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Sunday, April 7, 2024

UPPSC पर संशोधित कैलेंडर जारी करने का दबाव, अब तक आयोग की एक परीक्षा हो चुकी है निरस्त और पांच स्थगित, अभ्यर्थियों के बीच परीक्षाओं को लेकर उहापोह की स्थिति

UPPSC पर संशोधित कैलेंडर जारी करने का दबाव, अब तक आयोग की एक परीक्षा हो चुकी है निरस्त और पांच स्थगित

अभ्यर्थियों के बीच परीक्षाओं को लेकर उहापोह की स्थिति


प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक की घटना के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) अब तक एक निरस्त और पांच परीक्षाएं स्थगित कर चुका है। आयोग पर अब संशोधित परीक्षा कैलेंडर जारी करने का दबाव है, ताकि अभ्यर्थी आगामी परीक्षाओं की तैयारी समय से पूरी कर सकें।


11 फरवरी को आयोजित आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक की घटना के बाद शासन ने यह परीक्षा निरस्त कर दी थी। हालांकि, आयोग ने इस परीक्षा को निरस्त करने के लिए अभी अपने स्तर से कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है, लेकिन इसके बाद प्रस्तावित पांच परीक्षाएं आयोग स्थगित कर चुका है और इनके आयोजन की नई तिथि अभी तय नहीं है।


आयोग की ओर से 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024, 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ नर्स (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा-2023, सात अप्रैल को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रस्तावित सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा-2023, नौ अप्रैल को प्रस्तावित अपर निजी सचिव परीक्षा-2023 ) (शॉर्टहैंड / टाइपिंग) और 24 अप्रैल को प्रस्तावित स्टाफ नर्स एलोपैथी (पुरुष/महिला) मुख्य परीक्षा-2023 स्थगित की गई है।


इन परीक्षाओं के स्थगित होने की वजह अब पीसीएस-2024 की मुख्य परीक्षा, स्टाफ नर्स (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) की मुख्य परीक्षा और सहायक नगर नियोजक की मुख्य परीक्षा भी पूर्व निर्धारित समय पर नहीं हो सकेगी। आयोग के कैलेंडर में मई में कोई परीक्षा प्रस्तावित नहीं है। मई में लोकसभा चुनाव हैं, सो स्थगित परीक्षाएं अब जून या इसके बाद ही कराई जा सकेंगी।


आयोग के कैलेंडर में जून से दिसंबर तक तक 10 तिथियां आरक्षित हैं और स्थगित परीक्षाएं इन्हीं तिथियों में कराई जा सकती हैं। वहीं, आयोग को आधा दर्जन परीक्षाओं के लिए रिक्त पदों का अधिचायन मिल चुका है, लेकिन ये आयोग के कैलेंडर में शामिल नहीं है। कोई परीक्षा समकक्ष अर्हता स्पष्ट न होने के कारण तो कोई परीक्षा पाठ्यक्रम एवं परीक्षा योजना को शासन से मंजूर मिलने के इंतजार में अटकी है।


ऐसे में आने वाले समय में परीक्षाओं के आयोजन को लेकर उहापोह की स्थिति है। अभ्यर्थी जानना चाहते हैं कि स्थगित की गईं परीक्षाएं कब कराई जाएंगी। इसके लिए आयोग पर संशोधित परीक्षा कैलेंडर जारी करने का दबाव बढ़ गया है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय का कहना है कि आयोग को संशोधित कैलेंडर शीघ्र जारी कर देना चाहिए, ताकि अभ्यर्थी कैलेंडर के अनुरूप परीक्षा की तैयारी समय से पूरी कर सकें।



आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त होने के बाद भी विवाद बरकरार, शासन ने तो निरस्त कर दी परीक्षा, पर आयोग ने जारी नहीं किया नोटिफिकेशन

अभ्यर्थी चाहते हैं, आरओ/ एआरओ परीक्षा पर यूपीपीएससी भी स्पष्ट करे स्थिति

प्रयागराज। पेपर लीक मामले में समीक्षा अधिकारी (आरओ) महायक परीक्षा-2023 निरस्त किए जाने के चावजूद विवाद बना हुआ है। शासन ने तो परीक्षा निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया, लेकिन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अब तक इस बाबत कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है।


आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित की गई थी, जिसमें दोनों पालियों के पेपर परीक्षा से पहले व्हाट्सएप पर वायरल हो गए थे। इस परीक्षा के लिए 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और आयोग के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल थे। पेपर वायरल होने के बाद आयोग ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी थी।


वहीं, अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था। अभ्यर्थियों का दनाव इतना बढ़ गया कि शासन ने अपने स्तर से भी जांच शुरू करा दी और आयोग की जांच पूरी होने से पहले शासन ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया। शासन की ओर से जारी आदेश में भी कहा गया कि पुनर्परीक्षा छह माह के भीतर करा दी जाएगी।


वहीं, आयोग की ओर से आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया। ऐसा पहली बार हुआ कि जब सीधे शासन ने आयोग की परीक्षा निरस्त की और आयोग ने कोई नोटिफिकेशन भी जारी नहीं किया। आरओ/एआरओ पेपर लीक की घटना के बाद आयोग ने 17 मार्च को प्रस्तावित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 स्थगित कर दी और जुलाई में इसे संभावित बताया। इसके बाद भी आयोग ने कैलेंडर में प्रस्तावित कई परीक्षाएं स्थगित कीं और उनका नोटिफिकेशन भी जारी किया।


अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं कि आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा निरस्त किए जाने के मामले में आयोग ने अब तक कोई नोटिफिकेशन जारी क्यों नहीं किया? क्या आयोग यह मानकर चल रहा है कि आरओ/एआरओ परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ?


इन सवालों में उलझे अभ्यर्थी चाहते हैं कि आयोग भी आरओ/एआरओ परीक्षा निरस्त करने का नोटिफिकेशन जारी करे और यह स्पष्ट करे कि पुनर्परीक्षा कब कराई जाएगी। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय का कहना है कि आयोग की ओर से कोई नोटिफिकेशन जारी न होने के कारण परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में अब भी असमंजस की स्थिति है। आयोग को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।

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