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Saturday, August 7, 2021

टीजीटी सॉल्वर गिरोह : 22 अभ्यर्थियों को पास कराने का था ठेका, 2.64 करोड़ की डील


पेपर आउट कराने वाले ऑडीटर की तलाश शुरू, उत्तराखंड जाएगी टीम

◆ शिवकुटी में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह का है मददगार, एजी ऑफिस में तैनात

टीजीटी परीक्षा केदौरान शिवकुटी में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के फरार मददगारों की तलाश शुरू कर दी गई है। इनमें एजी ऑफिस का वह ऑडीटर भी शामिल है जो गिरोह के लिए पेपर आउट कराने का काम करता था। शिवकुटी पुलिस ने उसकेबारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। जानकारी जुटाने के बाद एक टीम जल्द ही उत्तराखंड जाएगी।


एसटीएफ ने दो दिन पहले तेलियरगंज में सॉल्वर गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इसके सरगना धर्मेंद्र पटेल ने बताया था कि उसकेमददगारों में 69 हजार शिक्षक भर्ती धांधली करने वाले गिरोह का सरगना केएल पटेल और एजी ऑफिस में ऑडीटर के पद पर तैनात अमित वर्मा भी शामिल है। दोनों गिरोह केलिए पेपर आउट कराने का काम करते हैं। उनकी ओर से पेपर आउट कराकर उपलब्ध कराई गई आंसर की सॉल्वरों को उपलब्ध कराई जाती है। जिसके बाद वह परीक्षा पास करते हैं।

नाम के खुलासे के बाद शिवकुटी पुलिस ने ऑडीटर के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। फिलहाल यही पता चला है कि वह उत्तराखंड में तैनात है। पता लगाया जा रहा है कि वह सॉल्वर गिरोह के सदस्यों केसंपर्क में कैसे आया। साथ ही किस माध्यम से वह प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर आउट कराकर गिरोह के सदस्यों को आंसर की उपलब्ध कराता था। शिवकुटी पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड एजी ऑफिस में पत्र भेजा जा रहा है। जिसमें आरोपी अफसर के बारे में जानकारी मांगी जाएगी। जानकारी मिलने के बाद एक टीम उत्तराखंड भी भेजी जाएगी।

केएल पटेल की तलाश में लगी टीमें
उधर डेढ़ साल के भीतर ही नकल माफिया केएल पटेल एक बार फिर से पुलिस केरडार पर आ गया है। 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जो कुछ दिनों बाद जमानत पर छूट गया। टीजीटी परीक्षा केदौरान पकड़े गए गिरोह के मददगार केतौर पर नाम सामने आने पर पुलिस और एसटीएफ एक बार फिर उसे उसकी तलाश में जुट गई हैं।


टीजीटी परीक्षा में एक और सॉल्वर गिरोह का भंडाफोड़, महिला समेत दस गिरफ्तार

टीजीटी 2021 परीक्षा में सॉल्वर गिरोह पकड़े जाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। कीडगंज में महिला समेत सॉल्वर गिरोह के 10 सदस्य पकड़े गए। यह सभी बिहार के रहने वाले हैं जिन्हें परीक्षा में मूल अभ्यर्थियों की जगह बैठना था।

टीजीटी 2021 परीक्षा में सॉल्वर गिरोह पकड़े जाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। कीडगंज में महिला समेत सॉल्वर गिरोह के 10 सदस्य पकड़े गए। यह सभी बिहार के रहने वाले हैं जिन्हें परीक्षा में मूल अभ्यर्थियों की जगह बैठना था। हालांकि इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इनके कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस, ब्लूटूथ ईयर बड के साथ ही प्रवेशपत्र समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।


कीडगंज पुलिस को सूचना मिली कि नेता नगर पार्क के पास सॉल्वर गिरोह के सदस्य मौजूद हैं। जिस पर वहां पहुंचकर 10 लोगों को पकड़ा गया। तलाशी में प्रत्येक के पास से इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस, ब्लूटूथ ईयर बड के अलावा 13 अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र की छायाप्रति, 14 जाली आधार कार्ड, 18300 नगद बरामद हुआ। थाने लाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि सभी बिहार के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं। जिन्हें टीजीटी परीक्षा में बतौर सॉल्वर बैठना था। पकड़े गए लोगों में से दो को कीडगंज स्थित केएन काटजू इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर दूसरे की जगह पर परीक्षा में बैठना था। जबकि अन्य को जिले में अलग-अलग परीक्षा केंद्रों में बतौर सॉल्वर शामिल होना था। लेकिन इससे पहले ही वह पकड़े गए।


