Searching...
Saturday, October 23, 2021

SSC : स्टेनोग्राफर परीक्षा में बैठे 13 साल्वर गिरफ्तार

लखनऊ : सॉल्वर गिरोह के सरगना सहित पांच गिरफ्तार, एसयूवी-नकदी बरामद, प्रयागराज में चला रहा था कोचिंग

प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक देवकीनंदन और गिरजेश पटेल फोटो मिक्सिंग करने का काम करते थे। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से एक एसयूवी, 4 मोबाइल, एक कीपैड मोबाइल, 43 हजार रुपये नकदी, 4 आधार कार्ड व कई कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए।


लखनऊ में आशियाना पुलिस ने एसएससी स्टेनोग्राफर स्किल टेस्ट अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर बैठाने वाले गिरोह के सरगना सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा चार अन्य साथी भी दबोचे गये हैं। गिरोह का सरगना प्रयागराज के तेलियरगंज में कोचिंग सेंटर संचालित करता था। पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया था। जिनको रविवार को जेल भेजा गया था।

प्रभारी निरीक्षक आशियाना धीरज शुक्ल के मुताबिक 23 अक्तूबर को आठ सॉल्वर समेत 13 लोगों को एसएससी स्टेनोग्राफर परीक्षा से पकड़ा गया था। पूछताछ में तेलियरगंज निवासी सुनील कुमार के बारे में जानकारी मिली। सुनील तेलियरगंज में शारदा इंस्टीट्यूट के नाम से कोचिंग चलाता है। सुनील के साथ उसके गिरोह में अवधेश यादव, राजेंद्र पटेल, गिरजेश पटेल और देवकीनंदन भी शामिल थे। पूछताछ में सुनील ने बताया कि प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए बड़ी संख्या में छात्र आते हैं। सभी की इच्छा होती है कि प्रतियोगी परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी हासिल करें। इसी का फायदा उठाने के लिए सुनील ने सॉल्वर गिरोह बनाया।

तेलियरगंज में कई सालों से कोचिंग चला रहा सुनील काफी शातिर है। कोचिंग में आने वाले लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा देता था। इसके लिए प्रतियोगी परीक्षा का फॉर्म भरवाते समय ही वह परीक्षार्थी की फोटो को सॉल्वर की फोटो से मैच करा कर फार्म में लगवाता था। जिसके कारण पकड़े जाने का डर कम होता है। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक देवकीनंदन और गिरजेश पटेल फोटो मिक्सिंग करने का काम करते थे। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से एक एसयूवी, 4 मोबाइल, एक कीपैड मोबाइल, 43 हजार रुपये नकदी, 4 आधार कार्ड व कई कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए।

एक परीक्षार्थी के जगह सॉल्वर बैठाने की कीमत पांच लाख
प्रभारी निरीक्षक धीरज कुमार शुक्ला के मुताबिक पूछताछ में सुनील कुमार ने कई राज उगले। सुनील ने पूछताछ में बताया कि एक परीक्षार्थी की जगह सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराने के लिए वह पांच लाख रुपये 7 लाख रुपये तक की वसूली करता था। इसमें 40 प्रतिशत रुपये अपने रखता था। जबकि 60 प्रतिशत गिरोह के सभी सदस्यों में बांट देता था। सुनील ने बताया कि डेढ़ से दो लाख रुपये सॉल्वर को दिये जाते थे। पुलिस के सामने कुबूल किया कि एसएससी स्टेनोग्राफर परीक्षा के अलावा भी कई अन्य परीक्षाओं में सॉल्वर बैठा चुका है। लेकिन परीक्षार्थी और सॉल्वर की फोटो मैच कर फार्म में लगाए जाने के कारण अभी तक पकड़ा नहीं गया था। यह पहली बार है जब वह पुलिस की गिरफ्त में आया है।



SSC : स्टेनोग्राफर परीक्षा में बैठे 13 साल्वर गिरफ्तार

लखनऊ : आशियाना ओमेक्स सिटी स्थित आईडीजेड सेंटर में एसएससी स्टेनोग्राफर स्किल टेस्ट में साल्वर बैठ कर परीक्षा दे रहे थे। शुक्रवार को सेंटर पर दो पाली में परीक्षा हुई थी। जहां से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें आठ साल्वर और पांच अभ्यर्थी शामिल हैं। आरोपियों के पास से मोबाइल फोन और फर्जी प्रवेश पत्र भी बरामद हुए हैं।


इंस्पेक्टर धीरज शुक्ला के मुताबिक टीसीएस से रामभू कुमार, एसएससी के सिटी कोआर्डिनेटर विवेक कुमार सिंह और परीक्षक संदीप की ड्यूटी ईआन डिजिटल जोन में थी। जहां शुक्रवार को स्टेनोग्राफर स्किल टेस्ट की परीक्षा हो रही थी। विवेक सिंह के मुताबिक पहली पाली सुबह 8.30 से दोपहर 12.15 बजे तक और दूसरी पाली में 1.25 से 5 बजे तक परीक्षा हुई थी। इस दौरान परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का फोटो मिलान कराया गया था। विवेक के अनुसार पहली पाली में पांच अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में गड़बड़ी मिली थी। वहीं, दूसरी पाली में आठ साल्वर परीक्षा देते पाए गए। ऐसे में आशियाना पुलिस को सूचना दी गई थी। इंस्पेक्टर धीरज शुक्ल के मुताबिक ईआन डिजिटल जोन से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही टीसीएस के रामभू की तहरीर पर धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज बनाने और सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1996 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

बिहार से चल रहा था साल्वर गिरोह

इंस्पेक्टर धीरज शुक्ला के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया है कि साल्वर गिरोह बिहार से संचालित हो रहा है। लेकिन कोई भी व्यक्ति गिरोह संचालक का नाम नहीं बता सका है। उनके मुताबिक परीक्षा में बैठने के लिए उन्हें 50 हजार से एक लाख रुपये के बीच दिए जाते हैं। इसके लिए गिरोह संचालक ने अलग-अलग लोगों को तय कर रखा है। जो साल्वर को चिह्नित कर उसे परीक्षा पास कराने का ठेका देते हैं। प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवक बड़ी संख्या में होते हैं। इसलिए प्रयागराज की विभिन्न कोचिंग सेंटर के जरिए साल्वर का चयन किया जाता है। जो रुपये लेकर दूसरे की जगह परीक्षा में बैठते हैं। इंस्पेक्टर के मुताबिक साल्वर गिरोह संचालक की तलाश पुलिस कर रही है।


गिरफ्तार हुए साल्वर और अभ्यर्थी

अशोक कुमार निवासी सोहावन प्रयागराज, राहुल पटेल निवासी रामपुर प्रयागराज, राम प्रकाश गुप्ता निवासी भटवूलिया प्रयागराज, सूरज कुमार पटना, मो यासीन जलालपुर, मान सिंह निवासी सौराव प्रयागराज, अंकित पटेल निवासी किराने चक प्रयागराज, उपेंद्र कुमार निवासी अम्बेडकरनगर, मुकेश कुमार निवासी पोलपुर प्रयागराज, सुमित सोनी निवासी सोराव प्रयागराज, अनिल कुमार निवासी सकरामऊ प्रयागराज, संजीव कुमार निवासी प्रयागराज और आलोक प्रभाकर पटेल निवासी खुटनाना प्रयागराज गिरफ्तार होने वालों में शामिल हैं।

0 comments:

Post a Comment