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Saturday, May 7, 2022

लेखपाल भर्ती : पीईटी के कटआफ अंक का प्रतियोगी छात्रों ने किया विरोध, टीईटी की तरह सभी वैकेंसी के लिए हो निर्धारण, मांग नहीं पूरी होने पर जाएंगे कोर्ट

लेखपाल भर्ती : पीईटी के कटआफ अंक का प्रतियोगी छात्रों ने किया विरोध, टीईटी की तरह सभी वैकेंसी के लिए हो निर्धारण, मांग नहीं पूरी होने पर जाएंगे कोर्ट

प्रयागराज : लेखपाल भर्ती के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) का पांच मई को कटआफ अंक निर्धारित करने का प्रतियोगियों ने विरोध किया है। आयोग के इस निर्णय को मनमाना बताया है। कहा कि यह परीक्षा शिक्षक भर्ती की तरह अहंकारी प्रकृति की थी, लेकिन आयोग ने मनमर्जी से कटआफ अंक जारी कर दिया। प्रतियोगियों ने बैठक कर सभी वैकेंसी के लिए सामान्य अंक (नार्मलाइज माक्र्स) निर्धारित किए जाने की मांग की है, जैसा शिक्षक भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में होता है।


19 जून को राजस्व लेखपाल मुख्य परीक्षा 2021 प्रस्तावित है। ऐसे में पांच मई को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने लेखपाल के रिक्त पदों पर चयन के लिए पीईटी-2021 के नार्मलाइज्ड स्कोर के आधार पर मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह पाए गए अभ्यर्थियों का कटआफ अंक जारी कर दिया। इसमें अनारक्षित, अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 62.98, अनुसूचित जाति के लिए 61.80 अनुसूचित जनजाति के लिए 44.71 कटआफ अंक है। शनिवार को प्रतियोगी संजय यादव के नेतृत्व में प्रतियोगियों ने चंद्रशेखर से आजाद पार्क में बैठक की अनिरुद्ध पाण्डेय, सच्चिदानंद शुक्ल, अंकुर राय, शशिकांत आदि ने आयोग के इस फैसले का विरोध किया और कहा कि टीईटी व सीटीईटी की तरह अर्हकारी परीक्षा पीईटी का कटआफ अंक सभी वैकेंसी के लिए सामान्य अंक निर्धारित किया जाए। इसके पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ता की भर्ती में पीईटी में एक अंक पाने वालों को भी मौका दिया गया। प्रतियोगियों ने कहा कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

वर्गवार निर्धारित कटआफ अंक मांगा

प्रयागराजः अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की पीईटी में सभी वर्गों के लिए वर्गवार कटआफ अंक निर्धारित किए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया है कि पीईटी में विभिन्न भर्तियों में पदों की संख्या के सापेक्ष 15 गुणा अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में क्वालीफाई कराने से विसंगति पैदा हो गई है। जब पीईटी एक प्रारंभिक अर्हता परीक्षा है तो इसमें एक निर्धारित कटआफ तय किया जाना चाहिए। पत्र में लिखा है कि इसके पहले महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता की अर्हता परीक्षा में शून्य ऊपर सभी को मुख्य परीक्षा में अनुमति प्रदान की गई है, इससे अर्हता परीक्षा आयोजित कराने के औचित्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है। लेखपाल भर्ती मुख्य परीक्षा के लिए महिलाओं का कटआफ सामान्य वर्ग के कटआफ से भी ज्यादा करने को अन्यायपूर्ण बताया है। लेखपाल भर्ती में भूतपूर्व सैनिक संवर्ग और महिला संवर्ग के लिए एक ही मुख्य परीक्षा में अलग-अलग संवर्ग में बड़े अंतर को गंभीर विसंगति कहा है। सीएम से मांग की गई है कि सभी परीक्षाओं व संवर्ग के लिए आरक्षण का अनुपालन कर एक निश्चित कटआफ निर्धारित किया जाए।

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