सोरांव का है सरगना, तलाश जारी
गिरोह केसदस्यों से पूछताछ में सामने आया है कि सोरांव का रहने वाला एक व्यक्ति इस गिरोह का सरगना है। उसी ने सभी को बिहार से बुलाया था। खास बात यह है कि रविवार को आयोजित परीक्षा में सरगना खुद अभ्यर्थी था। कीडगंज पुलिस ने फिलहाल उसकेनाम का खुलासा नहीं किया है। इंस्पेक्टर का कहना है कि उसकी तलाश की जा रही है। 

10 हजार एडवांस, 50 हजार परीक्षा पास होने पर मिलते
पुलिस के मुताबिक, गिरोह पकड़े गए सदस्यों ने बताया है कि परीक्षा में बतौर सॉल्वर शामिल होने केलिए सभी को 50 हजार रुपये देने की बात तय हुई थी। साथ ही 10 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। रकम ऑनलाइन भेजी गई थी।

दो दिन पूछताछ, फिर भी पुलिस नहीं जुटा पाई पूरी जानकारी 
अफसर भले ही सॉल्वर गिरोह के भंडाफोड़ का दावा कर रहे हों, लेकिन खास बात यह रही कि दो दिन की पूछताछ में भी कीडगंज पुलिस गिरोह के बारे में पूरी जानकारी दे पाने की स्थिति में नहीं रही। पकड़े गए सदस्यों के नाम और बरामदगी के अलावा अन्य कोई भी जानकारी इंस्पेक्टर नहीं दे पाए। सरगना के बारे में भी बस इतना बता पाए कि वह सोरांव का रहने वाला था। यह हाल तब है जब शनिवार को ही गिरोह के सदस्य पकड़ लिए गए थे। गिरोह की मॉडस ऑपरेंडी, सरगना के मददगारों, पकड़े गए सदस्यों के बैकग्राउंड से संबंधित कई सवाल पुलिस के तथाकथित खुलासे के बाद भी अनसुलझे ही रहे।  

यह हुए गिरफ्तार
सनोज कुमार सिंंह निवासी रसूलपुरा, डोरीगंज, सारन बिहार
अरविंद कुमार यादव निवासी जिनबलिया मझौलिया,पश्चिमी चंपारण
अमनराज निवासी गांधीचौक मुफस्सिलपुर सारन बिहार
अजीत कुमार निवासी नसीरपुरा पटना
गुंजन कुमार निवासी मानूचक सूर्यगढ़ा, लखीसराय
चुन्नू कुमार निवासी गलौरा गोपालपुर, गोपालगंज
प्रिंस कुमार सिंंह निवासी बेरुई बनियापुर, छपरा सारन
विक्कू सिंह निवासी रसूलपुरा डोरीगंज छपरा
अमित कुमार निवासी पिलगोहर पटना
नेहा निवासी बिहार



टीजीटी सॉल्वर गिरोह : 22 अभ्यर्थियों को पास कराने का था ठेका, 2.64 करोड़ की डील


टीजीटी परीक्षा के दौरान शिवकुटी में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि इस गिरोह ने 22 अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था जिसके लिए कुल 2.64 करोड़ की डील हुई थी।

टीजीटी परीक्षा के दौरान शिवकुटी में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि इस गिरोह ने 22 अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लिया था जिसके लिए कुल 2.64 करोड़ की डील हुई थी। इन सभी अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्र गिरोह के कब्जे से बरामद हुए हैं। जिनमें से प्रत्येक से 12 से 15 लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की बात तय हुई थी। इसके अलावा 65 हजार नगद के अलावा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व कार समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं।

