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Tuesday, March 4, 2025

PCS परीक्षाओं पर 12 साल में सात विवाद, घिरा आयोग, पीसीएस प्री-2024 के परिणाम को लेकर सीएम से हस्तक्षेप की गुहार


PCS परीक्षाओं पर 12 साल में सात विवाद, घिरा आयोग, पीसीएस प्री-2024 के परिणाम को लेकर सीएम से हस्तक्षेप की गुहार

अभ्यर्थियों का दावा – 76 प्रश्न सही करने वाले पास और 82 से 84 सही करने वाले अनुत्तीर्ण



05 मार्च 2025
प्रयागराज। पीसीएस-2013 से 2024 तक आयोजित 12 पीसीएस परीक्षाओं में सात को लेकर विवाद हुआ। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 का परिणाम भी विवादों में है। अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा सीएम योगी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।

प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति कहा है कि पीसीएस-2013 में तत्कालीन अध्यक्ष को कोर्ट ने तलब किया था। पीसीएस-2014 में आयोग मुकदमा हार गया, पीसीएस-2015 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को संशोधित उत्तर कुंजी जारी करने का आदेश दिया गया। पीसीएस-2016 में आयोग मुकदमा हारा। लेकिन, मुख्य परीक्षा होने तक ऑर्डर सुरक्षित रखा गया। पीसीएस-2017 में भी आयोग मुकदमा हारा और पीसीएस 2022 को लेकर मामला लंबित है।

अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को लेकर विवाद बढ़ गया है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने सीएम को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में लगभग 12 प्रश्नों पर छात्रों ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थीं। लेकिन, आपत्तियों पर क्या निर्णय लिया गया, इसे आयोग ने सार्वजनिक नहीं किया और रिजल्ट घोषित कर दिया।

पत्र में यह दावा भी किया गया है कि इसके फलस्वरूप 76 प्रश्न सही करने वाले छात्र को प्रारंभिक परीक्षा में उतीर्ण और 82 से 84 सही करने वाले को अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया गया। 

सीएम से आग्रह किया गया है कि वह इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करें, ताकि आयोग अंतिम उत्तर कुंजी, प्रारंभिक परीक्षा का कट ऑफ और छात्रों के स्कोर कार्ड शीघ्र जारी करे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह मांग भी की गई है कि 150 प्रश्नों में से एक दर्जन गलत प्रश्न बनाने वाले विशेषज्ञों पर भी कठोर कार्रवाई की जाए।

आरओ/एआरओ परीक्षा का मुद्दा भी उठाया

पत्र के माध्यम से यह भी अवगत कराया गया है कि नवंबर 2024 में अभ्यर्थियों ने पीसीएस परीक्षा और आरओ/एआरओ परीक्षा को लेकर व्यापक आंदोलन किया था। इसके बाद सीएम के हस्तक्षेप से छात्रों के हित में निर्णय हो पाया। छात्र पुनः अध्ययन प्रक्रिया में लग गए। आयोग ने अब तक आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2024 की तिथि घोषित नहीं की है। जबकि, आंदोलन की समाप्ति के समय आयोग की ओर से कहा गया था कि एक महीने में कमेटी की रिपोर्ट आ जाएगी। प्रारंभिक परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जाएगी।



PCS PRE परीक्षा के परिणाम पर विवाद शुरू, एक दर्जन से अधिक सवालों के गलत होने का दावा, अंतिम उत्तरकुंजी व स्कोर कार्ड सार्वजनिक नहीं किए तो कोर्ट की शरण में जाएंगे प्रतियोगी   

03 मार्च 2025
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 का परिणाम तो जारी कर दिया। लेकिन, परीक्षा के उन एक दर्जन विवादित प्रश्नों पर स्थिति स्पष्ट नहीं की, जिनके गलत होने का अभ्यर्थियों ने दावा किया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने अंतिम उत्तरकुंजी व स्कोर कार्ड जल्द सार्वजनिक नहीं किए तो कोर्ट की शरण में जाएंगे।

आयोग ने 22 दिसंबर 2024 को हुई पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा की अनंतिम उत्तरकुंजी जारी की थी। इसके बाद अभ्यर्थियों ने दावा किया था कि परीक्षा में एक दर्जन सवाल गलत पूछे गए हैं। आयोग ने जिन विकल्पों को सही उत्तर माना था, अभ्यर्थियों ने तमाम साक्ष्यों के साथ उन पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। अभ्यर्थी चाहते हैं कि आयोग आपत्तियों के निस्तारण को लेकर स्थिति स्पष्ट करे।


आयोग ने 28 फरवरी 2025 को पीसीएस के 947 पदों पर भर्ती के लिए प्रारंभिक परीक्षा में 15066 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया। लेकिन, प्रारंभिक परीक्षा की अंतिम उत्तरकुंजी जारी नहीं की। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति की ओर से आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है कि परीक्षा परिणाम को लेकर छात्रों में असंतोष व संशय है।

