Searching...
Saturday, June 4, 2022

'अग्निपथ' के जरिये भर्ती होंगे 'अग्निवीर', 06 महीने की ट्रेनिंग के बाद लंबी सेवा के लिए रखे जाएंगे 20-25 प्रतिशत नए जवान

Agniveer Recruitment Details: भारत के अग्निवीर कैसे करेंगे देश सेवा, कब होगी भर्ती और कैसा होगा करियर; जानें हर डिटेल।

विरोध के बीच अग्निपथ योजना में बदलाव, इस साल भर्ती के लिए उम्र सीमा बढ़ाकर 23 साल की गई, खबर पढ़े सबसे नीचे

अगस्त से शुरू होगी अग्निवीरों की भर्ती रैली : सीएम योगी ने की घोषणा, अग्निवीरों को यूपी में दी जाएगी पुलिस सेवा में प्राथमिकता, खबर पढ़ें नीचे।

सेना भर्ती 2022: क्या है अग्निपथ योजना, जानें अग्निवीरों के चयन, योग्यता और आवेदन प्रकिया से जुड़ी जरूरी बातें, खबर पढ़ें नीचे।


अग्निवीरों की भर्ती के लिए 773 जिलों में अभियान चलाएगी सेना, होगी 40000 सैनिकों की होगी भर्ती


Agneepath Scheme: अगले 180 दिन में 25 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी। बाकी एक माह बाद शुरू होगी। भर्ती अखिल भारत, अखिल वर्ग आधार पर होगी, जो कुछ रेजिमेंट की संरचना को बदलने के लिए निर्धारित है।

Agnipath Scheme Agniveer Recruitment 2022 : अग्निपथ योजना की घोषणा के एक दिन बाद भारतीय सेना ने बुधवार को कहा कि वह आने वाले महीनों में 40,000 सैनिकों की भर्ती करेगी। उप थल सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि 180 दिनों में 25,000 अग्निवीरों की भर्ती होगी। बाकी 15,000 की भर्ती प्रक्रिया एक महीने बाद शुरू होगी। भर्ती अभियान देश के सभी 773 जिलों में चलाया जाएगा।

लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा कि रक्षा मंत्री के पास परिचालन आवश्यकताओं के अनुसार जरूरी परिवर्तन करने का अधिकार है।

'अग्निपथ' योजना को देश के सामने आने वाली भावी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए ज्यादा फिट और युवा सैनिकों की भर्ती की खातिर दशकों पुरानी चयन प्रक्रिया में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। भर्ती 'अखिल भारत, अखिल वर्ग' आधार पर होगी, जो कुछ रेजिमेंट की संरचना को बदलने के लिए निर्धारित है।

नौसेना 3000 की भर्ती करेगी
नौसेना अग्निपथ योजना के तहत इस साल 3,000 अग्निवीरों की भर्ती करेगी। पश्चिमी नौसेना के कमांडर-इन-चीफ वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि स्वीकृत संख्या के आधार पर उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाई जाएगी। योजना नई है और हमें खुद को इसके अनुकूल बनाना होगा। वायुसेना 3,500 की भर्ती करेगी। यह पहले वर्ष की संख्या है। सिंह ने उम्मीद जताई कि कार्मिकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

अग्निवीर बेहतर इंसान बनेंगे : एयर मार्शल सिंह
गांधीनगर/चेन्नई। वायुसेना के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद आत्मविश्वास से लबरेज और कहीं अधिक बेहतर इंसान होंगे। दक्षिण-पश्चिम वायुसेना कमान के प्रमुख (एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) एयर मार्शल विक्रम सिंह ने कहा कि वायुसेना प्रमुख ने महिलाओं को भी शामिल करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा हम जितने अच्छे इंसान को लाएंगे, उससे कहीं बेहतर इंसान समाज को लौटाएंगे। 

आकांक्षाओं को पूरी करेगा
दक्षिण भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए. अरुण ने कहा कि अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों में अल्प अवधि के लिए युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। समाज और प्रौद्योगिकी में अभूतपूर्व परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए और संगठन को भविष्य के लिए तैयार रखने के मकसद से यह योजना बनाई गई है।

