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Wednesday, November 18, 2020

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा जारी टीजीटी-पीजीटी भर्ती विज्ञापन निरस्त, देखें विज्ञप्ति

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा जारी टीजीटी-पीजीटी भर्ती विज्ञापन निरस्त, देखें विज्ञप्ति।


UPSESSB ने टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की 15508 भर्ती का नोटिफिकेशन किया रद्द।


TGT-PGT 2020 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन रद्द : तदर्थ शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा वेटेज का लाभ।


UPSESSB TGT PGT Notification 2020 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज ने टीजीटी पीजीटी शिक्षकों की 15508 भर्तियों का नोटिफिकेशन रद्द कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने यह फैसला विधिक राय के बाद लिया है। एक ही लिखित परीक्षा में तदर्थ और फ्रेश अभ्यर्थियों को अंक देने के दो मापदंड अपनाना गलत पाया गया। टीजीटी जीव विज्ञान को बाहर करने से भी विधिक अड़चन आई। इस कारण भर्ती को नोटिफिकेशन रद्द करने का फैसला लिया गया।





आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की 15508 वैकेंसी का नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) के 12913 और प्रवक्ता (पीजीटी) के 2595 पद थे। आवेदन की अंतिम तिथि 27 नवंबर तय की गई थी। भर्ती में पहली बार आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के अभ्यर्थियों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया था।


भर्ती में जीव विज्ञान विषय को शामिल न किए जाने के काफी विरोध हो रहा था। जीव विज्ञान विषय बाहर करने से इस विषय के तदर्थ शिक्षक भी बाहर हो रहे थे जो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सभी तदर्थ शिक्षकों से नई भर्ती में आवेदन लेने के आदेश दिए थे। समस्या पर विचार करने के बाद भर्ती में टीजीटी जीव विज्ञान को शामिल करने पर सहमति बनी थी और नया विज्ञापन निकालने की तैयारी तेज कर दी गई थी। जीव विज्ञान के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने जाने पर भी चर्चा चल रही थी।


झटका : एडेड कॉलेजों की 15508 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निरस्त।

प्रयागराज : प्रदेश के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के 15508 पदों पर 29 अक्तूबर को शुरू हुई शिक्षक भर्ती निरस्त कर दी गई है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की बुधवार को हुई ऑनलाइन बैठक में निर्णय लिया गया कि भर्ती की विधिक अड़चनों को दूर करते हुए यथाशीघ्र नया विज्ञापन जारी किया जाएगा जिससे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना की स्थिति उत्पन्न न हो।


संजय सिंह के मामले में 28 अगस्त के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते महाधिवक्ता ने 13 नवंबर को अपनी विधिक राय दी थी कि एक ही संवर्ग की एक ही लिखित परीक्षा में तदर्थ शिक्षक एवं फ्रेश अभ्यर्थियों के लिए अंक देने के दो भिन्न-भिन्न मापदंड नहीं अपनाए जा सकते। इस लिहाज से चयन बोर्ड की ओर से 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के विपरीत है। यदि इस विज्ञापन के अनुसार चयन किया जाता है तो वह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना होगी।


लिहाजा चयन के लिए दो भिन्न पद्धति से अंक प्रविधानित करते हुए जारी विज्ञापन निरस्त किए जाने योग्य है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरशः अनुपालन करते हुए नया विज्ञापन जारी करने की आवश्यकता है। विधिक राय पर गहनता से विचार-विमर्श के बाद प्रतियोगियों के हितों में तथा टीजीटी जीव विज्ञान विषय को विज्ञापन में सम्मिलित करने सम्बन्धी प्रत्यावेदनों के निस्तारण के लिए 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

अब तक ऑनलाइन आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को नए विज्ञापन में दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। उसके लिए सॉफ्टवेयर में प्रविधान करने के लिए एनआईसी से अनुरोध किया जाएगा। अध्यक्ष वीरेश कुमार की अध्यक्षता में गूगल हैंगआउट एप के माध्यम से हुई बैठक में सदस्य डॉ. धीरेन्द्र द्विवेदी, डॉ. हरेन्द्र कुमार राय, डॉ. दिनेशमणि त्रिपाठी, डॉ. ओम प्रकाश राय व उपसचिव नवल किशोर मौजूद रहे। गौरतलब है कि पिछले तकरीबन तीन सप्ताह में हजारों अभ्यर्थी कर चुके हैं।


TGT-PGT 2020 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन रद्द: तदर्थ शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा वेटेज का लाभ
प्रयागराज : प्रदेश के हजारों तदर्थ शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। उन्हें अब नियमित शिक्षक बनने के लिए वेटेज अंकों का सही से लाभ मिलेगा, क्योंकि चयन बोर्ड प्रति प्रश्न कम अंक मिलने की खामी दूर करने जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र की वर्चुअल बैठक में बुधवार को यह फैसला किया गया है। बोर्ड ने प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भर्ती 2020 का विज्ञापन निरस्त कर दिया है। संशोधित विज्ञापन जल्द वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इसी के साथ टीजीटी जीव विज्ञान विषय का विज्ञापन भी जारी करने का निर्णय लिया गया है।



