Searching...
Thursday, December 3, 2020

UPHESC : नए सिलेबस पर होगी भर्ती परीक्षा, रिवाइज किया जा रहा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा का छह साल पुराना सिलेबस

UPHESC : नए सिलेबस पर होगी भर्ती परीक्षा, रिवाइज किया जा रहा असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा का छह साल पुराना सिलेबस

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नई भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की तैयारी कर रहा है। लेकिन, इस बाद असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की परीक्षा नए सिलेबस के आधार पर आयोजित की जाएगी। इसके लिए 1. यूपीएचईएससी में सिलेबस रिवाइज किए जाने का काम चल रहा है।


उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से यूपीएचईएएसी को असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों का अधियाचन भेजा चुका है। प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में रिक्त पड़े इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया यूपीएचईएएसी को पूरी करनी है। इसके लिए पहले विज्ञापन जारी किया जाएगा, इसके बाद लिखित परीक्षा होगी और फिर इंटरव्यू कराकर अंतिम चयन परिणाम घोषित किया जाएगा। नियमों के तहत हर पांच साल में भर्ती परीक्षा का सिलेबस रिवाइज होना चाहिए आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का पिछला विज्ञापन वर्ष 2016 में जारी किया और इससे पूर्व वर्ष 2014 में सिलेबस रिवाइज हुआ था। उसी सिलेबस के आधार पर वर्ष 2016 में जारी विज्ञापन संख्या 47 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा आयोजित की गई।


पांच वर्ष में पाठ्यक्रमों में काफी बदलाव आ चुका है। आयोग को असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों पर भर्ती के लिए नया विज्ञापन जारी करना है। यह भर्ती तकरीबन 47 विषयों में होनी है। ऐसे में आयोग छह साल बाद इन सभी विषयों का सिलेबस रिवाइज कर रहा है । असिस्टेंट प्रोफेसर की अगली भर्ती विज्ञापन संख्या 50 के तहत प्रस्तावित है। आयोग नई भर्ती के विज्ञापन के साथ

संशोधित सिलेबस भी जारी करेगा। यूपीएचईएससी के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा का कहना है कि आयोग अपने स्तर से सभी तैयारियां पूरी करने में लगा है सिलेबस भी रिवाइज किया जा रहा है । विशेषज्ञों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आयोग की ओर से जल्द ही असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा।


फंसा एजेंसी चयन का विज्ञापन ।

आयोग ने कुछ दिनों पहले असिस्टेंट प्रोफेसर की नई भर्ती के लिए एजेंसी चयन का विज्ञापन जारी किया था। अब इस विज्ञापन को लेकर विवाद हो गया है। दरअसल, उस वक्त एमएलसी चुनाव की आचार संहिता लागू थी। ऐसे में विज्ञापन जारी किया जा सकता है या नहीं, इस पर संशय की स्थिति बनी हुई है। मामले में आयोग ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा-निर्देश मांगे हैं। अगर प्रशासन की ओर से नए सिरे से विज्ञापन जारी करने के लिए कहा जाता है, तो असिस्टेंट प्रोफेसर की नई भर्ती शुरू करने कुछ देर हो सकती है।


सिलेबस रिवाइज होने से फायदा

विषयों का सिलेबस रिवाइज होने से नए अभ्यर्थियों को फायदा मिलेगा, क्योंकि वे पहले से ही नए पाठ्यक्रम में आधार पर ही तैयारी कर रहे हैं। वहीं, पुराने अभ्यर्थियों को रिवाइज सिलेबस के आधार पर नए सिरे से तैयारी करनी होगी।

क्षैतिज आरक्षण को लेकर फिर पेच

असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी होने से पहले क्षैतिज आरक्षण को लेकर फिर से पेच फंस गया है। निदेशालय की ओर से आयोग को पत्र भेजकर कहा गया है कि वह अपने स्तर से क्षैतिज आरक्षण का निर्धारण कर ले, जबकि आयोग इसके लिए तैयार नहीं है। आयोग की ओर से निदेशालय को पत्र भेजकर कहा गया है कि आरक्षण का निर्धारण विभाग करते हैं। इसके साथ ही आयोग ने निदेशालय को आरक्षण निर्धारण के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं, ताकि मामले का निपटारा जल्द हो और आयोग विज्ञापन जारी कर सके।

0 comments:

Post a Comment