सरगना धर्मेंद्र कुमार उर्फ डीके निवासी कमलानगर सोरांव ने बताया कि वह पिछले पांच साल से गिरोह के 8-10 लोगों संग मिलकर यह काम कर रहा है। इसके पहले भी वह सिपाही भर्ती, सुपरटेट व सीटेट समेत कई परीक्षाओं में सॉल्वर बैठा चुका है। जनवरी 2020 में टेट परीक्षा के दौरान उसे कैंट पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा था। गिरोह केअन्य सदस्यों ने पूछताछ में बताया कि वह कैंडिडेट खोजकर उनसे पोस्ट डेटेड चेक और उनके शैक्षिक प्रमाणपत्र ले लेते हैं। परीक्षा पास होने के बाद चेक से धनराशि निकाले जाने के बाद ही प्रमाणपत्र वापस करते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से कराते थे नकल
गिरोह के सदस्यों ने बताया कि वह सॉल्वर को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल कराते हैं। डिवाइस में सिम लगा होता है जो सॉल्वर के कान में फिट किए गए ब्लूटूथ ईयरबड से कनेक्ट कर दिया जाता है। इसी के जरिये आंसर बताकर सॉल्वर से पेपर हल कराया जाता है। परीक्षा होने के बाद बटन से भी छोटे आकार के ईयर बड को चुंबक केसहारे निकाल लिया जाता है। पुलिस से बचने के लिए वह सॉल्वर को कोडवर्ड में स्कॉलर और नकल कराने को स्कॉलरिंग कहकर पुकारते थे।

50 हजार एडवांस, परीक्षा पास होने पर लेते थे छह लाख

कौशांबी में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सरगना विजयशंकर मिश्र से पूछताछ में भी अहम खुलासे हुए। एसटीएफ अफसरों ने बताया कि यह गिरोह 50 हजार रुपये एडवांस में लेता था जबकि परीक्षा पास होने के बाद अभ्यर्थियों से छह लाख रुपये वसूलता था। गिरोह में सरगना के अलावा चार अन्य सदस्य भी शामिल हैं जिनमें धूमनगंज में रहने वाला रेलवे इंजीनियर विनोद गुप्ता भी शामिल है।

एसटीएफ अफसरों के मुताबिक, पूछताछ में सरगना ने बताया कि उसकी बेटी भी टीजीटी परीक्षा में अभ्यर्थी थी जिसकी जगह झूंसी स्थित केंद्र पर सॉल्वर बैठाना था। लेकिन एक दिन पहले बीएड परीक्षा में धरपकड़ के बाद महिला सॉल्वर ने परीक्षा में बैठने से इंकार कर दिया। यह भी बताया कि झूंसी स्थित लाला मोहन दास इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र के कक्ष निरीक्षक सीताराम सिंह को बेटी को नकल कराने केलिए मोबाइल भी दिया था।

यह भी बताया कि उसने मैनपुरी के आरसी गर्ल्स इंटर कॉलेज में मूल अभ्यर्थी सुभाष चंद्रा की जगह सॉल्वर भेजा था। लेकिन मुख्य गेट पर सघन चेकिेंग के चलते दोनों डरकर भाग निकले। सरगना की निशानदेही पर ही पुलिस ने  भरवारी के भवंस मेहता महाविद्यालय में विष्णुदेव सिंह निवासी सरायअकिल की जगह परीक्षा दे रहे गोविंद कुमार गुप्ता को पकड़ा गया। प्रतियोगी छात्र गोविंद ने पूछताछ में बताया कि उसे 45 हजार रुपये मिलने थे जिनमें से 20 हजार एडवांस मिले थे।

यह हुए गिरफ्तार
प्रयागराज- धर्मेंद्र कुमार उर्फ डीके, आशीष सिंह पटेल, संजय कुमार पटेल, सुभाष सिंह पटेल, मनीष पटेल, राहुल कन्नौजिया और दिनेश कुमार पटेल।
बरामदगी- चार इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पांच ब्लूटूथ ईयरबड, दो लैपटॉप, 12 मोबाइल, 11 चेक, 22 अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्र, एक कार, दो बाइक, जिला अपराध का फर्जी परिचय पत्र, 65 हजार नगद

कौशांबी- विजयशंकर मिश्रा और गोविंद कुमार गुप्ता
बरामदगी- एक ओएमआर शीट, बुकलेट, ब्लूटूथ डिवाइस, प्रवेशपत्र की छायाप्रति, जाली आधार कार्ड, तीन फोन, 66 व्हाट्सएप चैट स्क्रीनशॉट, 45,500 रुपये।

