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Sunday, October 17, 2021

ऐेडेड जूनियर हाईस्कूल शिक्षक परीक्षा 2021: टूंडला में अध्यापक वीनू निकला सॉल्वर गैंग का सरगना

एडेड जूनियर भर्ती परीक्षा - 2021 की परीक्षा में पेपर आउट कराकर साल्वर के माध्यम से नकल कराने वाले प्रिंसिपल व सहायक अध्यापक गिरफ्तार

बेटी के लिए आउट कराया पेपर, प्रधानाचार्य गिरफ्तार

सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में सॉल्वर सहित दो गिरफ्तार, चार लाख रुपये में लिया था ठेका

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ऐेडेड जूनियर हाईस्कूल शिक्षक परीक्षा 2021: टूंडला में अध्यापक वीनू निकला सॉल्वर गैंग का सरगना

टूंडला के गांव जाजपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय का सहायक अध्यापक वीनू सॉल्वर गैंग का सरगना निकला। पुलिस का कहना है कि उसने सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापक की भर्ती परीक्षा में सॉल्वर भूपेश को परीक्षा देने के लिए भेजा था। उसके पकड़े जाने के बाद मंगलवार को वीनू भी अभ्यर्थी भुवनेश्वर सहित गिरफ्तार कर लिया गया।

थाना लोहामंडी के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि वीनू फिरोजाबाद के गांव फतेहपुर का रहने वाला है। गांव लुहारी निवासी भुवनेश्वर के स्थान पर उसने खंदौली निवासी भूपेश को परीक्षा देने भेजा था। शिवालिक कैंब्रिज कॉलेज परीक्षा केंद्र पर एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित ने मुखबिर की सूचना पर उसे पकड़ लिया था। उससे पूछताछ में वीनू का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस वीनू तक पहुंच गई। उसे राजामंडी रेलवे स्टेशन के पास से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि भुवनेश्वर ने वीनू से परीक्षा में पास कराने के लिए बात की थी। इसके लिए चार लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। एक लाख रुपये वीनू को दे दिए थे।

सॉल्वर की मदद से खुद बना अध्यापक
वीनू ने पूछताछ में बताया कि वह खुद सॉल्वर बैठाकर सहायक अध्यापक बना है। वर्ष 2019 में एक सॉल्वर को बैठाकर अपनी परीक्षा दिलाई थी। इसमें पास हो गया था। वर्ष 2020 में उसकी नौकरी लग गई। वह हिंदी तक ठीक से नहीं लिख पाता है। पुलिस ने उससे एक शब्द लिखाया, ल‌ेकिन वह लिख नहीं सका। अब पुलिस उसके शैक्षिक दस्तावेज चेक कर रही है।

छह साल से परीक्षा में बैठा रहा सॉल्वर
पुलिस ने बताया कि वीनू तकरीबन छह साल से विभिन्न विभागों में परीक्षा में सॉल्वर बैठा रहा है। वह शिक्षक बनने से पहले निजी तौर पर शिक्षण कार्य करता था। इस दौरान परीक्षार्थियों के संपर्क में आ गया। वहीं कोचिंग में तैयारी करने वाले छात्र भी उसके संपर्क में रहते थे। वह उन्हें रुपयों का लालच देता था। दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए तैयार करता था। इसके लिए फिरोजाबाद स्थित आरटीओ आफिस के बाहर एक दुकान पर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। प्रवेश पत्र और आधार कार्ड पर अभ्यर्थी के फोटो हटाकर सॉल्वर की फोटो लगाकर तैयार करता था। उसने शिक्षा, पुलिस और न्याय प्रशासन में 30 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती इसी तरह कराई है। उसके परिवार में तीन लोगों के पुलिस विभाग में होने की जानकारी मिली है। पुलिस उनके बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है।

पुलिस को मिली नौकरी करने वालों की सूची
सॉल्वर की मदद से पुलिस, न्याय प्रशासन और शिक्षा विभाग में भर्ती होने वालों की सूची पुलिस को मिल गई है। पुलिस अब नियुक्ति स्थान पर जाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। सॉल्वर की मदद से जो पास हुआ होगा, उसके खिलाफ विभाग में शिकायत करके कार्रवाई कराई जाएगी। वर्ष 2015 में पुलिसभर्ती परीक्षा में थाना छत्ता पुलिस ने सॉल्वर को गिरफ्तार किया था। तब वीनू उर्फ महिपाल का नाम सामने आया था। उसका नाम मुकदमे में भी खोला गया था। मगर, पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई थी। मुकदमे से वीनू का नाम निकाल दिया गया था। वीनू के परिवार में पत्नी, बच्चों के साथ ही एक भाई और दो बहन हैं। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है।



प्रयागराज : सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापकों की भर्ती के लिए रविवार को आयोजित परीक्षा में बेटी के लिए पेपर आउट कराने के आरोप में केएन काटजू इंटर कॉलेज कीडगंज के प्रधानाचार्य राम नारायण द्विवेदी और शिक्षक अशोक तिवारी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया।