राष्ट्र के लिए परिवर्तनकारी सुधार
उत्तरी थल सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों और राष्ट्र के लिए एक परिवर्तनकारी सुधार है। साथ ही, इसका लक्ष्य सेना के मानव संसाधन प्रबंधन में भारी बदलाव लाना है। 

सशस्त्र बलों में सेवा कर सकेंगे
सेना की दक्षिण पश्चिम कमान के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना के अधीन देशभक्ति से ओतप्रोत युवा चार वर्ष की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा कर सकेंगे। यह सशस्त्र बलों के युवा स्वरूप को सुदृढ करेगा। लेफ्टिनेंट जनरल भिंडर यह भी कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान अनिवार्य सैन्य कर्तव्य की व्यवस्था पर विचार नहीं रहा है।

गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं
एअर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए 'युवा अग्निवीरों' की भर्ती करते समय कैडेट की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेंगे। एअर मार्शल ने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में चीजों को करने का सिर्फ एक तरीका नहीं हो सकता है।




इस स्कीम के तहत लड़के एवं लड़कियों दोनों को ही तीनों सेनाओं में भर्ती का मौका मिलेगा। अग्निवीर के आवेदन के लिए आयु 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल तक की होनी चाहिए। जानिए स्कीम से जुड़ी 10 बड़ी बातें।

Agneepath Scheme Details: देश की थल सेना, वायुसेना और नौसेना में अग्निवीरों की भर्ती वाली अग्निपथ स्कीम का ऐलान रक्षा मंत्रालय की ओर से कर दिया गया है। मंगलवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने इस स्कीम का ऐलान किया और जरूरी जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने स्कीम के बारे में बताते हुए कहा कि इस स्कीम से सेनाओं की औसत आयु कम होगी। अभी तक यह आयु 32 वर्ष थी, जो घटकर 24 से 26 साल ही रह जाएगी। अग्निपथ स्कीम के जरिए कैसे युवाओं को करियर मिलेगा, इस बारे में भी सरकार की ओर से विस्तार से जानकारी दी गई है। 

आइए जानते हैं, अग्निपथ स्कीम की 10 सबसे बड़ी बातें...

1. इस स्कीम के तहत लड़के एवं लड़कियों दोनों को ही तीनों सेनाओं में भर्ती का मौका मिलेगा। अग्निवीर के आवेदन के लिए आयु 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल तक की होनी चाहिए। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि इससे 10वीं या 12वीं पास होते ही युवाओं को एक अच्छा करियर मिल सकेगा। उनके पास बेहतर सैलरी, प्रशिक्षण और भविष्य की राह तीनों होंगे।

2. अग्निवीरों के लिए भी मेडिकल और फिजिकल फिटनेस के नियम वही रहेंगे, जो अब तक अन्य सैनिकों के लिए रहे हैं। 10वीं और 12वीं पास युवाओं को अग्निवीर के तौर पर अलग-अलग पदों पर भर्ती के लिए मौका दिया जाएगा।

3. पहले साल में अग्निवीरों को सालाना 4.76 लाख रुपये का पैकेज मिलेगा। चौथे साल के अंत तक यह राशि बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी। 

4. सर्विस की समाप्ति पर 11.7 लाख रुपये का पैकेज दिया जाएगा। इसके अलावा सर्विस के दौरान शहादत पर परिजनों को 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। वहीं सेवा के दौरान दिव्यांग होने या गंभीर रूप से जख्मी होने की स्थिति में 44 लाख रुपये का कवरेज मिलेगा। 

5. सेवा निधि पैकेज पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। 

6. अग्निवीर के तौर पर जिन सैनिकों का 4 साल का कार्यकाल पूरा होगा, उन्हें दूसरे संस्थानों में रोजगार के अवसर मिलेंगे और उन्हें प्राथमिकता भी दी जाएगी। इसके अलावा 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में लंबी अवधि की सेवा के लिए भी चुना जाएगा। 

7. अग्निवीरों की पहली भर्ती 90 दिनों के भीतर ही होगी।

8. इस साल पहले बैच में कुल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ सकती है।

9. अग्निवीरों की भर्ती के लिए सेना रैली होगी। इसके अलावा कुछ संस्थानों में जाकर कैंपस इंटरव्यू भी तीनों सेनाओं की ओर से किया जाएगा। खासतौर पर आईटीआई करने वाले युवाओं को खास मौके मिलेंगे।