टीजीटी परीक्षा में सात सॉल्वर गिरफ्तार : अयोध्या में पांच और सुल्तानपुर से एक व सीतापुर से एक मुन्नाभाई पकड़ा गया

अयोध्या के केंद्र एमपीएलएल आदर्श इंटर कॉलेज में दूसरी पाली की परीक्षा में पकड़े गए एक सॉल्वर ने पुलिस को चार और सदस्यों के नाम बताए। इस पर पुलिस ने उन्हें भी उसी कॉलेज में परीक्षा देते हुए दबोच लिया।

प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक संवर्ग (टीजीटी) की परीक्षा में रविवार को अयोध्या से पांच, सुल्तानपुर और सीतापुर जिले से एक-एक सॉल्वर दबोचा गया। अयोध्या के केंद्र एमपीएलएल आदर्श इंटर कॉलेज में दूसरी पाली की परीक्षा में पकड़े गए एक सॉल्वर ने पुलिस को चार और सदस्यों के नाम बताए। इस पर पुलिस ने उन्हें भी उसी कॉलेज में परीक्षा देते हुए दबोच लिया।

अयोध्या के जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश पांडेय ने बताया कि परीक्षा की दूसरी पाली में एमपीएलएल आदर्श इंटर कॉलेज केंद्र पर लवकुश कुमार नाम से परीक्षार्थी पंजीकृत था। फोटो, हस्ताक्षर आदि के मिलान के दौरान संदेह होने पर उसके पास फर्जी आईडी, आधार कार्ड पाया गया। पूछताछ में नाम कमलेश कुमार बताया। पुलिस ने आरोपी मुन्ना भाई को हिरासत में ले लिया। प्रधानाचार्य ने मुन्ना भाई पर केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।  एएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि पकड़े गए मुन्ना भाई से पूछताछ में चार और साथियों के नाम पता चले। पुलिस ने सॉल्वर गैंग के चारों सदस्यों को भी दबोच लिया। ये सभी एमपीएलएल आदर्श इंटर कॉलेज में दूसरे के नाम पर परीक्षा दे रहे थे।

सीतापुर के राजकीय इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में कमलापुर क्षेत्र के दरियापुर निवासी उपेंद्र कुमार सिंह के नाम से जारी प्रवेश पत्र पर अंकित फोटो और मौजूद छात्र के डाटा मिलान सीट की फोटो में भिन्नता पाई गई। कक्ष निरीक्षकों ने सूचना बीएसए की सचल दल की टीम को दी। टीम की पूछताछ में छात्र संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपी की पहचान बिजनौर के पृथ्वीपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है। पूछताछ में बताया कि लखनऊ में कोचिंग संचालन का कार्य करता है। प्रधानाचार्य ने पुलिस को तहरीर दी है।

उधर, सुल्तानपुर के महात्मा गांधी स्मारक इंटर कॉलेज में प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले प्रधानाचार्य बजरंगी सिंह व अन्य शिक्षक तलाशी ले रहे थे। तभी रंजीत कुमार सिंह, तवक्कलपुर नगरा सुल्तानपुर के रजिस्ट्रेशन एवं अनुक्रमांक पर एक लड़का अंदर जाने लगा। संदेह होने पर फोटो उस लड़के से मिलान करने पर अंतर पाया गया।

जामा तलाशी लेने पर उसके पास से एक और आधार कार्ड मिला। अरुण कुमार यादव निवासी ग्राम नेउती रुदौली फैजाबाद अंकित पाया गया। एक पहचान पत्र और मिला, जिस पर कुंदन कुमार निवासी पकरी शहर गांव, पकरी अंचल थाना कराय परशुराम जिला नालंदा (बिहार) अंकित था। कुंदन कुमार वाले पहचान पत्र से पकड़े गए युवक की फोटो मिल रही थी। केंद्र अध्यक्ष बजरंगी सिंह की सूचना पर एडीएम प्रशासन, जिला विद्यालय निरीक्षक व एएसपी कॉलेज पहुंचे। उन्होंने पकड़े गए लड़के से पूछताछ की। पूछताछ में उसने रंजीत कुमार सिंह के स्थान पर परीक्षा देने की कोशिश करने की बात स्वीकार की लेकिन अपना सही नाम व पता नहीं बता रहा था। डीआईओएस वीपी सिंह ने बताया कि केंद्र अध्यक्ष बजरंगी सिंह की तहरीर पर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। वास्तविक अभ्यर्थी रंजीत कुमार से अपने परीक्षा केंद्र के कक्ष में अपनी सीट पर अनुपस्थित रहा है।