 एसटीएफ का दावा है कि राम नारायण द्विवेदी की बेटी आकांक्षा भारत स्काउट एवं गाइड इंटर कॉलेज में परीक्षा दे रही थी। राम नारायण द्विवेदी ने परीक्षा का पेपर अपने बेटे अनुग्रह उर्फ छोटू और बेटी को व्हाट्सएप पर भेज दिया था। इस मामले में इसी स्कूल के उप प्रधानाचार्य आकाश खरे, राम नारायण द्विवेदी का पुत्र अनुग्रह उर्फ छोटू, पुत्री आकांक्षा द्विवेदी और सॉल्वर वीरेन्द्र कुमार फरार हैं।


 वहीं दूसरी ओर प्रदेश के 3049 सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों के 1504 और प्रधानाध्यापकों के 390 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा मंडल मुख्यालयों में बनाए गए 737 केंद्रों पर रविवार को दो पालियों में कराई गई। सहायक अध्यापक भर्ती के लिए 336371 और प्रधानाध्यापक के लिए 19559 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। खास बात यह कि इस भर्ती में बड़ी संख्या में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों ने भी आवेदन किया था। अधिक ग्रेड पे और अपने गृह जनपद के पास आने की लालच में शिक्षकों ने परीक्षा दी।


 प्रयागराज : बेटी को नकल कराने के लिए पर्चा आउट करने के आरोप में गिरफ्तार डा. केएन काटजू इंटर कालेज के प्रिंसिपल राम नयन द्विवेदी ने कई जतन किए थे। साल्वर की व्यवस्था करने के लिए अपने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे को छुट्टी दे दी थी। ताकि भारत स्काउट एंड गाइड स्कूल जाकर उसकी बेटी को पास कराने में मदद कर सके। 

किसी तरह का जोखिम होने की आशंका पर प्रिंसिपल ने अपने बेटे अनुग्रह को भी अवैध गतिविधि के लिए मोहरा बनाया। पूछताछ के दौरान एसटीएफ को कई और जानकारी हाथ लगी है। इस आधार पर अब पता लगाया जा रहा है कि प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और सहायक अध्यापक ने जो पर्चा आउट किया था, उसके जरिए केएन काटजू स्कूल में परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को तो लाभ नहीं पहुंचाया गया। 

साथ ही पूर्व में आयोजित हुई परीक्षाओं में उनकी क्या गतिविधि रही, इस बारे में भी छानबीन चल रही है। हालांकि अभी तक एसटीएफ को केवल साल्वर का नाम ही मिल सका है। वह कहां का रहने वाला है और उसे पेपर साल्व करने के लिए कितना पैसा दिया गया था, इसका पता वाइस प्रिंसिपल की गिरफ्तारी होने पर चलेगा। फिलहाल एसटीएफ फरार चारों आरोपितों के मोबाइल की लोकेशन खंगाल रही है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रही है।


बेटी बताएगी नकल कर पाई या नहीं 

एसटीएफ ने यह तो पता लगा लिया है कि बेटी को पास कराने के लिए सरकारी प्रिंसिपल व शिक्षक ने शर्मनाक करतूत की, लेकिन यह साफ नहीं हुआ है कि नकल का मकसद पूरा हो पाया था अथवा नहीं। इसका पता बेटी आकांक्षा की गिरफ्तारी के बाद ही चल सकेगा। मगर आकांक्षा को अवैध तरीके से उत्तीर्ण कराने के लिए प्रिंसिपल ने जिस तरह से अपने बेटे से लेकर अन्य लोगों का उपयोग किया, उसको लेकर शिक्षा विभाग में तरह-तहर की चर्चा शुरू हो गई है। 


निलंबन के लिए पुलिस भेजेगी रिपोर्ट 

कीडगंज थाने में प्रिंसिपल और सहायक अध्यापक के खिलाफ परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। उसी मुकदमे में उसकी बेटी, बेटा, साल्वर व वाइस प्रिंसिपल वांटेड है। अब पुलिस प्रिंसिपल समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेजेगी। बताया गया कि जिस आरोप में गिरफ्तारी हुई है, उसमें निलंबन होना तय है।




सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में सॉल्वर सहित दो गिरफ्तार, चार लाख रुपये में लिया था ठेका

आगरा में सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापक की भर्ती परीक्षा में रविवार को आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर सात स्थित शिवालिक कैंब्रिज कॉलेज में फर्जी अभ्यर्थी सहित दो को पकड़ लिया गया। सॉल्वर ने चार लाख रुपये में पास कराने का ठेका लिया था। एसओजी गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी की जगह पर फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा देने आया है। इसके लिए फिरोजाबाद में रकम तय की गई थी। इस पर एसओजी शिवालिक कैंब्रिज कालेज में पहुंची। एक कक्षा से खंदौली निवासी भूपेश बघेल को पकड़ लिया गया। 

बीएससी पास है आरोपी

पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह बीएससी पास है। फिरोजाबाद के भुवनेश्वर राणा की जगह पर परीक्षा देने आया था। उसकी बात एक शिक्षक ने कराई थी। चार लाख रुपये में परीक्षा में पास कराना तय हुआ था। पुलिस ने भुवनेश्वर को भी पकड़ लिया। एसओजी को आशंका है कि गैंग के और भी सदस्य हैं। यह और भी केंद्र पर परीक्षा में शामिल हुए होंगे। 

एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि सॉल्वर को पकड़ने के लिए एसओजी को लगाया गया था। कुछ लोग पकड़े गए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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