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Friday, May 29, 2020

पीसीएस प्री परीक्षा को केंद्रों का निर्धारण बड़ी चुनौती, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने के लिए चाहिए अतिरिक्त केंद्र

पीसीएस प्री परीक्षा को केंद्रों का निर्धारण बड़ी चुनौती, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने के लिए चाहिए अतिरिक्त केंद्र।

पीसीएस प्री परीक्षा को केंद्रों का निर्धारण बड़ी चुनौती, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने के लिए चाहिए अतिरिक्त केंद्र।


प्रयागराज। पीसीएस-2020 और एसीएफ। आरएफओ-2020 की प्रारंभिक परीक्षा 21 जून को प्रस्तावित है। परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। आयोग के लिए सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा केंद्रों का निर्धारण है। प्रदेश के तमाम जिले रेड जोन में हैं, जहां परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जा सके, जबकि आयोग को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए इस बार अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की जरूरत पड़ेगी। पीसीएस-2019 की प्रारंभिक परीक्षा 19 जिलों के 1166 केंद्रों में आयोजित की गई थी और इस परीक्षा के लिए साढ़े पांच लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। पीसीएस-2020 के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। और अब तक चार लाख से अतिरिक्त केंद्र अधिक आवेदन आ चुके हैं। पिछली बार जिन जनपदों में केंद्र बनाए गए थे, उनमें आगरा, कानपुर नगर, लखनऊ, मेरठ, आजमगढ़ जैसे जिले भी शामिल थे, जहां इस समय कोविड-19 महामारी तेजी से फैली हुई है। आयोग को परीक्षा केंद्रों के निर्धारण से पहले संबंधित जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी और मौजूद परिस्थितियों में जिला प्रशासन के लिए हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों को संभाल पाना मुश्किल होगा। चुनौती सिर्फ इतनी ही नहीं है। परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखना है। इसके लिए आयोग को पिछले बार के मुकाबले अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की जरूरत पड़ेगी। साथ ही परीक्षा के आयोजन से पहले आयोग को यह भी देखना होगा कि रेड जोन में रहने वाले अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं या नहीं। इसके अलावा किसी ऐसे जिले में परीक्षा केंद्र न बनाया जाए, जहां जाने से अभ्यर्थियों को रोक दिया जाए। आयोग के सूत्रों का कहना है कि अब 31 मई के बाद की परिस्थितियों पर भी परीक्षा निर्भर करेगी।






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