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Sunday, March 10, 2024

आचार संहिता लागू हुई तो फंस जाएगा आयोग का गठन, डेढ़ साल से परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार कर रहे 14 लाख अभ्यर्थी

आचार संहिता लागू हुई तो फंस जाएगा आयोग का गठन, डेढ़ साल से परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार कर रहे 14 लाख अभ्यर्थी


प्रयागराज। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है। अधिसूचना जारी होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी और ऐसे में नए आयोग के गठन की प्रक्रिया भी फंस जाएगी।

अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी- पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए 13 लाख से अधिक अभ्यर्थी और अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए 1.14 अभ्यर्थी डेढ़ साल से अधिक समय से परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं। इन दोनों भर्तियों के लिए अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है लेकिन नए आयोग के गठन के इंतजार में भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है।

आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उच्च शिक्षा निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि आवेदनों की स्क्रीनिंग भी पूरी हो चुकी है। अब आयोग के एक अध्यक्ष एवं 12 सदस्यों की नियुक्ति संबंधी आदेश जारी होना बाकी रह गया है। अभ्यर्थी चाहते हैं कि आचार संहिता लागू होने से पहले यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाए ताकि नए आयोग के सक्रिय होते ही लंबित भर्तियों की परीक्षाएं कराई जा सकें।


शिक्षा सेवा चयन आयोग के लिए किया प्रदर्शन

प्रयागराज। प्रतियोगी छात्रों ने नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन की मांग को लेकर रविवार को युवा मंच के बैनर तले प्रतियोगी छात्रों ने सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर के पास धरना-प्रदर्शन किया।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा मंच संयोजक राजेश सचान एवं अध्यक्ष अनिल सिंह ने शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन में जानबूझकर देरी का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सीएम योगी आदित्यनाथ चाहें तो एक दिन में आयोग का गठन किया जा सकता है। साल भर से अधिक समय से शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन न किया जाना रोजगार को लेकर सरकार की वादाखिलाफी का सटीक उदाहरण है।

 प्रतियोगियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस मौके पर आरबी पटेल, शीतला प्रसाद ओझा, प्रदीप चौधरी, केडी सिंह, अनुज सिंह, अर्जुन प्रसाद, अखंड प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। 


लोकसभा चुनाव के बाद ही शुरू हो सकेगी शिक्षक भर्ती, आयोग के गठन के इंतजार में बीत गए डेढ़ साल, 88 दिनों से धरना दे रहे प्रतियोगियों ने आंदोलन का लिया निर्णय

प्रयागराज। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन अब तक नहीं हो सका है जबकि इसी माह लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है। ऐसे में आयोग के माध्यम से कोई नई भर्ती चुनाव के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है। बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक की शिक्षक भर्ती इसी आयोग के माध्यम से होनी है।


नए आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति के लिए आए आवेदनों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इनकी नियुक्ति का इंतजार है।

नए आयोग के गठन के बाद पुरानी लंबित पड़ी भर्ती परीक्षाएं शुरू कराई जा सकेंगी। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) व प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती लंबित है।


इन दोनों भर्तियों के लिए अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। टीजीटी-पीजीटी भर्ती के लिए तकरीबन 13 लाख और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। दोनों भर्तियों की परीक्षा तिथि भी अब तक नहीं घोषित की जा सकी है।


नए आयोग के गठन के इंतजार में डेढ़ साल से अधिक  समय बीत चुका है। आयोग का गठन तत्काल किए जाने की मांग को लेकर सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर के पास युवा मंच के बैनर तले 88 दिनों से अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं।


मंगलवार को अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया कि बुधवार तक नए आयोग का गठन नहीं हुआ तो प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। अगर नए आयोग के गठन से पहले चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाती है तो आयोग कोई भी नई भर्ती शुरू नहीं कर सकेगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल और केंद्रों के निर्धारण में भी दिक्कत होगी। ऐसे में पुरानी भर्ती परीक्षाएं भी चुनाव के बाद ही कराए जाने की उम्मीद है।


चुनाव के बाद ही शुरू हो सकेगी नई शिक्षक भर्ती, नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के इंतजार में बीत गए डेढ़ साल

प्रयागराज। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन अब तक नहीं हो सका है जबकि इसी माह लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने वाली है। ऐसे में आयोग के माध्यम से कोई नई भर्ती चुनाव के बाद ही शुरू होने की उम्मीद है। बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक की शिक्षक भर्ती इसी आयोग के माध्यम से होनी है।


नए आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति के लिए आए आवेदनों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब इनकी नियुक्ति का इंतजार है। नए आयोग के गठन के बाद पुरानी लंबित पड़ी भर्ती परीक्षाएं शुरू कराई जा सकेंगी। अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) व प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती लंबित है। इन दोनों भर्तियों के लिए अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।


टीजीटी-पीजीटी भर्ती के लिए तकरीबन 13 लाख और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। दोनों भर्तियों की परीक्षा तिथि भी अब तक नहीं घोषित की जा सकी है। नए आयोग के गठन के इंतजार में डेढ़ साल से अधिक समय बीत चुका है। आयोग का गठन तत्काल किए जाने की मांग को लेकर सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर के पास युवा मंच के बैनर तले 84 दिनों से अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं। मंगलवार को अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया कि बुधवार तक नए आयोग का गठन नहीं हुआ तो प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। अगर नए आयोग के गठन से पहले चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाती है तो आयोग कोई भी नई भर्ती शुरू नहीं कर सकेगा।

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