद्यांश अंक 10
प्रत्येक पर पांच प्रश्न

ग्राफ की संख्या एवं विश्लेषण दो ग्राफ अंक 10
प्रत्येक पर पांच प्रश्न


तालिका की व्याख्या एवं विश्लेषण दो तालिकाएं अंक-10
प्रत्येक पर पांच प्रश्न


UPSSSC : उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की समूह-ग भर्ती प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम को मिली मंजूरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पेट) के पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। इसका शासनादेश जल्द जारी किया जाएगा।


उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक अर्हता परीक्षा का पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रत बनाते हुए शासन को मंजूरी के लिए भेजा था। सूत्रों के मुताबिक कार्मिक विभाग के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है। इसका शासनादेश जारी करते हुए पाठ्यक्रम को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की वेबसाइट पर ऑनलाइन किया जाएगा।


अर्हता परीक्षा 100 अंकों और दो घंटे की होगी। इसमें नगेटिव मार्किंग की व्यवस्था की गई है। पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम जारी होने के बाद आयोग परीक्षा की तिथियों की जल्द घोषणा करेगा।


प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के पाठ्यक्रम को CM की मंजूरी, शासनादेश आज जारी होने की सम्भावना

>>दो घंटे की परीक्षा व 100 नंबर का होगा प्रश्नपत्र

>>प्रत्येक गलत उत्तर के लिए कटेंगे चौथाई अंक

लखनऊ : उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अपनायी गई द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग की ओर से प्रस्तावित पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है।

मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद शुक्रवार को इस बारे में शासनादेश जारी होने की संभावना है। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा दो घंटे की होगी। 100 सवालों का प्रश्नपत्र होगा। प्रत्येक प्रश्न के गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक की निगेटिव मार्किग भी होगी। परीक्षा, अप्रैल-मई में हो सकती है। आयोग की ओर से बीती 10 फरवरी को मुख्यमंत्री के सामने पीईटी के पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण किया गया था। मुख्यमंत्री ने इसमें कुछ संशोधन का निर्देश दिया था।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर संशोधन को शामिल करते हुए आयोग ने प्रस्ताव मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए भेजा था।


UPSSSC Recruitment 2021 : योगी सरकार से समूह ग के 50000 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ, प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पेट) के पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना संबंधी अधिसूचना जारी

UPSSSC Recruitment 2021: राज्य सरकार ने समूह ग के 50,000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पेट) के पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसमें समूह ग के पदों पर भर्ती के लिए अंग्रेजी का ज्ञान होना जरूरी होगा। पाठ्यक्रम व परीक्षा योजना को आयोग की वेबसाट http://upsssc.gov.in पर देखा जा सकता है।

यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष प्रवीर कुमार के मुताबिक द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के अंतर्गत आयोग की परिधि में आने वाले सभी पदों पर चयन के लिए अभ्यर्थियों को प्रारंभिक अर्हता परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होगा। इस परीक्षा में प्राप्त स्कोर के आधार पर विभिन्न पदों पर आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को चुना जाएगा। द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली केवल उन्हीं पदों पर चयन के लिए मान्य होगी जिनके लिए भविष्य में विज्ञापन निकाला जाएगा। पूर्व में जारी विज्ञापन में घोषित प्रक्रिया के अनुसार ही परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।

अर्हता परीक्षा इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ली जाएगी कि इसके माध्यम से अभ्यर्थियों की स्मरण शक्ति का परीक्षण हो सके। उनकी तर्क एवं तर्कशक्ति, उसकी समझ व विवेचना क्षमता का भी परीक्षण किया जा सके। परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों की उन क्षमताओं का आंकलन किया जाएा जो सामान्यत: समूह ग के शासकीय कर्मचारियों के लिए जरूरी होता है।


परीक्षा में इससे जुड़े सवाल पूछे जाएंगे
-परीक्षा में भारतीय इतिहास, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय अर्थव्यवस्था के जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। भारतीय संविधान एवं लोक प्रशासन, सामान्य विज्ञान, प्रारंभिक अंकगणित, सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेजी पर आधारित 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। (इनमें से सभी विषयों के पांच प्रश्न होंगे।) इन शैक्षणिक विषयों के संबंधित प्रश्नों की कठिनाई का स्तर राष्ट्रीय शैक्षिक एवं अनुसंधान परिषद द्वारा निर्धारित सेकेंड्री व सीनियर सेकेंड्री स्तर का होगा।
-परीक्षा में पांच प्रश्न तर्क एवं तर्कशक्ति पर आधारित होंगे। परीक्षा में सामयिकी व सामान्य जागरूकता पर आधारित 10-10 प्रश्न होंगे। परीक्षा में दो अपठित हिंदी गद्यांशों के विवेचन व विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे। परीक्षा में दो ग्राफ की व्याख्या एवं विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे। परीक्षा में दो तालिकाओं की व्याख्या एवं विश्लेषण पर आधारित 10 प्रश्न होंगे।

ऐसी होगी परीक्षा
- प्रारंभिक अर्हता परीक्षा का आयोजन वार्षिक आधार पर किया जाएगा
- परीक्षा दो घंटे की वस्तुनिष्ठ प्रकृति की बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित होगी

- परीक्षा में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे
- प्रत्येक गलत उत्तर पर निगेटिव मार्किंग की जाएगी यानी 1/4 अंक की कटौती की जाएगी

अप्रैल या मई में परीक्षा की तैयारी
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने प्रारंभिक अर्हता परीक्षा पाठ्यक्रम घोषित करने के साथ ही परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। आयोग अप्रैल या मई में परीक्षा कराना चाहता है। परीक्षा में 25 से 30 लाख परीक्षार्थियों के बैठक का अनुमान लगाया जा रहा है।


महत्वपूर्ण खाली पदों का ब्योरा
- लेखपाल                        7882
- बेसिक शिक्षा                   1055
- माध्यमिक शिक्षा                500
- विभिन्न विभागों में लिपिक   7000
- लेखा परीक्षक                  1303
- ग्राम्य विकास                  1658
- परिवार कल्याण               9222
- बाल विकास पुष्टाहार        3448
- नगर निकाय                    383

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