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Monday, November 23, 2020

प्रदेश में एक साथ 58 हजार "सखियों" को मिला रोजगार, बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के रूप में चयन का काम पूरा

प्रदेश में एक साथ 58 हजार "सखियों" को मिला रोजगार, बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के रूप में चयन का काम पूरा।

यूपी में 58 हजार महिलाओं का 'बीसी सखी' पद पर चयन : सीएम योगी।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीसी (बैंकिंग कारस्पांडेंट) सखी के रूप में चयनित सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कार्य स्थल पर तैनात किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बीसी सखी की तैनाती से ग्राम पंचायत स्तर पर एक महिला को रोजगार मिलेगा। बीसी सखी पंचायत भवन से कार्य संचालित करेंगी। इससे गांव के लोगों को बैंकिंग सम्बन्धी सुविधाएं प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री को सोमावार को हुई बैठक में बताया गया कि बीसी सखी के रूप में 58 हजार महिलाओं का चयन हो गया है।



मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को ‘उप्र कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की संस्तुतियों एवं निर्देशों की समीक्षा हेतु एक बैठक आहूत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों व श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाही व्यापक स्तर पर की जा रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व संग्रह में वृद्धि के लिए सभी सम्बन्धित विभागों को कार्ययोजना के अनुरूप कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन स्तर एवं जिला स्तर पर राजस्व प्राप्ति की गहन मॉनीटिरंग की जाए। उन्होंने जीएसटी राजस्व संग्रह की समीक्षा किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।


बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी के तहत तैनात की गई महिलाओं को 6 महीने तक हर महीने सरकार की ओर से 4 हजार रुपए सैलेरी दी जाएगी, व  यही नहीं, बैंकों द्वारा लेनदेन करने पर इन्हें कमीशन भी दिया जाएगा, जिससे ना सिर्फ महिलाओं की आय होगी, बल्कि ग्रामीणों को भी बैंकिंग संबंधित जानकारी आसानी से मिल सकेगी और इससे बैंकिंग सिस्टम में भी काफी सुधार की संभावना है|

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