इसका प्रमुख कारण है कि आयोग की ओर से अनंतिम उत्तरकुंजी जारी किए जाने के बाद एक दर्जन से अधिक प्रश्नों या उनके उत्तर गलत होने को लेकर छात्रों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। लेकिन, उन पर आयोग की ओर से क्या कार्यवाही की गई, इसके बारे में किसी प्रकार की आयोग के अध्यक्ष से मांग की गई है कि अंतिम उत्तरकुंजी के साथ ही छात्रों के स्कोर कार्ड व कटऑफ अंक जल्द जारी किए जाएं। ताकि, छात्र अपना मूल्यांकन करके आगामी परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकें। समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय का कहना है अंतिम उत्तरकुंजी, स्कोर कार्ड व कटऑफ अंक जल्द जारी नहीं किए गए तो अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में जाएंगे।


ये हैं छात्रों की मांगें

■ अंतिम उत्तरकुंजी व स्कोर कार्ड जारी किए जाएं

■ पूर्व की भांति प्रारंभिक परीक्षा परिणाम के तत्काल बाद ही कटऑफ अंक जारी किए जाएं

■ गलत प्रश्न बनाने वाले विशेषज्ञों पर कठोर कार्यवाई की जाए

■ आयोग द्वारा सुचिता / पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए छात्रों से लगातार संवाद कायम रखा जाए

■ सूचना सार्वजनिक नहीं की गई, जिसके कारण छात्र हताश और निराश होने के साथ आक्रोशित भी हैं।




पीसीएस मुख्य परीक्षा में पदों की संख्या चार गुना से अधिक हो जाने के साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए मिला चार माह का वक्त
02 मार्च 2025
प्रयागराज। अभ्यर्थियों को सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) मुख्य परीक्षा-2024 की तैयारी के लिए चार माह का वक्त मिल गया है। साथ ही पदों की संख्या चार गुना से अधिक हो जाने के कारण प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के लिए चयन के अवसर भी बढ़ गए हैं।

आयोग ने एक जनवरी 2024 को पीसीएस के 220 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। प्रारंभिक परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले 15 गुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित किए जाने का प्रावधान है। अगर पदों की संख्या न बढ़ी होती तो पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 में तकरीबन साढ़े तीन हजार अभ्यर्थी ही सफल हो पाते। पदों की संख्या बढ़ने से तकरीबन 11500 अतिरिक्त अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल गया है।

पदों की संख्या बढ़कर अब 947 हो गई है। इन पदों पर भर्ती के लिए मुख्य परीक्षा में 15066 अभ्यर्थी शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कैलेंडर में पीसीएस-2024 की मुख्य परीक्षा 29 जून से प्रस्तावित है। ऐसे में प्रारंभिक में सफल 15066 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए तकरीबन चार माह का वक्त मिल गया है। आयोग मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया जल्द शुरू कर सकता है।

आयोग ने इसी वर्ष 20 फरवरी को पीसीएस परीक्षा-2025 का विज्ञापन भी जारी कर दिया है। इसके तहत पीसीएस के 200 पदों पर भर्ती होगी। पीसीएस-2025 की प्रारंभिक परीक्षा आयोग के कैलेंडर में 12 अक्तूबर को प्रस्तावित है। ऐसे में पीसीएस-2024 की प्रारंभिक परीक्षा में असफल अभ्यर्थियों को पीसीएस-2025 की प्रारंभिक परीक्षा की बेहतर तैयारी और अपना मूल्यांकन करने के लिए सात माह से अधिक समय मिल गया है।


UP PCS में पांच भर्तियों के बाद 900 से अधिक पद, मूल विज्ञापन से चार गुना अधिक बढ़े रिक्त पद
01 मार्च 2025
प्रयागराज। सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) की पांच भर्ती के बाद बाद पदों की संख्या में इजाफा हुआ है। पीसीएस 2024 में पदों की संख्या बढ़कर 900 से अधिक हो गई है, इससे पूर्व पीसीएस 2018 में पदों की संख्या 900 से अधिक थी। 2018 से पूर्व पीसीएस की दस और इसके बाद हुई पांच भर्तियों में पदों की संख्या कम ही रही। पीसीएस 2024 प्री का परिणाम घोषित होने के बाद इसमें सफल हुए छात्र मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। यह उनके लिए बड़ा मौका बन कर सामने आया है।

पिछले साल एक जनवरी को जब पीसीएस प्री 2024 का जब विज्ञापन जारी हुआ था तो पदों की संख्या 220 ही थी। आयोग का नियम है कि पीसीएस प्री का परिणाम घोषित होने से पूर्व तक शासन पीसीएस संवर्ग की जो रिक्तियां मिलती हैं उसे उसी भर्ती में शामिल किया जाता है। अगर इस दौरान किन्ही कारणों से शासन विज्ञापित पद पर चयन रोकता है तो पद हटा भी दिए जाते हैं। इसलिए आयोग अपने हर विज्ञापन में इस बात का उल्लेख करता है कि पदों की संख्या घट-बढ़ सकती है। शुक्रवार को घोषित पीसीएस प्री 2024 के परिणाम में पदों की संख्या 947 बताई गई और इसके सापेक्ष मुख्य परीक्षा के लिए 15066 अभ्यर्थियों को सफल किया गया है।