10. सेवामुक्त किए जाने के बाद भी उन्हें दूसरी नौकरी हासिल करने में आसानी हो, इसके लिए 'अग्निवीर स्किल सर्टिफिकेट' जारी किया जाएगा। 


'अग्निपथ' के जरिये भर्ती होंगे 'अग्निवीर', 06 महीने की ट्रेनिंग के बाद लंबी सेवा के लिए रखे जाएंगे 20-25 प्रतिशत नए जवान


◆ 06 महीने की ट्रेनिंग के बाद नए जवानों में से केवल 20-25 प्रतिशत ही लंबी सेवा के लिए रखे जाएंगे।

◆ तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने पीएम को दी जवानों को भर्ती करने की नई योजना की जानकारी

◆ अल्प अवधि की सेवा के बाद शेष हटाए जाने वाले जवानों को एकमुश्त 10-12 लाख रुपये दिए जाएंगे

नई दिल्ली : एएनआइ सेना के तीनों अंगों में आने वाले दिनों में अग्निवीरों 06 यानी जवानों को भर्ती ‘अग्निपथ' के जरिये की जाएगा। 'अग्निपथ' सेना में जवानों को भर्ती करने की नई योजना का नाम है। शनिवार को सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों समेत शीर्ष नेतृत्व ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस योजना जाएंगे के बारे में विस्तार से जानकारी दी।


आने वाले दिनों में कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। तीनों सैन्य बलों ने इस योजना के तहत भर्ती करने की तैयारी शुरू भी कर दी है। इस योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में जवानों की भर्ती की जाएगी।

सरकारी सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी की अगुआई वाले सैन्य मामलों के विभाग ने यह योजना तैयार की है। इस योजना के मुताबिक जितने भी जवान भर्ती किए जाएंगे उनमें से छह महीने की ट्रेनिंग के बाद 20-25 प्रतिशत को ही लंबे समय के लिए सैन्य बलों में रखा जाएगा। ये जवान 'अग्निवीर' कहलाएंगे। बाकी जवानों को कुछ समय के बाद सेना से मुक्त कर दिया जाएगा और इसके लिए उन्हें एक बार में ही 10-12 लाख रुपये का विशेष पैकेज दे दिया जाएगा। हालांकि, यह अल्प अवधि कितने साल की होगी, इसकी अभी जानकारी नहीं है। सूत्रों ने बताया कि अगर योजना लागू होती है तो इसके जरिये अगले तीन से चार महीने में भर्ती शुरू हो जाएगी। इसके लिए विशेषज्ञों की भी भर्ती की जाएगी। कोरोना महामारी के चलते अभी सेना में जवानों की भर्ती ठप पड़ गई थी। सूत्रों ने बताया कि कम समय की सेवा के बाद हटने वाले जवानों को दूसरी जगह नौकरी की तलाश करने में सेना की तरफ से मदद दी जाएगी।

बस्तर के आठवीं पास युवा भी बन सकेंगे सीआरपीएफ जवान

रायपुर : छतीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के आठवीं पास युवा भी अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में भर्ती हो सकेंगे। इसके लिए केंद्रीय कैबिनेट ने भर्ती के नियमों में बदलाव करते हुए युवाओं को शैक्षणिक योग्यता में छूट देने का फैसला किया है। केंद्रीय कैबिनेट की बीते बुधवार को हुई बैठक में लिए गए इस फैसले से करीब छह वर्ष बाद सीआरपीएफ में बस्तरिया बटालियन के गठन की उम्मीद फिर एक बार बढ़ गई है। तीनों जिलों से करीब 400 आदिवासी युवाओं की भर्ती होगी। सीआरपीएफ के अफसरों ने बताया कि 2016-17 में सीआरपीएफ ने बस्तर | बटालियन के गठन की कोशिश गई थी, लेकिन शैक्षणिक योग्यता में 10वीं पास की अनिवार्यता के कारण भर्ती नहीं हो पा रही है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार को भर्ती में नियमों में बदलाव का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अब मंजूर कर लिया गया है। अफसरों ने बताया कि भर्ती के बाद प्रशिक्षण दौरान युवाओं को आगे की शिक्षा दी जाएगी।




