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Wednesday, July 19, 2023

UPPSC : स्नातक की समकक्षता तय, दस हजार भर्तियों का रास्ता साफ

UPPSC : स्नातक की समकक्षता तय, दस हजार भर्तियों का रास्ता साफ

● उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में 6900 भर्तियां रुकी हुईं हैं

● सितंबर 2021 से रुकी हुई थी भर्तियां, शासनादेश जारी


लखनऊ : राज्य सरकार ने स्नातक स्तर की होने वाली भर्तियों के लिए समकक्षता तय कर दी है। केंद्रीय व राज्य द्वारा स्थापित या डीम्ड विश्वविद्यालय से स्नातक, व्यावसायिक निकायों, संस्थानों के तकनीकी पाठ्यक्रमों के स्नातक कोर्स को स्नातक स्तर का माना जाएगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा स्नातक स्तर के कोर्स भी बराबर होंगे। विभिन्न आयोगों में फंसी 10 हजार से अधिक रिक्तियों को भरने का रास्ता साफ हो गया है। अपर मुख्य सचिव कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी ने शासनादेश जारी कर दिया है। विकास एवं 80 अन्य बनाम राज्य संबंधी वाद पर हाईकोर्ट ने स्नातक की समकक्षता तय करने का आदेश दिया था।



स्नातक की समकक्ष अर्हता का विवाद दूर

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियों में स्नातक की समकक्ष अर्हता का विवाद दूर हो गया है। इसे लेकर शासन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। ऐसे में समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) सहित कई नई भर्तियां शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 17 सितंबर 2021 को आदेश जारी किया था कि भर्ती संस्थाएं पद विज्ञापित करने से पूर्व समकक्ष अर्हता का निर्धारण कराते हुए विज्ञापन में उसका स्पष्ट उल्लेख सुनिश्चित करें। उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी की ओर से सभी विभागाध्यक्षों को जारी किए गए पत्र के अनुसार कई विभागों ने अवगत कराया है कि समकक्ष अर्हता निर्धारित न होने के कारण उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग रिक्त पदों का अधियाचन वापस कर दे रहा है और इससे भर्ती प्रक्रिया शुरू करने में देर हो रही है।

अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि केंद्र अथवा किसी राज्य सरकार की ओर से विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय/डीम्ड विश्वविद्यालय अथवा संस्थान अध्ययन की किसी भी शाखा में यदि स्नातक की उपाधि प्रदान करता है तो वे समस्त उपाधियां स्नातक के रूप में मान्य होंगी। साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त विभिन्न व्यावसायिक निकायों/संस्थानों में संचालित तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रदान की गई स्नातक स्तर की उपाधियां शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा समय-समय पर निर्गत दिशा-निर्देशों के अधीन स्नातक के समकक्ष मान्य की जाएंगी।


एआईसीटीई की उपाधियां भी स्नातक के समकक्ष

राज्य सरकार ने स्नातक स्तर की होने वाली भर्तियों के लिए समकक्षता तय कर दी है। शासनादेश में कहा गया है कि केंद्र या किसी राज्य सरकार विधि द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय, डीम्ड विश्वविद्यालय या संस्थान की स्नातक उपाधि पात्र होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त विभिन्न व्यवसायिक कोर्स, तकनीकी पाठ्यक्रमों में डिग्री इस स्तर की होगी। एआईसीटीई की इस स्तर की उपाधियां भी स्नातक के समकक्ष मानी जाएंगी। असमंजस में आयोगों द्वारा संबंधित संस्थानों से जानकारी प्राप्त की जाएगी।

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