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Sunday, December 6, 2020

BEO EXAM : पीसीएस के स्तर का रहा बीईओ मेंस का पेपर, चकरा गए अभ्यर्थी

BEO EXAM : पीसीएस के स्तर का रहा बीईओ मेंस का पेपर, चकरा गए अभ्यर्थी

खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ)-2019 की मुख्य परीक्षा रविवार को प्रयागराज, गाजियाद और लखनऊ के आठ केन्द्रों पर शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। दो पालियों में हुई परीक्षा के लिए 4385 अभ्यर्थियों को देनी थी जिसमें से 94.96 फीसदी यानि 4164 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।


परीक्षार्थियों ने बताया कितना कठिन रहा पेपर-
परीक्षा देकर बाहर निकलने अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र पीसीएस मेंस की तरह स्तरीय था, इसलिए मुश्किल लगा। प्रश्न पत्र में परम्परागत और करंट अफेयर प्रश्नों का समावेश रहा। जिसमें इतिहास, अर्थशास्त्र भूगोल, उत्तर प्रदेश पर केन्द्रित वं कोरोना से जुड़े सवाल पूछे गये थे। वहीं हिन्दी के प्रश्न पत्र में अभ्यर्थियों से हिन्दी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिन्दी में अनुवाद भी कराया गया। हिन्दी के प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन की तुलना में थोड़ा सरल था।


परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थी विनीत यादव ने कहा कि पहले से उम्मीद थी कि परीक्षा बदले हुए पैटर्न पर होगी। इसलिए उसके अनुरूप तैयारी की थी। पेपर कठिन था लेकिन जिसने नए पैटर्न पर पढ़ाई की होगी उसने हल कर लिया होगा। अभ्यर्थी प्रार्थना मिश्रा ने कहा कि पेपर अच्छा हुआ लेकिन सामान्य अध्ययन और हिन्दी दोनों में ही मुश्किल प्रश्न पूछे गये थे।

309 पदों के लिए हुई परीक्षा में प्रयागराज में 1953, गाजियाबाद में 665 एवं लखनऊ में 1555 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पहली पाली में सामान्य अध्ययन का पेपर हुआ।


BEO EXAM : पीसीएस के स्तर का रहा बीईओ मेंस का पेपर, चकरा गए अभ्यर्थी

खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) मुख्य परीक्षा-2019 का पेपर पीसीएस परीक्षा के स्तर कर रहा। निबंध के सवालों के जरिये अभ्यर्थियों की समझ का परखा गया तो हिंदी और सामान्य अध्ययन के सवाल भी स्तरीय रहे। सामान्य अध्ययन के पेपर में तकरीबन सभी विषयों से सवाल पूछे गए। वहीं, हिंदी के पेपर के जरिये अभ्यर्थियों की अनुवाद क्षमता का परीक्षण किया।

बहुत से अभ्यर्थी शब्दावली तैयार करके गए थे, लेकिन हिंदी के पेपर में हिंदी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद करने के लिए आ गया। अभ्यर्थियों को दोनों में एक-एक लाइन में पांच-पांच वाक्यों के अनुवाद करने थे। हालांकि, मुहावरे और लोकोत्तियों से जुड़े सवाल अभ्यर्थियों को आसान लगे।

अभ्यर्थियों को इनका अर्थ स्पष्ट करते हुए इन्हें वाक्यों में प्रयोग करना था। लेकिन, कुल मिलाकर हिंदी का पेपर हल करने के लिए अभ्यर्थियों को जो समय मिला, वह कम लगा। अभ्यर्थी विनोद सिंह और विवेकानंद सिंह ने बताया कि हिंदी के सवालों का जवाब देने के लिए जो शब्द सीमा निर्धारित की गई थी, वह इतनी अधिक थी कि सवालों को जवाब देने के लिए समयसीमा कम पड़ गई। अभ्यर्थियों के मुताबिक बीईओ मेंस का पेपर पीसीएस परीक्षा के स्तर का था।

निबंध के सवाल समसामयिक विषयों पर आधारित रहे और अभ्यर्थियों को अपनी समझ के आधार निबंध लिखना था। निबंध दो खंडों में पूछे गए। प्रत्येक खंड में निबंध के तीन विषय दिए गए थे और दोनों खंड से एक-एक विषय पर निबंध लिखना था।

पहले खंड में ‘साहित्य और जीवन मूल्य’, ‘ऑनलाइप श्क्षिा: चुनौतियां और संभावनाएं’ एवं ‘परंपरागत कृषि का भविष्य’ और दूसरे खंड में ‘मेक इन इंडिया: एक सशक्त भारत का स्वप्न’, ‘पर्यावरण असंतुलन और जैव विविधता’ एवं ‘कोविड-19: एक वैश्विक’ आपदा विषय पर निबंध लिखना था। विशेषज्ञों के अनुसार सामान्य अध्ययन के सवाल भी काफी स्तरीय रहे। इसमें इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र जैसे विषयों से जुड़े सवाल पूछे गए। साथ ही कोविड-19, राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क 2020, प्रयाग प्रशस्ति, सरकारी ई-बाजार, स्पेशल इकनॉमिक जोन, एम. पासपोर्ट सेवा, स्वयं पोर्टल, ऐस्ट्रोसैट, समग्र शिक्षा योजना से संबंधित सवाल भी पूछे गए।


बीईओ मेंस-2019 के प्रश्नपत्र में ‘मन की बात’ की झलक।

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा रविवार को आयोजित बीईओ यानी खंड शिक्षा अधिकारी मेंस-2019 का प्रश्नपत्र संतुलित रहा। 

अधिकतर प्रश्न समसामयिक विषयों पर आधारित रहे। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग- अलग तारीखों पर ‘मन की बात’ में जिन मुद्दों पर चर्चा की थी, उससे जुड़े प्रश्न भी आए। आत्मनिर्भर भारत, पर्यावरण संरक्षक, परंपरागत कृषि में बदलाव, वैदिक गणित का महत्व जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न आए। वहीं, कोविड-19 के दौरान कराई जा रही आनलाइन पढ़ाई से जुड़ा भी प्रश्न पूछा गया। अभ्यर्थियों का कहना है कि पेपर पीसीएस की परीक्षा के अनुरूप बनाया गया था। नियमित समाचार पत्र पढ़ने वाले अभ्यर्थियों ने आसानी से प्रश्नों का उत्तर दिया।



खंड शिक्षाधिकारी मेंस-2019 में रही 94.96% उपस्थिति।

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की खंड शिक्षा अधिकारी मुख्य परीक्षा (मेंस)-2019 को लेकर अभ्यर्थियों में खासा उत्साह रहा। रविवार को प्रयागराज, लखनऊ व गाजियाबाद के 10 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई। दो पालियों में आयोजित परीक्षा में 94.96 प्रतिशत उपस्थिति रही। परीक्षा में 4385 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। दोनों पालियों में 4164 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रथम पाली में सामान्य अध्ययन और द्वितीय पाली में सामान्य हंिदूी व निबंध की परीक्षा कराई गई।

लोकसेवा आयोग ने खंड शिक्षाधिकारी-2019 के तहत 309 पद की भर्ती निकाली है। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि समस्त केंद्रों में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। कहीं हंगामा अथवा पेपर लीक की घटना नहीं हुई। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अभ्यर्थियों को मास्क लगाकर परीक्षा दिलाई गई। थर्मल स्कैनिंग करने के बाद सबको प्रवेश दिया गया।

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