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Tuesday, May 12, 2020

UPPSC : आरओ/एआरओ-2017 के चयनितों को जल्द मिलेगी नियुक्ति

आरओ/ एआरओ भर्ती- 2017 : तैयार रहें अभ्यर्थी, छूट मिलते ही शुरू हो जाएगा सत्यापन।



आरओ/ एआरओ भर्ती- 2017 : तैयार रहें अभ्यर्थी, छूट मिलते ही शुरू हो जाएगा सत्यापन


चयनित हुए अभ्यर्थियों के अभिलेखों के सत्यापन का मामला

मार्च में होना था पर लॉकडाउन के कारण हुआ था स्थगित



लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) भर्ती 2017 में सफल हुए अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन लॉकडाउन की समाप्ति/छूट मिलने के तत्काल बाद शुरू किया जाएगा। आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र ने यह जानकारी दी है। उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा है कि वे सत्यापन के लिए समस्त आवश्यक अभिलेखों को तैयार रखें तथा अगली सूचना की प्रतीक्षा करें। आरओ एआरओ 2017 का अंतिम परिणाम पिछले दिनों घोषित किया गया था। 809 पदों के सापेक्ष अंतिम तौर पर 663 अभ्यर्थियों को विभिन्न पदों पर नौकरी के लिए चयनित किया गया है। इनके अभिलेखों का सत्यापन 26 मार्च से शुरू होकर तीन अप्रैल तक चलनाथा। आयोग ने सत्यापन का कार्यक्रम घोषित कर दिया था लेकिन लॉकडाउन की वजह से इसे स्थगित करना पड़ा था।


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UPPSC : आरओ/एआरओ-2017 के चयनितों को जल्द मिलेगी नियुक्ति।



आरओ/एआरओ चयनितों को जल्द मिलेगी नियुक्ति

प्रयागराज(ब्यूरो)। आरओ/एआरओ-2019 के चयनितों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि अभ्यर्थी अभिलेख सत्यापन के लिए तैयार रहें। लॉकडाउन के बाद यह कार्य तुरंत शुरू करा दिया जाएगा। अभिलेख सत्यापन न होने के कारण ही चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति फंसी हुई हैं। आरओ/एआरओ-2017 चयनित अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन 26 मार्च से शुरू होना था। यह परीक्षा आरओ/एआरओ के 809 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की गई थी, जबकि अंतिम रूप से 663 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। बाद में आयोग ने परिणाम में आंशिक संशोधन भी किया था। आयोग ने अंतिम चयन परिणाम से उन 25 अभ्यर्थियों के नाम हटा दिए थे, जिन्होंने अपना अभ्यर्थन वापस लेने के लिए आयोग में आवेदन किए थे। आयोग ने उनकी जगह मेरठ में 25 नए अभ्यर्थियों के नाम शामिल करते हुए उन्हें चयनित कर लिया था। इसके लिए आयोग ने 26 मार्च से तीन अप्रैल तक का समय निर्धारित किया था और अलग अलग तिथियों पर अभ्यर्थियों को अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया था लेकिन इस बीच देश में लॉक डाउन की घोषणा दी गई और आयोग को अभिलेख सत्यापन का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। लंबी छुट्टी के बाद आयोग में 20 अप्रैल से कामकाज दोबारा शुरू हुआ लेकिन अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया फैसी रही, क्योंकि लॉक डाउन के कारण दुसरे जिलों या राज्यों में फंसे अभ्यर्थी यहां नहीं आ सकते थे। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना था। मंगलवार को आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र की ओर से एक- विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें अनुसार सभी चयनित अभ्यर्थियों से अपेक्षा की गई है कि सभी आवश्यक/वांछित अभिलेखों को तैयार रखें और अगली सूची की प्रतीक्षा करें। परीक्षा नियंत्रक के मुताविक कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर सत्यापन कार्यक्रम को स्थगित किया गया था। सत्यापन कार्यक्रम लॉक डाउन समाप्ति/छूट के बाद तत्काल किया जाना प्रस्तावित है।










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