बैठक बोर्ड अध्यक्ष बीरेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। इसमें तय हुआ कि एक ही परीक्षा में तदर्थ शिक्षक व आम प्रतियोगी के लिए भिन्न-भिन्न अंक देने की त्रुटिपूर्ण व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। असल में, चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी के पदों पर आवेदन करने वाले तदर्थ शिक्षकों को 1.75 अंक प्रतिवर्ष व अधिकतम 35 अंकों का वेटेज देने का निर्णय लिया था, लेकिन दोनों पदों के लिए प्रति प्रश्न मूल्यांकन आम प्रतियोगी से कम रखा था। इसी तरह से पीजीटी में आम प्रतियोगी को एक प्रश्न सही होने पर 3.4 अंक व तदर्थ शिक्षक को 3.12 अंक ही मिलता।

चयन बोर्ड ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी में जीवविज्ञान विषय को शामिल करने का निर्णय लिया है। इससे भर्ती के कुल पदों की संख्या भी बढ़ सकती है। चयन बोर्ड की वेबसाइट पर कहा गया है कि प्रतियोगियों के हित में बुधवार को यह निर्णय लिया गया है।

चयन बोर्ड के उप सचिव की ओर से कहा गया है कि जो अभ्यर्थी पदों के सापेक्ष आनलाइन आवेदन कर चुके हैं उन्हें दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं है, उनके आवेदन मान्य होंगे। सिर्फ नए अभ्यर्थी आवेदन करें।

प्रश्नों के मूल्यांकन में मिलेंगे समान अंक

अगर टीजीटी का प्रतियोगी 100 प्रश्न सही करता है तो उसे 400 अंक और तदर्थ शिक्षक इतने ही सवाल सही करने पर 372 अंक पाता। इससे उसे वेटेज अंकों का अपेक्षित लाभ नहीं मिलता। विधि विभाग ने भी इस मूल्यांकन प्रणाली को शीर्ष कोर्ट की अवमानना करार दिया। ऐसे में अब दोनों का समान मूल्यांकन करने की तैयारी है। संशोधित विज्ञापन में इसका प्रमुखता से उल्लेख रहेगा।

दिसंबर में होंगी आयोग की महत्वपूर्ण परीक्षाएं

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : प्रतियोगी छात्रों के लिए दिसंबर का महीना अहम होगा। नए साल से पहले उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग कई अहम परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी में जुटा है। दिसंबर की शुरुआत में छह दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी-2019 की मुख्य परीक्षा होगी। जबकि सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा-2019 की स्क्रीनिंग परीक्षा 13 को कराई जाएगी।

TGT-PGT 2020 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन रद्द : तदर्थ शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी, मिलेगा वेटेज का लाभ।


प्रयागराज : प्रदेश के हजारों तदर्थ शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। उन्हें अब नियमित शिक्षक बनने के लिए वेटेज अंकों का सही से लाभ मिलेगा, क्योंकि चयन बोर्ड प्रति प्रश्न कम अंक मिलने की खामी दूर करने जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र की वर्चुअल बैठक में बुधवार को यह फैसला किया गया है। बोर्ड ने प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भर्ती 2020 का विज्ञापन निरस्त कर दिया है। संशोधित विज्ञापन जल्द वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इसी के साथ टीजीटी जीव विज्ञान विषय का विज्ञापन भी जारी करने का निर्णय लिया गया है।




बैठक बोर्ड अध्यक्ष बीरेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। इसमें तय हुआ कि एक ही परीक्षा में तदर्थ शिक्षक व आम प्रतियोगी के लिए भिन्न-भिन्न अंक देने की त्रुटिपूर्ण व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। असल में, चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी के पदों पर आवेदन करने वाले तदर्थ शिक्षकों को 1.75 अंक प्रतिवर्ष व अधिकतम 35 अंकों का वेटेज देने का निर्णय लिया था, लेकिन दोनों पदों के लिए प्रति प्रश्न मूल्यांकन आम प्रतियोगी से कम रखा था। इसी तरह से पीजीटी में आम प्रतियोगी को एक प्रश्न सही होने पर 3.4 अंक व तदर्थ शिक्षक को 3.12 अंक ही मिलता।

चयन बोर्ड ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी में जीवविज्ञान विषय को शामिल करने का निर्णय लिया है। इससे भर्ती के कुल पदों की संख्या भी बढ़ सकती है। चयन बोर्ड की वेबसाइट पर कहा गया है कि प्रतियोगियों के हित में बुधवार को यह निर्णय लिया गया है।

चयन बोर्ड के उप सचिव की ओर से कहा गया है कि जो अभ्यर्थी पदों के सापेक्ष आनलाइन आवेदन कर चुके हैं उन्हें दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं है, उनके आवेदन मान्य होंगे। सिर्फ नए अभ्यर्थी आवेदन करें।

प्रश्नों के मूल्यांकन में मिलेंगे समान अंक

अगर टीजीटी का प्रतियोगी 100 प्रश्न सही करता है तो उसे 400 अंक और तदर्थ शिक्षक इतने ही सवाल सही करने पर 372 अंक पाता। इससे उसे वेटेज अंकों का अपेक्षित लाभ नहीं मिलता। विधि विभाग ने भी इस मूल्यांकन प्रणाली को शीर्ष कोर्ट की अवमानना करार दिया। ऐसे में अब दोनों का समान मूल्यांकन करने की तैयारी है। संशोधित विज्ञापन में इसका प्रमुखता से उल्लेख रहेगा।

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