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Sunday, June 6, 2021

ट्विटर पर छाया रोजगार का मुद्दा, निशाने पर रही सरकार, प्रतियोगियों ने किया प्रदर्शन, लाखों रिक्त पदों पर भर्ती शुरू करने की मांग

ट्विटर पर छाया रोजगार का मुद्दा, निशाने पर रही योगी सरकार

ट्विटर पर छाया रोजगार का मुद्दा, निशाने पर रही सरकार
प्रतियोगियों ने किया प्रदर्शन, लाखों रिक्त पदों पर भर्ती शुरू करने की मांग

वर्चुअल संवाद में प्रदेश भर से शामिल हुए छात्र, सीएम से मांगा रोजगार

प्रतियोगियों को भर्ती का आदेश नहीं, विज्ञापन चाहिए


युवा मंच समेत कई संगठनों के संयुक्त आह्वान पर शनिवार को आयोजित यूपी बेरोजगार दिवस ट्विटर पर छाया रहा। प्रतियोगियों ने दावा किया कि ‘योगी रोजगार दो’ मुद्दे पर शाम पांच बजे तक दस लाख से अधिक ट्वीट किए गए। इस दौरान हुए वर्चुअल संवाद में प्रदेश सरकार प्रतियोगियों के निशाने पर रही। प्रदेश स्तर पर हुए इस आंदोलन के तहत प्रयागराज में भी युवा मंच के कार्यकर्ताओं एवं अन्य प्रतियोगी छात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन किया।


युवा मंच की ओर से आयोजित वर्चुअल संवाद में 181 वुमेन हेल्पलाइन की रेनू शर्मा जी और खुशबू ने अपनी पीड़ा को बताते हुए कहा कि जहां एक तरफ योगी सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है, वहीं वुमेन हेल्पलाइन की महिलाओं से रोजगार छीनने का काम किया और महीनों के बकाया वेतन का भुगतान तक नहीं किया गया। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने दावा किया कि तमाम विभागों में 50 से 70 फीसदी या इससे अधिक पद खाली हैं। पिछली सरकार तक की भर्तियां अधर में हैं। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने आरोप लगाए कि शिक्षा विभाग से लेकर तमाम विभागों में लाखों पदों को ही खत्म कर दिया, इसके बावजूद अब भी पांच लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हैं, जिन्हें भरने की सरकार की कोई योजना नहीं है। 

युवा मंच वाराणसी के संयोजक दिव्यांशु राय ने निजी स्कूलों के शिक्षकों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोरोना काल में शिक्षकों कों वेतन नहीं दिया जा रहा। वे भुखमरी की कगार पर हैं। पीलीभीत से यूपीएसएसएससी के छात्रों के प्रतिनिधि अभिषेक अवस्थी ने कहा कि जेई समेत कई भर्तियां लंबित हैं। न तो परीक्षा हुई और न ही सिलेबस जारी किया गया। आंदोलन के दबाव के का कारण 50 हजार पदों का अधियाचन भी आ गया लकिन पीईटी परीक्षा के नाम पर रिक्त पदों का विज्ञापन जारी करने पर रोक लग गई।

एक्स रे टेक्नीशियन के छात्रों के प्रतिनिधि सुहैल हसन ने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद रिक्त पदों पर भर्ती नहीं की गई। ज्यादातर लोगों को संविदा पर रखा जा रहा है और वेतन भी आधा कर दिया गया है। एक्स रे टेक्नीशियन के रिक्त पदों को 2016 के बाद से भरा ही नहीं गया, जबकि 556 पदों के लिए अधियाचन भी आयोग को प्राप्त हो चुका है। युवा मंच के सदस्य राम बहादुर पटेल ने कहा कि तकनीकी संवर्ग में आईटीआई, डिप्लोमा से लेेकर बीटेक तक के लिए तकनीकी शिक्षण संस्थानों में 70 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं, लेकिन इन्हें भरा नहीं जा रहा। बिजली विभाग में तकनीशियन के 4102 पदों का विज्ञापन आया था, लेकिन सरकार ने बिना किसी वाजिब कारण के इसे रद्द कर दिया।

प्रतियोगियों को भर्ती का आदेश नहीं, विज्ञापन चाहिए

रोजगार के मुद्दे पर लगातार हो रहे आंदोलन के मद्देनजर तमाम विभागों में अब रिक्त पदों का ब्योरा तैयार किया जा रहा है, ताकि भर्ती शीघ्र शुरू की सके। इस मसले पर युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह का कहना है कि इससे कोई फायदा नहीं होगा। एक तरफ तीसरी लहर आने की बात कही जा रही है और अगले साल यूपी का विधानसभा चुनाव भी है। सरकार भर्ती के आदेश के बजाय, अब सीधे विज्ञापन जारी करे और सभी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करे। सिर्फ भर्ती का आदेश देने से बेरोजगारों को राहत नहीं मिलेगी।

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