बीईओ भर्ती के सवा साल बाद भी नहीं दी उत्तरकुंजी
सभी भर्तियों का प्राप्तांक जारी कराने कोर्ट जाएंगे प्रतियोगी, खबर पढ़ें सबसे नीचे
प्रयागराज : शिक्षा विभाग में खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) की भर्ती के सवा साल बाद भी लोक सेवा आयोग उत्तरकुंजी जारी नहीं कर सका है। आयोग ने बीईओ के 309 पदों पर भर्ती के लिए 12 दिसंबर 2019 को विज्ञापन जारी किया था। 16 अक्टूबर 2020 को प्री और छह दिसंबर 2020 को मुख्य परीक्षा कराई गई। अंतिम चयन परिणाम 30 जनवरी 2021 को घोषित हुआ लेकिन प्रारंभिक परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी नहीं की गई।
यह स्थिति तब है जबकि आयोग अपने विज्ञापन में लिखता है कि उत्तरकुंजी और कटऑफ जारी की जाएगी। ऐसे में हारकर छात्रों को अब उत्तरकुंजी और कटऑफ के लिए भी पैसे खर्च कर कोर्ट में याचिकाएं करनी पड़ रही है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय के अनुसार प्री में बहुत कम अंकों से चयन और रिजेक्शन होता है। ऐसे में छात्रों को यह जानना जरूरी होता है कि उनसे कहां चूक हुई ताकि आगे की तैयारी कर सकें। आयोग को प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज और आश्रम पद्धति विद्यालय भर्ती की भी उत्तरकुंजी जारी करनी चाहिए।
सभी भर्तियों का प्राप्तांक जारी कराने कोर्ट जाएंगे प्रतियोगी
प्रयागराज : इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर लोक सेवा आयोग ने पीसीएस-2019 व 2020 और आरओ/एआरओ-2016 के अभ्यर्थियों का प्राप्तांक, कटआफ अंक जारी कर दिया। यह व्यवस्था आगे भी लागू रहेगी या नहीं? उस पर संदेह की स्थिति है। वहीं, खंड शिक्षाधिकारी - 2019 सहित कई पदों का प्राप्तांक व कटआफ अंक जारी नहीं हुआ। प्रतियोगी छात्र समस्त भर्तियों का प्राप्तांक व कटआफ अंक जारी करने के लिए नियम बनाने की मांग कर रहे हैं, जिससे परीक्षा के बाद बिना कोर्ट गए उचित समय पर उसे जारी कर दिया जाए। इस व्यवस्था को लागू कराने के लिए प्रतियोगियों ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने का निर्णय लिया है।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय कहते हैं कि कटआफ अंक व प्राप्तांक जारी होने से अभ्यर्थियों को आत्म मूल्यांकन का मौका मिलता है।
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