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Monday, June 7, 2021

UPPSC : क्रमिक अनशन पर बैठे अर्हता विवाद में फंसे अभ्यर्थी

UPPSC : क्रमिक अनशन पर बैठे अर्हता विवाद में फंसे अभ्यर्थी

प्रयागराज : आवेदन की तिथि पर अर्हता के विवाद के कारण फंसे राजकीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक हिन्दी पर चयनित अभ्यर्थी लोक सेवा आयोग के बाहर सोमवार से क्रमिक अनशन पर बैठ गए। अभ्यर्थी मनीष कुमार का कहना है कि सत्यापन प्रक्रिया के बाद उनकी फाइलें शिक्षा निदेशालय भेजी जानी थी लेकिन अब तक रुकी हुई है।


आयोग ने 15 मार्च 2018 के विज्ञापन के आधार पर पहली बार 16 अप्रैल 2018 तक आवेदन स्वीकार किए थे। अर्हता को लेकर बालकृष्ण और 94 अन्य याचियों के मामले में हाईकोर्ट ने 16 अप्रैल तक ऑफलाइन आवेदन लेने को कहा था। आयोग ने 48 दिन बाद (4 से 14 जून 2018) के बीच पुनः वेबसाइट पर आवेदन ले लिया।

दूसरी बार के आवेदन तक यूपी बोर्ड से इंटर संस्कृत करके तमाम अभ्यर्थियों ने अपनी शैक्षिक अर्हता पूर्ण कर ली। अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती परिणाम आने पर उनका चयन हुआ और शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन भी कर लिया गया लेकिन आयोग ने सात महीने बीतने के बावजूद अब तक उनकी फाइलें निदेशालय को नहीं भेजी है। क्रमिक अनशन पर बैठने वालों में पंकज यादव, कंचन, संतोष, राममिलन राजभर, मनीष कुमार, विमल, अर्चना सिंह, पूर्णिमा यादव, अर्जुन सोनकर, ज्ञान लता गौतम आदि रहीं।

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