सेना भर्ती में बड़ा बदलाव : अग्निवीर बनेंगे देश के प्रहरी, 46,000 जवानों की एक साल में नियुक्ति

नई दिल्ली : भारतीय सेना के तीनों अंगों में युवाओं की भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना पेश की है। अग्निपथ के रास्ते युवा देश के प्रहरी बन सकेंगे। एक साल में इसके तहत 46 हजार भर्तियां होंगी। इन सैनिकों को 'अग्निवीर' नाम दिया गया है। चयनित युवा चार साल तक सेना में सेवा दे सकेंगे। संविदा के आधार पर होने वाली इस भर्ती में शुरुआत में 30 हजार वेतन मिलेगा, जो चौथे साल तक 40 हजार रुपये हो जाएगा। सेवा अवधि पूरी होने पर उन्हें 11.71 लाख रुपये का करमुक्त सेवानिधि पैकेज भी मिलेगा।

रक्षा संबंधी मंत्रिमंडल समिति की मंजूरी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अग्निपथ की औपचारिक घोषणा की। भर्ती अखिल भारतीय चयन समिति के तहत होगी। रक्षामंत्री ने बताया, भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल बदलाव से सैनिकों की भर्ती शुरू में चार साल के लिए होगी, लेकिन बेहतर प्रदर्शन करने वाले करीब 25 फीसदी को आगे सेना में नियमित कर दिया जाएगा।

रक्षा मंत्री सिंह ने बताया कि ये जवान चार साल की सेवा के बाद स्वस्थ शारीरिक व मानसिक स्थिति और आधुनिक तकनीकी कौशल के साथ समाज के विभिन्न हिस्सों में अपने बेहतर योगदान के लिए तैयार रहेंगे। वायुसेना और नौसेना में युवा महिलाओं की भर्ती भी की जाएगी। टूर ऑफ ड्यूटी के नाम से जाने जानी वाली इस योजना को अग्निपथ के नए नाम से तीनों सेनाओं के प्रमुखों की उपस्थिति में दोबारा शुरू किया गया।

सेना भर्ती 2022: क्या है अग्निपथ योजना, जानें अग्निवीरों के चयन, योग्यता और आवेदन प्रकिया से जुड़ी जरूरी बातें

सरकार ने भारतीय सेना में भर्ती के लिए नई योजना अग्निपथ का ऐलान कर दिया है। अब तीनों सेनाओं में सिर्फ चार साल के लिए नई भर्तियां होंगी। 4 साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा।

Agnipath scheme 2022 : भारतीय सेनाओं में भर्ती ( Indian Army IAF Navy Recruitment 2022 ) अब अग्निपथ योजना से होगी। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जाना चाह रहे युवाओं में इस योजना को लेकर कई सवाल हैं। अग्निपथ योजना से सेनाओं में किन पदों पर भर्ती होगी? भर्ती की योग्‍यता क्या होगी? परीक्षा, चयन प्रक्रिया, साक्षात्‍कार कैसे होंगे? ट्रेनिंग, नौकरी और वेतन-भत्‍ते व पेंशन किस तरह के होंगे? कैसे पता चलेगा कि भर्ती निकली है और कैसे आवेदन कर सकेंगे? 

यहां जानिए इस योजना से जुड़े सभी सवालों के जवाब

अग्निपथ योजना क्या है?
इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की 4 साल के लिए भर्ती होगी। आर्मी में सैनिक (जवान), नेवी में नाविक और एयरफोर्स में एयरमैन की जो भर्ती है, वो भर्तियां अब इस योजना के तहत होंगी। जो सैनिक भर्ती होंगे, उन्हें अग्निवीर नाम दिया जाएगा। 4 साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा। शेष 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी जवान नियुक्त किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया तय की जाएगी जिसमें ‘अग्निवीर‘ स्थायी होने के लिए आवेदन देंगे। 