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UPSESSB TGT Pariksha 2021 : टीजीटी परीक्षा में 6 सॉल्वर गिरफ्तार, पेपर लीक होने का आरोप

UPSESSB TGT Pariksha 2021 : प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) की प्रतियोगी परीक्षा की पारदर्शिता पर जिले में ग्रहण लग गया। शुक्रवार को पहली पाली की परीक्षा में प्रश्नपत्र देरी से मिलने और पर्चा आउट करने के आरोप के साथ परीक्षार्थियों का पकड़ी भोजपुर के केन्द्र पर हंगामा किया और छह सौ अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया। दूसरी ओर एसटीएफ ने जनपद के अलग अलग केन्द्रों से छह सॉल्वर को पकड़ा है।


किसान इंटर कालेज पकड़ी भोजपुर केन्द्र के लिए आवंटित 600 परीक्षार्थियों ने शनिवार की सुबह परीक्षा का बहिष्कार कर परिसर में धरना शुरू कर दिया। परीक्षार्थियों का आरोप था कि प्रश्नपत्र को आधा घण्टा पहले ही खोल दिया गया था और उन्हें आधा घण्टा बाद दिया गया। ऐसा नकल कराने के लिए किया गया। सुबह की पाली में हुई इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी ने परीक्षार्थियों को अतिरिक्त समय देने की बात कहकर परीक्षा देने की बात कही मगर परीक्षार्थियों ने उनकी नहीं सुनीं और परीक्षा देने से इनकार कर दिया। पुलिस ने हंगामा करने वाले छह लोगों का शांतिभंग में चालान किया है। हालांकि डीएम ने पर्चा आउट होने की बात से इंकार करते हुए बताया कि बहिष्कार करने वालों की परीक्षा फिर से कराने के बाबत निर्णय माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड करेगा।

छह सॉल्वरों में सीआईएसएफ का जवान भी
टीजीटी की प्रतियोगी परीक्षा में जिले में छह सॉल्वर एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं। इसमें एक सीआईएसएफ का जवान भी शामिल है। डीएम ने बताया कि एसटीएफ की ओर से पकड़े गए लोगों के लिए मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

जौनपुर और आजमगढ़ में डिवाइस और साल्व पेपर के साथ दो नकलची पकड़े गए
टीजीटी परीक्षा के दौरान शनिवार को आजमगढ़ और जौनपुर में साल्व पेपर व डिवाइस के साथ दो नकलची पकड़े गए। दोनों को केंद्राध्यक्ष की शिकायत पर पुलिस के हवाले किया गया है।

आजमगढ़ के शिब्ली नेशनल कालेज में शनिवार को टीजीटी परीक्षा के दौरान एक युवक बार-बार बाथरूम जा रहा था। सुरक्षा में लगे पुलिसवालों को शक हुआ तो चेकिंग की। इस दौरान परीक्षार्थी के पास से हल की हुई कंप्यूटराइज प्रिंटेड उत्तरशीट मिलने पर उसे हिरासत में ले लिया गया। परीक्षार्थी से पूछताछ करने के बाद उसके एक साथी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। इधर, जौनपुर के टीडी कॉलेज में एक महिला डिवाइस के माध्यम से नकल करते हुए पकड़ी गई है। महिला के पास एटीएम कार्ड जैसा दिखने वाला सिम लगा कार्ड व ईयरफोन बरामद किया गया है। उसे लाइन बाजार पुलिस के हवाले कर दिया गया है। घटना की जानकारी होने पर ज्वाइंट डायरेक्टर प्रदीप कुमार भी टीडी कालेज पहुंच गए। शासन को रिपोर्ट भेज दी गयी है। अधिकारियों ने इस डिवाइस को बड़ी संख्या में सिस्टम का प्रयोग काफी संख्या में किया है। जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने दावा किया कि शीघ्र ही इस रैकेट को पकड़ लिया जाएगा।

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