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Tuesday, January 3, 2023

UPPCS : एक बार विवरण देकर बार-बार दे सकेंगे परीक्षा, सीएम योगी ने किया यूपीपीएससी के ओटीआर सिस्टम का शुभारंभ

लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अप्रैल से ओटीआर हुआ जरूरी, UPPSC के पास 10 से 12 लाख अभ्यर्थियों का होगा विवरण

अब तक 2310 अभ्यर्थियों कर चुके हैं एकल अवसरीय पंजीकरण

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने एकल अवसरीय पंजीकरण (ओटीआर) व्यवस्था लागू कर दी है। सभी अभ्यर्थियों को ओटीआर कराना है। आयोग एक अप्रैल 2023 से अपनी सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए ओटीआर अनिवार्य कर देगा।



ओटीआर किसी परीक्षा के लिए आवेदन नहीं है, बल्कि यह केवल आवेदकों की सूचनाओं का संग्रह है। आयोग की विभिन्न परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए ओटीआर अनिवार्य होगा। अभ्यर्थी को केवल एक बार ओटीआर कराना है जिसमें बाद आयोग की किसी भी परीक्षा में केवल आवश्यक / अधिमान्य योग्यता / अनुभव विवरण भरकर परीक्षा शुल्क जमा करना होगा और आवेदन की प्रक्रिया पांच से दस मिनट में पूरी हो जाएगी।

ओटीआर भरने में आधे से एक घंटे का वक्त लग सकता है, लेकिन यह हमेशा के लिए अभ्यर्थी की राह आसान कर देगा। इसके बाद किसी भी भर्ती परीक्षा के आवेदन के लिए अभ्यर्थी को साइबर कैफे के चक्कर नहीं लगाने होंगे, बल्कि मोबाइल फोन पर ही ओटीआर संख्या के माध्यम से चंद सूचनाएं भरकर आवेदन की प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी। अभ्यर्थी से संबंधित अन्य सूचनाएं ओटीआर के माध्यम से पोर्टल पर पहले से ही उपलब्ध रहेंगी।

ओटीआर का पोर्टल आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया और बुधवार तक 2310 अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन भी करा चुके हैं। आयोग की विभिन्न परीक्षाओं में 10 से 12 लाख अभ्यर्थी शामिल होते हैं। ऐसे में आयोग की और से अभ्यर्थियों को 31 मार्च तक ओटीआर कराने को कहा गया है, कर सकेंगे। क्योंकि एक अप्रैल के बाद आयोग की भर्ती परीक्षाओं में वहीं अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे, जिनके पास ओटीआर संख्या होगी।

संशोधन के लिए हमेशा उपलब्ध रहेगी सुविधाः ओटीआर में अभ्यर्थी ने त्रुटिवश कोई गलत जानकारी भर दी है तो उसे संशोधित करने को सुविधा हमेशा उपलब्ध रहेगी। अक्सर होता है कि अभ्यर्थी 'मेल' और 'फीमेल' के कॉलम को टिक करने या जाति के कॉलम को भरने में गलती कर देते हैं हो जाएंगे। और इसी गलती के कारण अभ्यर्थी चयन से भी वंचित रह जाते हैं। अभ्यर्थी ओटीआर में किसी भी वक्त संशोधन

मुख्य परीक्षा से पहले अपलोड करने होंगे अभिलेख: किसी भी भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा में सफल घोषित किए जाने वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा से पहले अपने सभी आवश्यक शैक्षिक अभिलेख भी पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। सीधी भर्ती के अभ्यर्थियों को भी ओटीआर के पोर्टल पर अपने डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे। ऐसे में ओटीआर कराने वाले अभ्यर्थियों को भविष्य में बार-बार शैक्षिक अभिलेख अपलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अधिकतम आयु सीमा पूरी होते ही ओटीआर से बाहरः ओटीआर के पोर्टल पर अनावश्यक भार न बढ़े, इसकी व्यवस्था भी की गई है। आयोग की भर्तियों में शामिल होने के लिए अलग-अलग वर्गों के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु सीमा निर्धारित है। जो अभ्यर्थी अधिकतम आयु सीमा पूरी कर लेंगे, वह ओटीआर से स्वतः बाहर हो जाएंगे।

साइबर सिक्योरिटी भी बनेगी चुनौतीः आयोग के सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए ओटीआर अनिवार्य किए जाने के बाद आयोग के पास 10 से 12 लाख युवाओं का पूरा विवरण होगा। डाटा लीक होने का खतरा भी बना होगा। ऐसे में साइबर सिक्योरिटी भी आयोग के लिए चुनौती होगी इस दिशा में आयोग ने काम शुरू कर दिया है और इसके लिए एनआईसी से सहयोग लिया जा रहा है।

UPPCS : एक बार विवरण देकर बार-बार दे सकेंगे परीक्षा, सीएम योगी ने किया यूपीपीएससी के ओटीआर सिस्टम का शुभारंभ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की नई वेबसाइट का शुभारंभ किया। इसके साथ ही ओटीआर की व्यवस्था भी शुरू हो गई है।