अग्निपथ योजना से किनकी भर्ती होगी? किनके लिए है यह योजना?
अग्निपथ योजना सिर्फ जवानों के लिए है। यह योजना अफसरों पर लागू नहीं होगी। सेवा अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों के लिए यह योजना होगी। नई योजना मौजूदा जवानों की खुली भर्ती की जगह ही लाई गई है। अभी जनरल ड्यूटी के अलावा, क्लर्क, स्टोर कीपर, ट्रेडमैन, नर्सिंग असिस्टेंट जैसे पदों के लिए खुली भर्ती होती है। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में वर्तमान में जवानों की जो भर्ती प्रक्रिया है, वो नहीं बदलेगी। यानी अग्निवीरों का चयन मौजूदा चयन प्रक्रिया से ही होगा। सेनाओं में अभी शॉर्ट सर्विस कमीशन के जरिए 10 साल के लिए अफसरों की नियुक्ति होती है जिसे 14 साल तक बढ़ाया जाता है। इस व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

क्या होगी योग्यता
- आयु सीमा - 17.5 वर्ष से 21 वर्ष वालों को मौका मिलेगा। 
- आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिक स्तर की भर्ती के नियम पुराने वाले ही रहेंगे। जैसे जनरल ड्यूटी (जीडी) सैनिक की भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10वीं पास ही रहेगी। अलग-अलग श्रेणियों में 10वीं-12वीं पास युवाओं को मौका मिलेगा।  

कब, कहां और कैसे निकलेंगी भर्तियां और कैसे कर सकेंगे आवेदन 
अगले 90 दिनों में अग्निपथ योजना के तहत 46 हजार भर्तियां निकाली जाएंगी। आर्मी में 40 हजार, एयरफोर्स में 3500 और नेवी में 2500 भर्तियां होंगी। देशव्यापी भर्ती प्रक्रिया के जरिये योग्यता के आधार पर अग्निवीरों की भर्ती होगी। अभ्यर्थियों को नई भर्तियों के निकलने की जानकारी इन वेबसाइट्स से मिलेगी- joinindianarmy.nic.in, joinindiannavy.gov.in, Careerindianairforce.cdac.in  । इसलिए सेनाओं में जाना चाह रहे अभ्यर्थी इन वेबसाइट्स को समय समय पर चेक करते रहें। जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
- ऑल इंडिया ऑल क्लास बेस्ड भर्ती होगी। 
- भर्ती रैलियों के तहत भी भर्ती रहेंगी। 
- एनरोलमेंट के लिए एक ऑनलाइन सेंट्रलाइज्ड सिस्टम विकसित किया जाएगा। 
- मान्यता प्राप्त टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स से कैंपस इंटरव्यू के लिए जरिए भी भर्तियां होंगी। 

क्या होगी अग्निवीरों की सैलरी? 
हर अग्निवीर को भर्ती के पहले साल 30 हजार महीने सैलरी मिलेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। हालांकि इनकी सैलरी में से सेवानिधि पैकेज के लिए हर बार 30-30 फीसदी कटेगा। जैसे पहले साल में 30 हजार रुपये मिलने हैं। लेकिन इसमें से 21 हजार रुपये ही उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी 9 हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि (9 हजार रुपये) सरकार भी डालेगी। 

महिलाओं के लिए मौके
इंडियन आर्मी में हालांकि सिर्फ युवकों को भर्ती का मौका मिलेगा। वायुसेना एवं नौसेना ने ऐलान किया है कि इस योजना के तहत युवतियों को भी अग्निवीर के तौर पर भर्ती किया जाएगा।

4 साल बाद ड्यूटी से मुक्त किए गए अग्निवीरों को क्या सुविधाएं मिलेंगी? क्या पेंशन मिलेगी?
पेंशन नहीं मिलेगी। सेवा निधि पैकेज मिलेगा। इस फंड के लिए अग्निवीरों की मासिक सैलरी का 30 फीसदी काटा जाएगा। इतनी ही रकम सरकार जमा करेगी। 4 साल बाद सेना से ड्यूटी मुक्त होने वाले 75 फीसदी ऐसे अग्निवीरों को 11.71 लाख रुपये की सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा उनको मिले कौशल प्रमाणपत्र और बैंक लोन के जरिये उन्हें दूसरी नौकरी शुरू करने में मदद की जाएगी।

