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Saturday, January 8, 2022

राजकीय शिक्षकों के 7414 पदों पर भर्ती लंबित, आयोग अब जारी करेगा भर्ती कैलेंडर

राजकीय शिक्षकों के 7414 पदों पर भर्ती लंबित, आयोग अब भर्ती कैलेंडर जारी करेगा।

सरकारी नौकरी : आचार संहिता के कारण टीजीटी-पीजीटी की नई भर्ती का फंसेगा विज्ञापन, खबर पढ़ें सबसे नीचे।


प्रदेशभर के राजकीय विद्यालयों में स्वीकृत शिक्षकों के एक तिहाई पदों पर चयन प्रक्रिया उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के विचाराधीन है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने समय-समय पर इन पदों पर चयन के लिए रिक्त पदों की सूचना आयोग को भेजी थी लेकिन अब तक संस्तुति का इंतजार है। सर्वाधिक 5902 पद सहायक अध्यापकों (एलटी ग्रेड) के भरने बाकी हैं। प्रवक्ता के 1512 पद पर चयन प्रक्रिया गतिमान है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से एलटी ग्रेड महिला शाखा के स्वीकृत कुल 9366 पदों में से रिक्त 2877 का अधियाचन भेजा था जिसमें से 2688 की संस्तुति अभी नहीं मिली है। इसी प्रकार पुरुष शाखा में स्वीकृत 9028 पदों के सापेक्ष खाली 3297 पदों के चयन के लिए सूचना दी थी। इसमें से 3214 का चयन परिणाम अब तक नहीं मिल सका है। 

प्रवक्ता पुरुष वर्ग में स्वीकृत 2170 पदों के सापेक्ष खाली 1166 की सूचना भेजी थी जिसमें से 1020 का चयन नहीं हो सका है। इसी प्रकार महिला वर्ग में 495 पदों के सापेक्ष 492 के परिणाम का इंतजार अफसर कर रहे हैं।

अब भर्ती कैलेंडर जारी करेगा यूपीपीएससी

विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी होने के बाद अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपना भर्ती कैलेंडर जारी करेगा। आयोग आमतौर पर दिसंबर और जनवरी में अपनी भर्तियों का वार्षिक कैलेंडर जारी करता है। इस बार विधानसभा चुनाव के कारण इंतजार कर रहा था ताकि आयोग की परीक्षा तिथियां चुनाव से न टकराएं। वैसे एक सप्ताह में स्टाफ नर्स 448 के रिक्त पदों पर भर्ती शुरू होने जा रही है। पीसीएस 2022 प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन भी जनवरी के अंत में शुरू होने की उम्मीद है।


सरकारी नौकरी : आचार संहिता के कारण टीजीटी-पीजीटी की नई भर्ती का फंसेगा विज्ञापन

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग इस माह के अंत में दो बड़ी भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की तैयारी में है। इनमें पीसीएस और स्टाफ नर्स की भर्ती शामिल है। आयोग को दोनों भर्तियों से संबंधित पदों के अधियाचन भी प्राप्त हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के तकरीबन पांच हजार पदों का अधियाचन मिल चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के साथ ही नई भर्ती भी फंस गई है। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर नई भर्ती के लिए भी चुनाव खत्म होने का इंतजार करना होगा। वहीं, संवैधानिक संस्था होने के नाते उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने नई भर्तियों के विज्ञापन जारी करने में कोई अड़चन नहीं आएगी।

सूत्रों के मुताबिक माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को 39 विषयों में टीजीटी-पीजीटी के तकरीबन पांच हजार पदों का अधियाचन मिल चुका है। इनमें पीजीटी के 23 और टीजीटी के 16 विषय शामिल हैं। प्रतियोगी छात्र नए विज्ञापन के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।

फिलहाल आचार संहिता लागू होने के बाद अब नया विज्ञापन फंस गया है और अभ्यर्थियों को इसके लिए इंतजार करना होगा। इसके साथ ही प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर नई भर्ती भी फंसेगी। पिछले हफ्ते अभ्यर्थियों ने उच्च शिक्षा निदेशालय में ज्ञापन देकर मांग की थी कि असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पड़े तकरीबन 2000 पदों पर भर्ती के लिए उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को अधियाचन भेजा जाए।

यूपीपीएससी इस माह के अंत में जारी करेगा दो विज्ञापन
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग इस माह के अंत में दो बड़ी भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की तैयारी में है। इनमें पीसीएस और स्टाफ नर्स की भर्ती शामिल है। आयोग को दोनों भर्तियों से संबंधित पदों के अधियाचन भी प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा आयोग को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का अधियाचन भी मिल चुका है।
 
इस हफ्ते अभ्यर्थियों ने आयोग में प्रदर्शन कर मांग की थी कि आचार संहिता लागू होने से पहले एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए। उस वक्त अभ्यर्थियों को बताया गया कि शासन से भर्ती का आदेश जारी हो चुका है। ऐसे में नया विज्ञापन जारी करने में कोई बाधा नहीं आएगी। वहीं, आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि आयोग संवैधानिक संस्था है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया आचार संहिता से प्रभावित नहीं होगी।

आयोग को टालनी पड़ेगी एसीएफ/आरएफओ मुख्य परीक्षा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)/क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ)-2021 की मुख्य परीक्षा टालनी पड़ेगी। दरअसल, आयोग के कैलेंडर में यह परीक्षा सात मार्च से प्रस्तावित है और सात मार्च को आखिरी एवं सातवें चरण का मतदान है। हालांकि प्रयागराज की विधानसभा सीटों का चुनाव पांचवें चरण में प्रस्तावित है, लेकिन परीक्षा में अन्य जिलों से अभ्यर्थी भी शामिल होंगे। ऐसे में आयोग को परीक्षा टालनी पड़ेगी।

आयोग जल्द जारी करेगा परीक्षा कैलेंडर
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अब तक वर्ष 2022 की भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी नहीं किया है। आयोग चुनाव कार्यक्रम घोषित होने का इंतजार कर रहा था, ताकि परीक्षा कैलेंडर जारी करने के बाद चुनाव एवं परीक्षा की तिथियां आपस में न टकराएं। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद आयोग के लिए वर्ष 2022 का कैलेंडर जारी करने का रास्ता साफ हो गया है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि जल्द ही परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया जाएगा।

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