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की विभिन्न परीक्षाओं में बैठने के लिए अब अभ्यर्थियों को बार-बार पंजीकरण नहीं कराना होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोक भवन में आयोग में आवेदन के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) सिस्टम और आयोग की नई वेबसाइट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि साढ़े पांच साल में हुई भर्तियों में पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। ओटीआर से अभ्यर्थियों को बहुत सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि otr.pariksha.nic.in के माध्यम से अलग-अलग चयन परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों को बार-बार अपना व्यक्तिगत विवरण नहीं देना होगा। आवेदक को केवल एक बार अपना विवरण, प्रमाण पत्र, फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करने की जरूरत होगी। साथ ही संशोधन या अपडेट करने की सुविधा हमेशा उपलब्ध रहेगी। सरकारी नौकरी की विभिन्न अधिसूचनाओं के लिए आवेदन के दौरान ओटीआर में दर्ज सूचनाएं स्वत: प्रदर्शित होंगी। यह सूचनाएं जारीकर्ता संस्थानों से डिजिटली सत्यापित होंगी। 

सीएम ने कहा कि अभ्यर्थियों को बताया जाना चाहिए कि ओटीआर किसी परीक्षा के लिए आवेदन नहीं है, बल्कि यह केवल आवेदकों की सूचना का संग्रह है। इसके माध्यम से आवेदक को अपना प्रोफाइल बनाए रखने की सुविधा के लिए अलग डैशबोर्ड प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था के संबंध में प्रतियोगी युवाओं को जागरूक किया जाना चाहिए।

ओटीआर से अभ्यर्थियों को सुविधा

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में प्रारंभ हो रही एकल अवसरीय पंजीकरण (ओटीआर) व्यवस्था से अभ्यर्थियों को बड़ी सुविधा होगी। अब आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न चयन परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थी को बार-बार व्यक्तिगत विवरण नहीं देना होगा।

आवेदक को फोटो एवं हस्ताक्षर केवल एक बार अपलोड करने की आवश्यकता है। व्यक्तिगत विवरण एवं फोटो एवं हस्ताक्षर, संसोधन एवं अद्यतन करने की सुविधा 24x7 उपलब्ध होगी। ओटीआर में दर्ज समस्त सूचनाएं डिजिटल रूप में उपलब्ध होगी। ओटीआर में दर्ज समस्त सूचनाएं जारीकर्ता संस्थानों से डिजिटली सत्यापित होगी।

आयोग की परीक्षाओं के लिए अप्रैल से ओटीआर अनिवार्य


लखनऊ : उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने चयन के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) गड़बड़ियां रोकने की सुविधा देने के लिए बड़ा कदम का निर्णय लिया परीक्षाओं के लिए अप्रैल से ओटीआर अनिवार्य होगा। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह सुविधा संघ लोक सेवा आयोग से भी बेहतर होगी।

क्योंकि यूपीपीएससी के ओटीआर में सारी जानकारियां शामिल हैं जो आवेदन के लिए आवश्यक होती हैं। इसलिए इसे संघ लोक सेवा आयोग से बेहतर संस्थागत प्रयास माना जा रहा है। दरअसल, पूर्व में कई अभ्यर्थी एक ही परीक्षा के लिए कई फॉर्म भरते थे जिससे गड़बड़ी की आशंका रहती थी। आरक्षण का अनुचित लाभ लेने के लिए कूटरचित तरीके से अलग-अलग जाति का उल्लेख करके आवेदन कर देते थे, जो अब मुमकिन नहीं होगा।

ये होंगे फायदे

• अभ्यर्थियों को आयोग की परीक्षाओं के लिए शैक्षिक अर्हता एवं मूलभूत सूचनाओं से संबंधित अभिलेख का ब्योरा बार-बार नहीं भरना होगा।

• नए आवेदन पत्र भरने में समय की बचत के साथ अभ्यर्थियों के धन की भी बचत होगी। मूलभूत सूचनाओं को संशोधन करने का पर्याप्त अवसर मिलेगा।

• अगर समीक्षा के दौरान कोई गलती होती है तो उसको वह स्वयं ही ठीक कर सकते हैं। जल्दबाजी में गलत सूचना भरने से या अंतिम समय में तकनीकी परेशानियों से निजात मिलेगी।

एक से अधिक ओटीआर तो निरस्त होगा आवेदन

ओटीआर के लिए वैध ई-मेल आईडी व मोबाइल नंबर जरूरी होगा, जिस पर ओटीआर संख्या भेजी जाएगी। भविष्य में जारी विज्ञापन में ई- मेल व मोबाइल नंबर पर भेजी गई ओटीपी से वैलिडेट करने पर ही आवेदनपत्र स्वीकार होगा। एक से अधिक ओटीआर एक से अधिक होने पर अभ्यर्थी का आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।

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