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Monday, March 21, 2022

सेना में दो साल से भर्तियां बंद, एक लाख पद रिक्त

सेना में दो साल से भर्तियां बंद, एक लाख पद रिक्त


नई दिल्ली : नोएडा में एक नौजवान प्रदीप मेहरा के सेना में भर्ती होने के लिए आधी रात को सड़क पर दौड़ने की घटना ने सेना की भर्तियों को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। पिछले दो साल से देश में कोरोना के बीच बड़े-बड़े चुनाव हो रहे हैं, लेकिन सेना में भर्तियां बंद हैं। इस बीच खबर यह है कि सेना में जवानों के रिक्त पदों की संख्या एक लाख से भी अधिक हो चुकी है। सरकार ने कोरोना महामारी से आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों को भी हटा दिया है, लेकिन सेना में भर्ती कब खुलेगी, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। 


हाल में इस मुद्दे पर राज्यसभा में सरकार की तरफ से स्वीकार किया गया है कि 2021-21 और 2021-22 के दौरान सेना में कोरोना महामारी के चलते भर्ती रैलियां नहीं हो सकीं। जानकारों के अनुसार, हर साल भारतीय सेना से 50-60 हजार जवान सेवानिवृत्त होते हैं। और करीब इतनी ही नई भर्तियां होती हैं। इसके लिए साल में 90-100 भर्ती रैलियां आयोजित की जाती हैं, जो देश के अलग-अलग हिस्सों को कवर करते हुए की जाती हैं। एक रैली छह-आठ जिलों को कवर करती है। लेकिन पिछले दो सालों से यह रैलियां बंद हैं। रैलियों में भीड़ होती हैं, इसलिए रैलियां बंद की गईं। रक्षा मंत्रालय की तरफ से आधिकारिक रूप से जवानों के 81 हजार पद 1 जनवरी 2022 तक रिक्त होने की बात कही गई है लेकिन अब यह संख्या बढ़कर एक लाख से भी अधिक हो जाने का अनुमान है।




कोरोना की वजह से सेना भर्ती स्थगित, निरस्त नहीं, राज्यसभा में रक्षा राज्यमंत्री का स्पष्टीकरण

भीड़ जुटने पर महामारी फैलने का खतरा था।

नई दिल्ली :  केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसने सेना में भर्ती पर रोक नहीं लगाई है। कोरोना महामारी की वजह से स्थगित की हुई है। राज्यसभा में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बताया कि भर्ती के दौरान भीड़ जुटने से वायरस का प्रसार न हो जाए, इसलिए भर्तियों को स्थगित रखा गया है।

भट्ट ने तारांकित सवाल के जवाब में कहा, महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। सेना भर्ती के लिए बड़े आयोजन होते हैं, भारी भीड़ आती है। इस स्थगन को सरकारी रोक न माना जाए।

महिला सैनिकों को लड़ाकू भूमिका देने पर विचार जारी : ने भट्ट ने बताया, महिला सैनिकों को लड़ाकू भूमिका देना विचाराधीन है। महिलाओं की सशस्त्र सेना में भर्ती तय व्यवस्था के तहत हो रही है। सेना में मानव संसाधन पूरे रखने के लिए भी उचित संख्या में भर्ती की जा रही है।

80,572 भर्तियां हुई थीं 2019-20 में

■ रक्षा राज्यमंत्री ने बताया, 2018-19 में सेना में 53,431 सैनिक भर्ती हुए।

■ 2020 में महामारी आई, तो 2021 व 2022 में भर्तियां स्थगित करनी पड़ीं।

■ हालांकि 20-21 व 21 22 में वायुसेना में क्रमशः 8,423 व 4,609 और नौसेना में क्रमशः 2,722 व 5,547 भर्तियां हुईं।



Indian Army Recruitment Rally 2022 : सरकार ने संसद में बताया, क्यों नहीं हो रही सेना भर्ती रैली

Indian Army Recruitment Rally 2022 : सरकार ने सोमवार को संसद में कहा कि कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में भारतीय थल सेना में भर्ती प्रक्रिया स्थगित हुयी और इस पर कोई रोक नहीं लगायी गयी है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी का प्रकोप कम हुआ है लेकिन यह अभी समाप्त नहीं हुआ है।

     
कोविड महामारी के चलते पिछले दो वर्षों में थल सेना में भर्ती रैलियों का आयोजन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसी भर्ती रैलियों में बड़ी संख्या में उम्मीदवार जुटते हैं, इसलिए ऐसी भर्ती रैलियों को स्थगित कर दिया गया ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
      
उन्होंने कहा कि इस दौरान वायु सेना और नौसेना में ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया जारी रही और कर्मियों की भर्ती की गयी है। 
      
रक्षा बलों मे भर्ती के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि कोविड महामारी के कारण थल सेना में भर्ती प्रक्रिया निलंबित कर दी गयी। उन्होंने कहा कि 2018-19 और 2019-20 में भारतीय थल सेना में क्रमश: 53,431 और 80,572 भर्तियां की गयीं।
     
सिंह ने बताया कि 2020-21 और 2021-22 में भारतीय नौसेना में क्रमश: 2,772 और 5,547 कर्मियों की भर्ती की गयी। इसी प्रकार वायुसेना में 2020-21 और 2021-22 में क्रमश: 8,423 और 4,609 कर्मियों की भर्ती की गयी।

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