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Thursday, December 3, 2020

फर्जी नियुक्ति पत्र मामले की होगी जांच, सच्चाई का पता लगाने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय गम्भीर, एडेड डिग्री कॉलेजों के असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का मामला

फर्जी नियुक्ति पत्र मामले की होगी जांच, सच्चाई का पता लगाने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय गम्भीर, एडेड डिग्री कॉलेजों के असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का मामला

प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कालेजों के असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती में फर्जी नियुक्ति पत्र जारी होने पर उच्च शिक्षा निदेशालय गंभीर है। निदेशालय ने नए सिरे से मामले की जांच कराने का निर्णय लिया है। साथ ही भविष्य में ऐसा दोबारा न हो उसके लिए व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।


उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 47 के तहत 35 विषयों में 1150 पद की असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती निकाली थी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने उसके चयनितों की द्वितीय चरण की काउंसिलिंग 28 फरवरी को पूरी कराई है। इसमें अंग्रेजी के 147, शारीरिक शिक्षा के 60, अर्थशास्त्र के 33, इतिहास के 38, भूगोल के 48, चित्रकला विषय के दो पदें की ऑनलाइन काउंसिलिंग कराकर चयनितों का नियुक्ति पत्र वेबसाइट में अपलोड कर दिया गया। चयनितों को वेबसाइट से नियुक्ति पत्र डाउनलोड करना था। इसमें सबका नियुक्ति पत्र हिंदी में बनाया गया है। लेकिन, गुरुवार को शारीरिक शिक्षा विषय की एक चयनित के पास निदेशालय इस पर मौजूदा निदेशक ने नए सिरे से जांच करवाने का निर्णय लिया है। गड़बड़ी रोकने के लिए आनलाइन काउंसिलिंग कराने के बाद नियुक्ति पत्र क्षेत्रीय अधिकारियों के जरिए संबंधित कालेज भेजने की व्यवस्था बनाई गई है। निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज का कहना है कि फर्जी नियुक्ति पत्र जारी होना गंभीर मामला है, जिसकी पड़ताल होगी। भविष्य में ऐसा न हो उसके लिए चयनित द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्र के आधार पर ज्वाइनिंग नहीं करने का निर्देश दिया गया है। क्षेत्रीय अधिकारियों के पत्र के आधारपर ही डिग्री कालेज प्रबंधन चयनितों की ज्वाइनिंग कराएगा।

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