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Saturday, April 23, 2022

हकीकत : राजस्व विभाग पर सरकार की साख की बड़ी जिम्मेदारी, लेखपाल से नायब तक का टोटा, सचिवालय और राजस्व के खाली पद भरे जाएं तो 13 हजार से ज्यादा को मिले नौकरी

हकीकत : राजस्व विभाग पर सरकार की साख की बड़ी जिम्मेदारी, लेखपाल से नायब तक का टोटा, सचिवालय और राजस्व के खाली पद भरे जाएं तो 13 हजार से ज्यादा को मिले नौकरी

लखनऊ : सरकारी विभागों में रिक्त पदों का अंबार है। सचिवालय प्रशासन और राजस्व विभाग में रिक्त पद यदि भर दिए जाएं तो 13 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी मिल जाएगी। मुख्यमंत्री के स्तर से रिक्त पदों को भरने का निर्देश होने के बाद इन पदों पर भी भर्ती की उम्मीद जगी है।


सचिवालय से शासन की योजनाओं को बनाने व उनके क्रियान्वयन की निगरानी का काम होता है। मुख्यमंत्री व मंत्री से लेकर शासन के सभी आलाहाकिम यहीं बैठते हैं। मगर, सरकार का सबसे अहम कामकाजी तंत्र कार्मिकों की जबर्दस्त तंगी से जूझ रहा है।

सचिवालय में सचिवालय सेवा के कुल 8,535 पद स्वीकृत हैं। इनमें एक तिहाई से ज्यादा (3528) पद खाली चल हैं सर्वाधिक रिक्त पद समूह 'ख' व समूह 'घ' के हैं। सचिवालय संघ व अन्य सेवा संगठन अत्यधिक संख्या में पद रिक्त होने से कार्यरत कार्मिकों पर काम का अत्यधिक बोझ का हवाला देते हुए रिक्त पदों को भरने की मांग करते रहे हैं। पर, रिक्त पदों को भरने में देरी से रिक्तियां बढ़ती जा रही हैं। पदोन्नति वाले पद भी खाली पड़े हैं। 

इसी तरह राजस्व विभाग भी जन समस्याओं के निस्तारण व सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में मुख्य भूमिका निभाता है। सरकार की साख बनने-बिगड़ने में इसकी अहम भूमिका है मगर विभाग में लेखपाल से तहसीलदार संवर्ग तक में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। एक-एक लेखपाल व तहसीलदार पर कई-कई क्षेत्र का प्रभार है। न सिर्फ सीधी भर्ती वाले पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं, बल्कि सबसे चौंकाने वाली स्थिति नायब तहसीलदार प्रोन्नति कोटे की है। इस कोटे के लिए 617 पद सुरक्षित हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 15 अफसर ही तैनात हैं। बाकी 602 पद खाली हैं। इसी तरह राजस्व निरीक्षक के करीब 1500 पद खाली हैं और राजस्व लेखपाल के रिक्त पदों की संख्या बढ़कर 10 हजार पार करने वाली है।

शासन के अधिकारी कहते हैं कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीधी भर्ती व पदोन्नति से रिक्त पदों को भरने का काम समयबद्ध ढंग से शुरू होने जा रहा है। इससे सीधी भर्ती वाले पदों से युवाओं को जहां तेजी से नौकरी मिल सकेगी, वहीं पदोन्नति होने से कार्यरत कार्मिकों का उत्साह बढ़ेगा हर स्तर पर पर्याप्त कार्मिक होने से सरकारी कामकाज में भी तेजी आएगी।

सचिवालय में महिला कार्मिकों की संख्या कम

सचिवालय में महिला कार्मिकों की संख्या भी सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिवालय में समूह के के जो 539 कार्मिक हैं उनमें महिलाओं की संख्या सिर्फ 21 है। इसी तरह समूह ख में कार्यरत 2437 कार्मिकों के सापेक्ष 410, समूह ग में कार्यरत 1016 के सापेक्ष 173 और समूह घ में कार्यरत 1015 के सापेक्ष मात्र 174 महिला कार्मिक हैं।

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