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Saturday, November 21, 2020

पीसीएस में पदों के साथ बढ़े चयन के अवसर, आयोग के अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को लिखा था पत्र, बढ़ गए 299 पद।

पीसीएस में पदों के साथ बढ़े चयन के अवसर, आयोग के अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को लिखा था पत्र, बढ़ गए 299 पद।


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पहल का नतीजा है कि पीसीएस-2020 में पदों की संख्या के साथ अभ्यर्थियों के लिए चयन के अवसर भी बढ़ गए। आयोग ने पीसीएस-2020 का विज्ञापन 200 पदों पर भर्ती के लिए जारी किया था। बाद में पदों की संख्या बढ़ाने के लिए आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा था और नतीजा कि प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक आयोग को 299 नए पदों का अधियाचन मिल गया।


आयोग ने जब पीसीएस-2020 का विज्ञापन जारी किया था, उस वक्त एसीएफ/अरएफओ का कोई पद नहीं था और पीसीएस के महज 200 पद थे। इसके बाद आयोग को 64 नए पदों का अधियाचन मिला, जिनमें 52 पद पीसीएस और 12 पद एसीएफ/आरएफओ के थे। पीसीएस-2020 के लिए पांच लाख 95 हजार 696 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और इनमें से 13 गुना अभ्यर्थियों को पदों की संख्या के मुकाबले मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया जाना था। पदों की संख्या कम होने के बाद अभ्यर्थियों के लिए चयन के अवसर घट रहे थे। इसी के मद्देनजर आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों का अधियाचन आयोग को 31 अक्तूबर तक भेज दिया जाएगा।


नियम है कि प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक जितने नए पदों का अधियाचन मिलता है, उन्हें परीक्षा में शामिल कर लिया जाता है। आयोग अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में लिखा था कि ग्राम्य विकास विभाग, राजस्व विभाग, गृह विभाग, नगर विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग, वित्त सेवाएं विभाग, शिक्षा विभाग, निबंधन विभाग, पंचायती राज विभाग, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप विभाग और वन्य जीव अनुभाग आदि के कोई भी अधिचायन चयन वर्ष 2019-20 के लिए प्राप्त नहीं हुए। इसके बाद आयोग को 287 नए पदों का अधियाचन और मिल गया। ऐसे में विज्ञापन जारी होने से लेकर प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक पीसीएस एवं एसीएफ/आरएफओ के 299 नए पदों का अधिचायन मिल गया और इसी वजह से प्रारंभिक परीक्षा में सफल घोषित किए जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या के साथ उनके लिए चयन के अवसर भी बढ़ गए।

न्यायालय के आदेश के अधीन रहेगा परिणाम

आयोग के सचिव जगदीश के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम उच्च न्यायालय में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की ओर से दाखिल विशेष अपील पर न्यायालय द्वारा पारित किए जाने वाले अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा।

अंतिम परिणाम के बाद जारी होगा प्राप्तांक
प्रारंभिक परीक्षा की अंतिम उत्तरकुंजी, प्राप्तांक और श्रेणीवार/पदवार कटऑफ अंक अंतिम चयन परिणाम घोशित होने के बाद आयोग की ओर से वेबसाइट पर प्रदर्शित किए जाएंगे। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन पर विचार किया जाएगा।

मुख्य परीक्षा 22 जनवरी से प्रस्तावित

पीसीएस-2020 की मुख्य परीक्षा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कैलेंडर में अगले साल 22 जनवरी से प्रस्तावित है। वहीं, एसीएफ/आरएफओ-2020 की मुख्य परीक्षा 13 फरवरी से प्रस्तावित है। ऐसे में आयोग जल्द ही पीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।

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