4 साल बाद सेना से बाहर किए गए युवाओं का क्या होगा?
चार साल की सेवा के बाद सेना से ड्यटूी मुक्त किए गए नौजवानों को केंद्र और राज्य सरकार रोजगार में प्राथमिकता प्रदान करेंगी। इन्हें सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के दौरान प्राथमिकता मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को यह ऐलान किया। इसके अलावा यूपी सरकार, उत्तराखंड सरकार और एमपी सरकार ने अपनी अपनी पुलिस भर्तियों में इन युवाओं को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। हरियाणा सरकार ने कहा है कि वह इन 75 फीसदी अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देगी और 25 फीसदी को स्थायी नौकरी मिलेगी।

4 साल की सर्विस के दौरान वीरगति को प्राप्‍त हुए तो क्या होगा?
सभी अग्निवीरों का 48 लाख रुपये का नॉन-प्रीमियम इंश्‍योरेंस कवर होगा। ड्यूटी के दौरान मृत्‍यु होने पर 44 लाख रुपये की अतिरिक्‍त अनुग्रह राशि मिलेगी। इसके अलावा, परिवार को सेवा निधि सहित चार सालों तक सेवा न किए गए हिस्‍से का भी भुगतान किया जाएगा।

अगर दिव्‍यांग हुए तो क्या होगा?
जितने प्रतिशत अक्षमता होगी, उसके आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। 100 फीसदी अक्षमता पर 44 लाख रुपये, 75 फीसदी अक्षमता पर 25 लाख रुपये और 50 फीसदी अक्षमता पर 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।


अगस्त से शुरू होगी अग्निवीरों की भर्ती रैली : सीएम योगी ने की घोषणा, अग्निवीरों को यूपी में दी जाएगी पुलिस सेवा में प्राथमिकता

मध्य कमान स्टाफ अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल विवेक कश्यप ने बताया कि जो दसवीं पास कर अग्निवीर बनेंगे, उनकी आगे की पढ़ाई भी करवाई जाएगी। वे इंटर पास होकर बाहर आएंगे। इस योजना के माध्यम से भारतीय सशस्त्र सेनाओं की प्रोफाइल मजबूत होगी। जिससे उन्हें आगे रिज्यूम लगाने पर खासा लाभ भी मिलेगा।

मिशन अग्निपथ के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को सेनाओं में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड की भर्ती रैली की तैयारियां की जा रही हैं। अगस्त से रैली शुरू होंगी। यह जानकारी मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने दी। वह बुधवार को छावनी स्थित सूर्या प्रेक्षागृह में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मिशन अग्निपथ पर आधारित प्रेजेंटेशन भी प्रदर्शित की गई। लेफ्टिनेंट  जनरल योगेंद्र डिमरी ने बताया कि आज के बाद सारी भर्ती अग्निपथ स्कीम के जरिए ही होंगी। अभी यह पुरुषों के लिए है। लेकिन मिलिट्री पुलिस में महिला सिपाही की भर्ती में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर सेना भर्ती कार्यालय से जुड़े जिलों में इस साल अक्टूबर के आखिरी और नवम्बर के पहले सप्ताह में भर्ती कराई जाएगी। अगस्त के आखिरी और सितंबर के पहले हफ्ते में उत्तराखंड व मेरठ सहित पश्चिम यूपी के जिलों में भर्त्ती होगी। पहला बैच अगले साल एक जनवरी में भर्ती होगा। जुलाई में पहला बैच सेवा में आ जाएगा। उन्होंने आगे कहाकि पहली बार यह भर्ती हो रही है। सभी सेना भर्ती कार्यालयों के लिए पहले छह माह तक यह चैलेंज रहेगा। जिसके बाद व्यवस्थाएं बेहतर हो जाएंगी। अभी नॉर्मल भर्ती होगी, लेकिन अगले साल से आईटीआई स्किल डेवलपमेंट वालों को भी मौका मिलेगा। एनसीसी के लिए कोई सीधा प्रोविजन नही किया गया है। चार साल की नौकरी के बाद बाहर आने वाले युवाओं द्वारा सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों के दुरुपयोग की बात ठीक नहीं है। आज भी एक लाख युवा 15 साल की सेवा के बाद फौज छोड़कर जा रहे हैं। हर अग्निवीर की डिटेल हमारे पास रहेगी। इतना ही नहीं जो भर्ती 2021 में हुई है। मेडिकल भी हुए हैं और उनके डिस्पैच लेटर जारी नहीं हुए हैं, वे भर्ती भी अग्निपथ स्कीम से होंगी।