इससे पूर्व पीसीएस 2018 में 988 पद थे, हालांकि अंतिम चयन 976 पदों पर ही हो सका था। इसके बाद हुई पीसीएस-2019 भर्ती में विज्ञापन के वक्त 300 पद घोषित हुए थे। अंतिम परिणाम आते-आते पदों की संख्या बढ़कर 453 हो गई थी। वर्ष 2020 में 200 पद घोषित किए गए थे, बाद में पदों की संख्या 487 हो गई थी। हालांकि चयन 476 पदों पर ही हुआ था। वर्ष 2021 में 400 पद घोषित किए गए थे। पदों की संख्या बढ़कर 628 हो गई थी। पीसीएस 2022 के विज्ञापन के वक्त 250 पद घोषित किए गए थे, जो बढ़कर 383 हो गए थे। पीसीएस-2023 में 173 पद पर विज्ञापन जारी किया गया था और पदों संख्या बढ़कर 291 हो गई थी। पीसीएस 2018 से पूर्व हुई दस भर्तियों में भी पदों की संख्या 2018 से कम थी। 2008 में 245, 2009 में 754, 2010 में 407, 2011 में 389, 2012 में 345, 2013 में 654, 2014 में 579 पद थे। वहीं 2015 में 530 पद थे जबकि चयन 521 पदों पर हुआ था तो 2016 में 633 पदों के सापेक्ष 630 पदों पर और 2017 में 676 पदों पर चयन हुआ था।


28 फरवरी 2025
पीसीएस प्री-2024 का परिणाम घोषित, 15,066 अभ्यर्थी सफल

22 दिसंबर को हुई परीक्षा में शामिल थे 2,43,111 अभ्यर्थी, 947 पदों पर होगी भर्ती


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सम्मिलित राज्य-प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा-2024 का परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया। 947 पदों के सापेक्ष 15,066 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किए गए हैं। मुख्य परीक्षा का कार्यक्रम और आवेदन आदि के संबंध में अलग से सूचना जारी की जाएगी।

आयोग ने 17 मार्च 2024 को परीक्षा कराने की घोषणा की गई थी, लेकिन इससे पहले आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा का पेपर आउट हो गया। इसके बाद नई परीक्षा नीति के तहत आयोग ने दो चरणों में परीक्षा कराने का निर्णय लिया, लेकिन अभ्यर्थियों ने इसका विरोध किया।

11 से 15 नवंबर के बीच प्रतियोगियों ने आयोग का घेराव करने के साथ आंदोलन चलाया था। इसके बाद आयोग ने एक ही चरण में परीक्षा कराने का निर्णय एड लिया। इसी क्रम में 22 दिसंबर को प्रारंभिक परीक्षा कराई गई थी। इसके लिए 5,76,154 आवेदन पहुंचे, हालांकि पहले पेपर में 2,43,111 तथा दूसरे में 2,41,359 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 15,066 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किए गए हैं।

आयोग के सचिव अशोक कुमार के अनुसार, मुख्य परीक्षा कार्यक्रम तथा आवेदन आदि के संबंध में अलग से विज्ञप्ति जारी की जाएगी। प्राप्तांक एवं कटऑफ अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद जारी होंगे।

1500 अंकों की होगी मुख्य परीक्षा
पीसीएस मुख्य परीक्षा में आठ प्रश्न पत्र होंगे और सभी परंपरागत प्रकार के होंगे। इन प्रश्नपत्रों को हल करने की अवधि तीन घंटे होगी। परीक्षा का समय सुबह 9.30 से दोपहर 12.30 व दोपहर दो से शाम पांच बजे तक होगा। मुख्य परीक्षा कुल 1500 अंकों की होगी। पहला प्रश्नपत्र समान्य हिंदी व दूसरा निबंध का होगा। दोनों प्रश्न पत्रों की परीक्षा 150-150 अंकों की होगी। वहीं, बाकी के छह प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन के होंगे, जो 200-200 अंकों के होंगे। साक्षात्कार 100 अंकों का होगा।

पीसीएस-2024 के अंतर्गत 947 पदों पर लंबे समय बाद भर्ती होने जा रही है। आयोग ने 2018 में 976 पदों पर भर्ती की थी। खास यह कि आयोग ने पीसीएस-2024 के विज्ञापन के समय सिर्फ 200 पदों पर ही भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन प्रारंभिक संख्या बढ़कर 947 हो गई। पदों की संख्या में चार गुना से भी अधिक बढ़ोतरी का कारण परीक्षा में देरी को बताया जा रहा है। आयोग ने पिछले वर्ष जनवरी में विज्ञापन निकाला गया था। वहीं, प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर को हुई और अब शुक्रवार को परिणाम घोषित हुआ है। इस तरह से एक साल से अधिक की अवधि बीत गई। उधर, पीसीएस-2025 के लिए फिलहाल 200 पदों पर भर्ती की घोषणा की गई है।

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