लखनऊ। लोकसभा चुनाव के बाद बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अधिकारियों के साथ हुई पहली बैठक में चुनाव के फीडबैक का असर साफ नजर आया। बैठक युवा, किसान और आम लोगों की समस्याओं के समाधान तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित रही। मुख्यमंत्री ने खाली पदों पर जल्द भर्ती, गन्ने का बकाया भुगतान और आगे से दस मई से पहले सभी परीक्षाएं कराने के निर्देश दिए। साथ ही अनावश्यक बिजली कटौती न करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने सभी अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की।
चुनाव में रिक्त पदों की भर्ती का मुद्दा जोरशोर से उठा था। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विभाग के शीर्ष अधिकारी होने के नाते विभाग से जुड़ी हर व्यवस्था को लेकर उनकी जवाबदेही और जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन विभागों के खाली पदों पर नियुक्ति होनी है, वहां से प्रस्ताव तत्काल चयन आयोगों को भेजा जाए। प्रस्ताव भेजने से पूर्व नियमावली का बारीकी से परीक्षण करें।
चयन आयोगों को गलत और अधूरा प्रस्ताव न भेजें ताकि देरी न हो। नियुक्ति प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ई-प्रस्ताव की व्यवस्था का उपयोग करने और समय-सीमा तय करने के भी निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने कर्मचारियों की सहूलियतों को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों के तबादले की कार्यवाही जल्द पूरी करने का निर्देश दिया। कहा कि सरकारी स्कूलों में हर बच्चा ड्रेस में ही आएगा।
युवाओं की सहूलियत का ध्यान भीषण गर्मी से पहले होंगी परीक्षाएं
मुख्यमंत्री ने युवाओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कहा कि विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि सभी शैक्षिक संस्थानों में शैक्षिक कैलेंडर इस प्रकार तैयार किए जाएं कि 10 मई तक सभी आवश्यक परीक्षाएं संपन्न हो जाएं। भीषण गर्मी के मौसम में परीक्षाओं से परहेज किया जाना चाहिए।
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