मजबूत होगी प्रोफाइल
मध्य कमान स्टाफ अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल विवेक कश्यप ने बताया कि जो दसवीं पास कर अग्निवीर बनेंगे, उनकी आगे की पढ़ाई भी करवाई जाएगी। वे इंटर पास होकर बाहर आएंगे। इस योजना के माध्यम से भारतीय सशस्त्र सेनाओं की प्रोफाइल मजबूत होगी। जिससे उन्हें आगे रिज्यूम लगाने पर खासा लाभ भी मिलेगा।

फौज की औसत आयु घटेगी
भारतीय फौज की औसत आयु 32 जे 36 साल है। लेकिन अब अग्निपथ स्कीम के लागू होने से यह 24 से 26 वर्ष हो जाएगी। इतना ही नहीं जोश व होश का शानदान सम्मिश्रण सेना में देखने को मिलेगा। हालांकि चयन प्रक्रिया में कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। अग्निवीर सेना से सीखकर समाज को भी लाभ देंगे।

नहीं मिलेंगी सुविधाएं
अग्निवीर रहने के दौरान सैनिकों को आकर्षक फाइनेंसियल पैकेज के साथ-साथ सारी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन चार साल बाद उन्हें पूर्व सैन्यकर्मी का दरजा नहीं मिलेगा। साथ ही कैंटीन व मेडिकल जैसी सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी।

अग्निवीरों को यूपी में दी जाएगी पुलिस सेवा में प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती होने वाले युवाओं को यूपी पुलिस में सेवा करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना भारतीय युवाओं के लिए आकर्षक योजना है। इस योजना के तहत इस वर्ष 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इस योजना का लक्ष्य सशस्त्र बलों को आधुनिक तकनीक से युक्त युवा शक्ति से जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना देश की तीनों सेनाओं की मानव संसाधन नीति में एक नए युग की शुरुआत है। इसके माध्यम से युवाओं को देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का अनूठा अवसर मिलेगा। सशस्त्र बलों में युवा और अनुभवी कर्मियों के बीच एक अच्छा संतुलन बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा पूरी होने पर अग्निवीरों को स्थाई नामांकन के लिए आवेदन करने का मौका भी दिया जाएगा।


विरोध के बीच अग्निपथ योजना में बदलाव, इस साल भर्ती के लिए उम्र सीमा बढ़ाकर 23 साल की गई

केंद्र सरकार ने गुरुवार रात योजना में बड़ा बदलाव करते हुए युवाओं को राहत देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई।

केंद्र की 'अग्निपथ' योजना के विरोध में बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में युवाओं ने जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि इन तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार रात योजना में बड़ा बदलाव करते हुए युवाओं को राहत देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दी गई है। हालांकि ये ढील केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया में ही लागू होगी। पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, अग्निपथ योजना की शुरुआत के समय सशस्त्र बलों में सभी नए रंगरूटों के लिए प्रवेश आयु साढ़े 17 साल से 21 साल साल निर्धारित की गई है। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ, इसलिए सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एकबारगी (आयु सीमा में) छूट दी जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 2022 की भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।

क्या है अग्निपथ भर्ती योजना

भारत सरकार ने मंगलवार को सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया था। इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा।

यह भी कहा गया कि सशस्त्र बल इस साल 46,000 ‘अग्निवर’ भर्ती करेंगे और चयन के लिए पात्र आयु 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी जिसे अब पहले साल (2022) के लिए बदल दिया गया है। योजना के तहत भर्ती 90 दिनों के भीतर शुरू होने वाली है। रोजगार के पहले वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 30,000 रुपये होगा, लेकिन हाथ में केवल 21,000 रुपये ही आएंगे। हर महीने 9,000 रुपये सरकार के समान योगदान वाले एक कोष में जाएंगे।

इसके बाद दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष में मासिक वेतन 33,000 रुपये, 36,500 रुपये और 40,000 रुपये होगा। प्रत्येक ‘अग्निवीर’ को ‘सेवा निधि पैकेज’ के रूप में 11.71 लाख रुपये की राशि मिलेगी और इस पर आयकर से छूट मिलेगी। ग्रेच्युटी और पेंशन लाभ के लिए कोई अधिकार नहीं होगा।

0 comments:

Post a Comment