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Monday, September 6, 2021

प्रतियोगी छात्र करेंगे अधिकार-सम्मान आंदोलन, मुख्यमंत्री से मिलने के लिए भी मांगा है समय

UPSESSB : बारिश में भी नहीं डिगा चयनितोें का हौसला, विद्यालय आवंटन की मांग, राष्ट्रपति से मिलने का मांगा समय

नियुक्ति की मांग को लेकर टीजीटी 2016 के चयनित अभ्यर्थियों का धरना छठवें दिन भी जारी रहा। अभ्यर्थियों ने बरसात में भी प्रदर्शन किया और धरनास्थल से हटे नहीं। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ट्विट कर शहर आगमन पर मुलाकात का समय मांगा है।


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर सोमवार को छठें दिन भी टीजीटी 2016 सामाजिक विज्ञान और कला के चयनित अभ्यर्थियों का क्रमिक अनशन जारी रहा। बारिश भी इनके हौसले को डिगा नहीं पाई और अभ्यर्थी भीगते हुए भी चयन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी व विद्यालय आवंटन की मांग करते रहे। प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगियों का कहना है कि अब वह पीछे नहीं हटेंगे। आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। 

अभ्यर्थियों का कहना है कि टीजीटी 2016 में 13 विषय के चयनित अभ्यर्थी एक वर्ष से वेतन ले रहे हैं। जबकि सामाजिक विज्ञान और कला के चयनित अभ्यर्थी विद्यालय आवंटन के लिए अभी प्रदर्शन कर रहे हैं। मोर्चा के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा कि चयन बोर्ड अध्यक्ष यूपी सरकार की मंशा के खिलाफ काम कर रहे हैं। चयन बोर्ड अध्यक्ष विद्यालय आवंटन में इतना विलंब करके चयनित छात्रों को धरने पर बैठने के लिए मजबूर किए हैं।

अखिलेश जोशी ने कहा कि विद्यालय आवंटन होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। चयन बोर्ड की मनमानी नहीं चलेगी। क्रमिक अनशन में मृत्युंजय सिंह ,संजीव नारायन, सुनील कुमार पंडित ,संतोष कुमार सरोज, दीपक कुमार ,शिव कुमार सरोज, अरविंद कुमार वर्मा , नरसिंह यादव , राम बाबू यादव, राकेश कुमार पटेल, परम यादव, रणजीत कुमार आदि मौजूद रहे। 

शहर आगमन पर महामहिम से मिलने को बेरोजगार युवाओं ने लिखा पत्र 
युवा मंच के बैनर तले बेरोजगार युवाओं का आंदोलन सोमवार को छठें दिन भी सिविल लाइंस में धरना स्थल पर जारी रहा। युवा मंच के ऑफीसियल ट्विटर हैंडल से राष्ट्रपति को पत्र भेजकर 11 सितंबर को शहर आगमन के दौरान मिलने के लिए समय मांगा है। राष्ट्रपति से देश में आजीविका पर पैदा हुए संकट के मद्देनजर हस्तक्षेप की अपील की है। साथ ही सीएम को संबोधित ज्ञापन एसीएम द्वितीय को सौंपा है। 

युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश में युवाओं के रोजगार के लिए किए जा रहे आंदोलन को सरकार द्वारा नजर अंदाज किया जा रहा है। युवाओं की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि रोजगार को मौलिक अधिकार में शामिल किया जाए, गरिमापूर्ण रोजगार की गारंटी होे। ज्ञापन के जरिए पुलिस भर्ती-2015 के शेष बचे 3528 पदों पर योग्य व पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग की। साथ भर्तियों में भ्रष्टाचार को दूर किया जाए। प्रदर्शन में कमला शंकर सिंह, पुष्प राज सिंह, वर्षा रानी, मंजू, उमा, उर्मिला, मीना मौर्य, ईशान, राम बहादुर पटेल, अरुण पाल, धर्म राज यादव आदि शामिल रहे।

टीजीटी-2016 की भर्ती अभ्यर्थियों के लिए बन गई पहेली

 प्रयागराज : प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी)-2016 की भर्ती अभ्यर्थियों के लिए पहेली बन गई है। परीक्षा के बाद किसी तरह परिणाम जारी होने के बाद अब सामाजिक विज्ञान और कला वर्ग के चयनितों के लिए विद्यालय आवंटन नहीं हो रहा है। पांच साल में भर्ती पूरी नहीं हो पाई। अब विद्यालय आवंटन के लिए क्रमिक सत्याग्रह कर रहे चयनितों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से सवाल किया है कि जब परिणाम जारी कर दिया है तो विद्यालय आवंटन क्यों नहीं करते। 

चयन बोर्ड के बाहर चयनित मोर्चा के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह की अगुवाई में आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा है कि 13 विषयों के चयनित नियुक्ति पाकर साल भर से वेतन ले रहे हैं, लेकिन उनके साथ न जाने क्यों चयन बोर्ड दोहरा रवैया अपना रहा है। मांग की कि जल्द विद्यालय आवंटन किया जाए। सोमवार को चयनित छात्रएं भी सत्याग्रह में शामिल हुईं। दोपहर बाद बारिश होने पर भी पालीथिन ओढ़कर अभ्यर्थी डटे रहे। मृत्युंजय सिंह, अखिलेश जोशी, धर्मराज ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां विभिन्न विषयों के चयनित शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र बांट रहे हैं, वहीं चयन बोर्ड चयनितों की राह में रोड़ा अटका रहा है। कहा कि विद्यालय आवंटन को लेकर चयन बोर्ड को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, ताकि भ्रम की स्थिति न रहे। चयन बोर्ड के अध्यक्ष वीरेश कुमार ने बताया कि अभ्यर्थियों को दो-तीन लोगों का प्रतिनिधि मंडल बनाकर मुलाकात कर चयन बोर्ड में अपनी मांग रखें।

लटकी भर्तियों को लेकर चयन बोर्ड से प्रतियोगियों ने की मांग

प्रयागराज : लटकी भर्तियों को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के प्रति प्रतियोगियों व प्रधानाचार्य पद के आवेदकों में गुस्सा बढ़ने लगा है। विद्यालय आवंटन को टीजीटी 2016 के सामाजिक विज्ञान कला वर्ग के चयनित छह दिन से सत्याग्रह कर रहे हैं तो प्रधानाचार्य पद की भर्ती के लिए आवेदन करने वालों ने भी अब हुंकार भरी है। चयन बोर्ड को चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के भीतर साक्षात्कार की तिथि घोषित नहीं की गई तो वे कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे।

प्रदेश में अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य पद पर भर्ती 10 वर्षो से लटकी है। इसके चलते प्रधानाचार्य विहीन विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। चयन बोर्ड के उदासीन रवैये पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने आक्रोश जाहिर किया है। सोमवार को महासंघ के माध्यमिक संवर्ग के प्रदेश मंत्री डा.संतोष शुक्ल की अगुवाई में अल्लापुर में हुई बैठक में 2011 के छह मंडलों के प्रधानाचार्य भर्ती का परिणाम न घोषित करने पर नाराजगी जताई।




प्रतियोगी छात्र करेंगे अधिकार-सम्मान आंदोलन, मुख्यमंत्री से मिलने के लिए भी मांगा है समय

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति अलग-अलग मुद्दों पर लगातार मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अध्यक्ष सहित अनेक अधिकारियों को पत्र लिख रही है। फरवरी 2021 में समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एमएलसी अरविंद शर्मा से मुलाकात की थी।


प्रतियोगी छात्र करेंगे अधिकार-सम्मान आंदोलन, मुख्यमंत्री से मिलने के लिए भी मांगा है समय आश्वासन से ऊब चुके प्रतियोगियों ने मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है।

प्रयागराज : पीसीएस भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए आयुसीमा में छूट नहीं मिली, न मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव हुआ। परीक्षा पैटर्न में बदलाव की गुंजाइश नजर नहीं आ रही है। ये वो मांगें हैं जिसे लेकर प्रतियोगी लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री को कई बार पत्र लिखा, उप मुख्यमंत्री सहित तमाम मंत्रियों व अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपा, लेकिन हर जगह से सिर्फ आश्वासन ही मिला। कोई कार्रवाई न होने से प्रतियोगियों में निराशा व्याप्त है। आश्वासन से ऊब चुके प्रतियोगियों ने मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। अगर मुख्यमंत्री समय नहीं देंगे तो प्रतियोगी सड़क पर उतरकर 'अधिकार-सम्मान आंदोलन शुरू करेंगे।

लगातार मिले नेताओं से लिखे कई पत्र भी

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति अलग-अलग मुद्दों पर लगातार मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अध्यक्ष सहित अनेक अधिकारियों को पत्र लिख रही है। फरवरी, 2021 में समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एमएलसी अरविंद शर्मा से मुलाकात की थी। इनसे पहले उपमुख्यमंत्री व कई मंत्रियों से मिलकर ज्ञापन दिया था, परंतु उसके अनुरूप काम नहीं हुआ।

सत्ता में बैठे लोग प्रतियोगियों को आश्वासन देकर टरका रहे

समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना है कि सत्ता में बैठे लोग प्रतियोगियों को आश्वासन देकर टरका रहे हैं, लेकिन यह नीति अब स्वीकार नहीं की जाएगी। हमें वादे के अनुरूप परिणाम चाहिए। हमारी मांग 'भर्ती परीक्षाओं में महिला आरक्षण का लाभ केवल उत्तर प्रदेश की महिलाओं को दिलाने, हर भर्ती की मुख्य परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों में से कम से कम 10 प्रतिशत अभ्यर्थियों को बुलाने, हिंदी माध्यम की कापियों का उसी के विशेषज्ञ शिक्षक से मूल्यांकन करवाने, अभ्यर्थियों को आनलाइन कापी दिखाने की व्यवस्था कराने, पैटर्न बदलने के कारण जो प्रतियोगी पीसीएस की परीक्षा में सफल नहीं हुए हैं उन्हें आयु सीमा में छूट दिलाने की है। ये मांगें पूरी न हुईं तो प्रतियोगी सड़क पर उतरेंगे। इस बारे में अब प्रतियोगी छात्रों ने पूरा मन बना लिया है क्योंकि शासन की मंशा सकारात्मक नहीं दिख रही है।

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